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chanchalalot1412
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justaju_e_sukun

सुलझी हुई जिंदगी में उलझे हुए ख्वाब रखने वाली लड़की। चंचल। life, ♥️ and reality.🖋️📕 M.p. alot 🏡. Sketching is my art🖌️, writing is my heart.💗 check instagram~@justaju_e_sukun

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justaju_e_sukun

#LOVEGUITAR
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justaju_e_sukun

poetry by -चंchal
#notojo #sad_poetry #gazal 
#breeze
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justaju_e_sukun

"स्त्री"
       


  by
 -चंchal
read in caption जो पर दिये ईश्वर ने गगन को छूने के लिए उन्हें अपनी मंज़िल बदलकर पिंजरे को आशियाना बनाना होगा।
न सरकार की मौन साधना टूटेगी न हैवानियत अपना सिर मुंडवायेगी। इस देश में न्याय अन्याय की बाते तो फ़िज़ूल मालूम पड़ती है, अपराध की विस्मृति हो जाने पर सज़ा मुक्कमल होती है।
याचक की जान तो कई सालो पहले ही जा चुकी होती है।
ओ री चिरैया तेरी आज़ादी तेरी आबरू और जान से महँगी नही। याद रखना लेकिन द्रोपदी का पिंजरा सुदृढ़ पांच दीवारों से महफूज़ था फिर भी अपमान का वो ज़हर उसे पीना पड़ा।
अगर द्रोपदी की जगह शिखण्डी होती तो भी

जो पर दिये ईश्वर ने गगन को छूने के लिए उन्हें अपनी मंज़िल बदलकर पिंजरे को आशियाना बनाना होगा। न सरकार की मौन साधना टूटेगी न हैवानियत अपना सिर मुंडवायेगी। इस देश में न्याय अन्याय की बाते तो फ़िज़ूल मालूम पड़ती है, अपराध की विस्मृति हो जाने पर सज़ा मुक्कमल होती है। याचक की जान तो कई सालो पहले ही जा चुकी होती है। ओ री चिरैया तेरी आज़ादी तेरी आबरू और जान से महँगी नही। याद रखना लेकिन द्रोपदी का पिंजरा सुदृढ़ पांच दीवारों से महफूज़ था फिर भी अपमान का वो ज़हर उसे पीना पड़ा। अगर द्रोपदी की जगह शिखण्डी होती तो भी #ShiningInDark

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justaju_e_sukun

अल्फाज़ो के शोर में गुम हो गये।
पता भी न चला कहाँ खो गये।
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जितना ऊपर ऊँचाई को पहुँचे।
कुर्बानी में अपना वजूद खो गये।
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-चंchal #lostinthoughts
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justaju_e_sukun

कोशिश जारी है मग़र हालात सुधरते नही।
भटकते ढूंढते हरतरफ पर तुम मिलते नही।
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किस पर्देके पीछे छुपकर बैठे हो मेरे मौला।
कितनी  आवाज़  लगाते है तुम सुनते नही।
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बहरूपियों ने रायते में रायता फेला रखा है।
चुप्पी साधे हो  मौला  क्यूँ  कुछ कहते नही।
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मेरी  नज़रे  तुम्हारे  दीदार को तड़प  रही ।
तुम कैसे निष्ठुर हो मौला मिलने आते नही।
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चंचल मन चंचल की बाते कब समझता है।
तुम बोलो मौला तुम क्यों कुछ बोलते नही।

-चंchal© #Dullness
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justaju_e_sukun

रेल के डिब्बे में बैठा मुसाफिर सिर्फ़ वक्त गुज़ारता है।
मंज़िल के आने तक काफ़िर सिर्फ़  वक्त गुज़ारता है।
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लफ़्ज़ों को गुड़ में तर कर बड़े सलीके से परोसता है।
मुस्कुराता दिल लगाता फिर  सिर्फ  वक्त गुज़ारता है।
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कोई इश्क पूछे तो उसे बहलाने मोहब्बत कह देता है।
जिस्मानी इश्क का  मुहाजिर सिर्फ  वक्त गुज़ारता है।
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यार दोस्त रिश्ते मिलते है जिंदगी के इस सफर में।
हर कोई  मतलब के खातिर सिर्फ वक्त गुज़ारता है।
.
आँखों को ज़रा खोलकर  संभलकर चलना चंचल।
मुखोटा  पहना  मुज़ाफिर  सिर्फ  वक्त गुज़ारता हैं।

-चंchal #leftalone
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justaju_e_sukun

कभी अरमानो से भी हमारी दोस्ती हुआ करती थी।
कभी रंगीन ये हमारी प्यारी जिंदगी हुआ करती थी।
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न  जाने  कैसे  ख्वाब  से हमारी मुलाकात हो  गई।
मर गये ख्वाब जिनमे कभी रवानी हुआ करती थी।
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उड़ते परिंदे को देख कटे पुराने वो पर याद आ गये।
कभी हमारी भी उड़ान बड़ी ऊंची  हआ करती थी।
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हमारे प्यारे अपनो हमारे प्यारे चाहने वालो सुनिये।
भरोसे की आपमे भी कभी निशानी हुआ करती थी।
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नासाज़ वक्त से गुज़ारा है वक्त ने गिला किससे करे।
वक्त भीज़ालिम बना जिसमे रूहानी हुआ करती थी।
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अजीब,  अलेदा , जुदा  हमे  ये  ज़माना कहता   है।
बतायेउन्हें चंचल भी कभी आम सी हुआ करती थी।

-चंchal #allalone
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justaju_e_sukun

ये दर्द में कराहती साँसे,  और ये आधी रात का सन्नाटा।
नींद का क़त्ल कर रोती आँखे अब इसमे किसका घाटा।
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थोड़ा समय गुज़र जाये,ये नाज़ुक लम्हा भी गुज़र जाये।
ए मेरे परवरदिगार थोड़ा रहमकर तन्हा ये भी गुज़र जाये।
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 -चंchal #allalone
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justaju_e_sukun

मन मे ही तुम्हें उकेरते है मन मे ही समा पाते हैं।
न तुम हमे पढ़ते हो न हम तुम्हे कुछ बता पाते हैं। 
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खुले आसमा की चादर तुम्हे ही मुबारक जाना।
हम बस अंधेरे कमरे में सन्नाटा ही सुना पाते है।
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वक्त-वक्त की बात है अब हमारे पास तुम कहाँ।
अब खुद से  इश्क कर कुछ कहाँ जता पाते है।
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सौगात-ए-पैदाइश सालगिरा खुशियों की कहाँ।
खालीपन के मौको पर बस थोड़ा मुस्कुरा पाते है।
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मुस्तक़बिल की फ़िक्री में आज भी छूटा जा रहा।
बिना पानी के  बादल  कहाँ  बारिश करा पाते है।
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कोई आया तुम्हारी  यादो का झापट  मार  गया।
उसकी बेशर्म हँसी पर गुस्से से कहाँ डरा पाते है।
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चाँदनी रात का वो चंचल चन्द्रमा खूब चिढ़ाता है।
चंचल के कागज़ कलम तुम्हें कहाँ भुला  पाते है।
-©चंchal #Winter
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justaju_e_sukun

तेरी  हर खामी  पर खुदको मैं समझा दिया करती थी।
तेरे हर फरेब पर खुद को यकीन दिला दिया करती थी।

शायद इसे ही तो  लोग प्यार में अंधा हो जाना कहते हैं ।
खुद ही अपनी आँखों को धूल में सना  दिया करती थी।



-चंchal #MichaelJackson 

#ShiningInDark
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