Nojoto: Largest Storytelling Platform
tariqazeemtanha6758
  • 133Stories
  • 6.5KFollowers
  • 1.2KLove
    14.7KViews

Tariq Azeem 'Tanha'

Write In Urdu And Hindi. Writing Songs, Poems, Gazals, Nazms, Lyricist.

https://instagram.com/tanha_writes?igshid=YmMyMTA2M2Y=

  • Popular
  • Latest
  • Video
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. लगाएँगे तेरे चेहरे पे इतना ज़ियाद रंग,
उभरेगा तेरे चेहरे पे फिर से मफ़ाद रंग। 

बहारों में एक साज़ है और गुल है नग़मा-सर,
देते है जश्ने-रंग की सब ही तो दर्द रंग। 

सेहरा है चार-सू कहीं दरिया भी तो नहीं,
मेरी है ज़ीस्त इन दिनों मुश्किल-कुशाद रंग। 

ब'अद जो मेरे मरने के पूछा कि उसने हाय!,
लगाएँगे किसको फ़ाख्ता हम तेरे बाद रंग। 

ऐ अहले-वतन, ऐ मेरे सब अज़ीज़ दोस्तों,
हर खुशी तुम्हें मुबारक ओ मुबारकबाद रंग। 

हुज़ूमे-शहर में लैला पे बस रंगे-क़ैस था,
शीरी पे था बस एक ही यानी फ़रहाद रंग।

तारिक़ अज़ीम 'तनहा'

©Tariq Azeem 'Tanha'
  #holi2024 #Holi #nojohindi #nojotourdu
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

jab Milo To Unse Kehna....

#Nojoto #tariqazeemtanha #Trending #Shayari #shayari_dil_se #urdu #urduadab

135 Views

2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

जो घर से तुम चलो सादिक़ दुआ के साथ भी रहना,
तसलसुल तोड़ देना गर खुदा के साथ भी रहना। 

चराग़ों की तरह गर जलो तो याद भी रखना,
क़लाम-ए-तूफां कर लेना, हवा के साथ भी रहना। 

वो गरचे तुझको राहों में कहीं यूँ मिल भी जायें तो,
खुश-आज़िज़ करना उनको और बिठा के साथ भी रहना।

जो घर से तुम चलो सादिक़ दुआ के साथ भी रहना, तसलसुल तोड़ देना गर खुदा के साथ भी रहना। चराग़ों की तरह गर जलो तो याद भी रखना, क़लाम-ए-तूफां कर लेना, हवा के साथ भी रहना। वो गरचे तुझको राहों में कहीं यूँ मिल भी जायें तो, खुश-आज़िज़ करना उनको और बिठा के साथ भी रहना। #शायरी #urdu #tanha #urdu_poetry #hindi_poetry #tariqazeemtanha #shayari143

183 Views

2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

#hindiurdupoetry #urdushayarilovers #hindishayari #rahatindori #yourquote #ruuhaaniyat #jashnerekhta
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

जब चुपचाप रहता हूँ, ख़ामुशी बोल पड़ती है,
जब से सेहरा में आया हूँ, तिश्नगी बोल पड़ती है।

मेरी बातें नहीं सुनते, मुझसे तुम क्यों रूठे रूठे हो,
ये गलती जो तुम्हारी है, वो आखिरी बोल पड़ती है।

वो जब खामोश हो जाये, तब नज़रें बातें करती है,
जब उनसे बोलता हूं तो नज़रें सुरमई बोल पड़ती है।

कोई अपना जो मिल जाये, ख़िज़ाँ में फूल खिल जाये,
जो कोई चाहने वाला हो, बेख़ुदी बोल पड़ती है।

कोई अपना नहीं प्यारे, है यहाँ सब मतलबी रिश्ते,
ज़रा सा काम जो पड़ जाये, दुश्मनी बोल पड़ती है।

किसी मौके पे हो चाहे, लगाना जब ये चौके चाहे,
मेरा गर मन भी न हो तो शायरी बोल पड़ती है।

माँ के पास जाना तुम, गले उसको लगाना तुम,
तुम्हें चलना सिखाया है, ये उंगली बोल पड़ती है।

'तनहा' के बारे में, मैं कुछ तुमको बताऊँ यूँ
उसके अंदर की बरहमी भी, आज़िज़ी बोल पड़ती है।

©Tariq Azeem 'Tanha' #Journey  hindiurdupoetry #urdushayarilovers #hindishayari #rahatindori #yourquote #ruuhaaniyat #jashnerekhta #kumarvishwas #rekhta
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

कोई है जो सैलाबों-तूफां के मुक़ाबिल हो,
कोई है जो लहरों से लड़ने का ज़ज़्बा रखे।

तारिक़ अज़ीम 'तनहा'

©Tariq Azeem 'Tanha' #Shayari

8 Love

2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

कहीं भी ढूंढने से हम-ज़बाँ नहीं मिलते,
मक़तलों में कभी हम-शबाँ नहीं मिलते। 

जिनके बायस मिरा ज़िगर है चाक़ वही,
जहाँ भी ढूंढो मुझे वो कहीं बुतां नहीं मिलते। 

हर एक शख़्स है नफ़रत में रवां दवां भी यहां,
गले भी मिलते है लेकिन दिलां नहीं मिलते। 

बिछड़ भी जाये अगर कोई ज़िंदगी से यहाँ,
कितना ढूंढो उन्हें फिर अमाँ नहीं मिलते। 

हालते-ए-हिज़्र में होती है वो क़ैफ़ियत 'तनहा',
लबे-गोयाई के लिए हर्फ़े-बयाँ नहीं मिलते। 

तारिक़ अज़ीम 'तनहा'

©Tariq Azeem 'Tanha' #hindiurdupoetry #urdushayarilovers #hindishayari #rahatindori #yourquote #ruuhaaniyat #jashnerekhta #kumarvishwas #rekhta 

#drowning
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

शबे-हिज़्र में रतजगा, तू भी नहीं, मैं भी नहीं,
ग़में-उल्फ़त में मुब्तिला, तू भी नहीं, मैं भी नहीं। 

बेशक़ चलाएंगे बस हम तलवार एक दूसरे पर,
हुक़ूमत से यां आशना, तू भी नहीं, मैं भी नहीं। 

हम दोनों एक दूसरे की ज़िद पर मरे रहेंगे,
मगर न लाएंगे तीसरा, तू भी नहीं, मैं भी नहीं। 

एक दूसरे की हम दोनों को ज़रूरत यूँ है के,
बग़ैर एक दूसरे के आईना, तू भी नहीं मैं भी नहीं। 

चाहते दोनों है मगर एक गुफ़्तुगू तवील भी,
बज़्म में मगर बोलता, तू भी नहीं, मैं भी नहीं।

तारिक़ अज़ीम 'तनहा'

©Tariq Azeem 'Tanha' #rekhta  #urdupoetry #urdusadpoetry #urdupoetryworld   #poetrylovers #poetry #Shayari #aliaranveerwedding #tariqazeemtanha
#Wedding
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

आया कहाँ से था वो और किधर वो गया था,
वो शख़्स जिस्मे-वक़्त पर मानिंदे-हवा था। 

होता है क्या मक़तलों में सब देख रहा था,
मैं अपने जिस्म से निकलके कुछ दूर खड़ा था। 

सबका यहाँ पे इश्क़ अलहदा है जाँ-बा-जाँ,
तुम्हें इश्क़ कोई और हमें कुछ और हुआ था। 

वो कौन था जो मुझमें बिछड़ गया है आज,
वो कौन था जो मुझमें मानिंदे-क़ज़ा था। 

बहने लगा वो आँख से चश्मों की तरह फिर,
जो अश्क़ मेरी पलकों पे कई रोज़ रुका था। 

कुछ भी नहीं है यहाँ हमें हासिल-ए-ज़िंदगी,
बस माज़ी के दरीचों में कुछ ठहरा हुआ था। 

खुद पर न तारी कीजियो दौलत के दुःख हज़ार,
हर शख़्स जहाने-फ़ानी से 'तनहा' गया था।

©Tariq Azeem 'Tanha'
  #tariqazeemtanha #Shayar #Shaam #Poetry #kavita #SAD
2024d811ec250cfdf281032a16ed9d0f

Tariq Azeem 'Tanha'

मुहब्बत में कई गयी ख़ताओं में देखा गया हूँ,
साहिल पर तैरती वफाओं में देखा गया हूँ। 

देखने वालों ने हँसकर मुझे ये कहा,
मैं तेरी ज़ुल्फ़ की छाँव में देखा गया हूँ। 

मैं देखा गया हूँ दूर रेंगते आबशारों में,
और सदियों वीरान पड़े सहराओं में देखा गया हूँ। 

देखने वाले मंज़रों में ये एक ये भी है के,
शहरों से भटक कर फिर गांव में देखा गया हूँ। 

मुझे याद है के मैंनें बहित कलम रवां किये,
और फिर एक हसीं की अदाओं में देखा गया हूँ। 

मैं खामोश रहा शबो-रोज़ शोर-आवाज़ों में,
फिर दम तोड़ती हुई सदाओं में देखा गया हूँ। 

मैंनें चुने है ख़ार बस दार-ओ-रसन के,
और गुलों में जलती हुई चिताओ में देखा गया हूँ। 

मैंनें तोड़ डाले है सब पैमां-ओ-बज़्म भी,
मगर दौड़ में हारे हुए तनहा-नवाओं में देखा गया हूँ।

©Tariq Azeem 'Tanha' #SAD #Happy #Feeling #Shayari #tariqazeemtanha 

#darkness
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile