Nojoto: Largest Storytelling Platform
santoshtatya1586
  • 156Stories
  • 208Followers
  • 1.9KLove
    1.6KViews

tatya luciferin

Stay cool stay health

https://santoshtatya.blogspot.com/?m=1

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White कविता का शीर्षक – सफ़र मेरा अकेला हैं 

"तन्हाइयों का सफ़र मेरा अकेला है,
मैं तो अंधेरे में रहता हूँ,
चिराग भी जलते हैं बुझने के लिए,
मैं तो बस खामोशी सहता हूँ।
आवाज़ें आती हैं दिल के शहर से,
पर मैं खामोशी को ओढ़े खड़ा हूँ,
जो सपने संजोए थे आँखों में कभी,
अब उनकी राख से खेला हूँ।

सांसें तो चलती हैं लहरों की तरह,
पर दिल किसी साहिल पे ठहरा नहीं,
हर मोड़ पे रोशन थे रास्ते मगर,
कहीं कोई अपना मिला ही नहीं।

रातों से पूछो मेरी तन्हाइयों का दर्द,
चाँद भी मुझसे कतराने लगा,
जो अश्क थे मेरे, वो सूख गए,
अब तो बादल भी बरसाने लगा।

शहर की रौनक से डर सा लगता है,
सन्नाटों से अब गहरा नाता है,
जो दर्द मेरे दिल में दफ्न पड़ा है,
वो किसे सुनाऊं, कौन अपना लगता है?

चलो फिर से अंधेरे को अपना बना लूँ,
चाँदनी से भी अब डर सा लगता है,
जो उम्मीद बची थी किसी कोने में,
वो भी अब राख बनने लगी है।"

©tatya luciferin #Sad_Status  sad poetry
#tatyaluciferin 
#tatyakavi 
#TATYA 
#santoshtatya
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

Unsplash  ग़ज़ल

किताब के हर पन्ने में खो जाता हूँ मैं।
दुनिया की तन्हाई भी, पा जाता हूँ मैं।

सारे सवालों के जवाब मिलते हैं वहाँ,
  एक शब्द में एक जहां बसा जाता हूँ मैं।

कभी हंसते हुए, कभी ग़म में डूबे,
किताबों की कहानियों में खो जाता हूँ मैं।

जब भी तनहाई ने घेरा, किताबें साथ थीं,
हर दर्द को किताब से सुला जाता हूँ मैं।

किताबें मेरी हमराज़, मेरी साथी हैं,
इनमें खुद को हर बार पा जाता हूँ मैं।
– संतोष तात्या 
 शोधार्थी

©tatya luciferin #Book 
#tatya 
#तात्या 
#santoshtatya 
#tatyaluciferin 
#tatyakavi
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White कविता का शीर्षक
जनवरी की हसरतें और फरवरी का इज़हार

जनवरी रूठी, ख्वाबों को अधूरा छोड़ गई,
हसरतें जम गईं, खुशियां आँधियों में उड़ गईं।
एक लम्हा भी ना पिघला, चाहत की आग में,
सर्द रातों में बस, तन्हाइयाँ रोकर घुमड़ गईं।

फरवरी आई, मोहब्बत का पैगाम लिए,
पर दिल अब भी उदासी की शाम लिए।
इज़हार-ए-इश्क़ का मौसम तो आया,
मगर होठों पर ठहर गया, एक नाम लिए।

जो लम्हे जनवरी के थे, अब यादों में हैं,
जिनसे गुलाब खिले, वो ही बर्बादों में हैं।
कह दो फरवरी से, ज़रा धीरे चले,
इश्क़ के ज़ख्म अभी तक फरियादों में हैं।

– संतोष तात्या 
    शोधार्थी

©tatya luciferin #love_shayari 
#tatya
#तात्या 
#संतोषतात्या
#tatyaluciferin
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

आप सभी को गणतंत्र दिवस 2025 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं 

  यह दिन हमें अपने संविधान, स्वतंत्रता और लोकतंत्र के
 प्रति अपनी निष्ठा को और मजबूत करने का अवसर देता है। 
आइए हम सभी मिलकर अपने देश की महानता और विविधता
 को सम्मानित करें और एकता, अखंडता और शांति के संदेश को फैलाएं।
 इस खास दिन पर, हम अपने कर्तव्यों को निभाने और राष्ट्र की सेवा
 में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लें।
 जय हिंद!
– संतोष तात्या
















                                                                    शोधार्थी, युवा समाज सेवी, 
                                                                  प्रोग्राम एक्जेक्यूटिव ऑफिसर

©tatya luciferin #RepublicDay
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset जो प्रेमिका आपके प्यार को छोड़ रही है 
उससे वो ऐरे गैर लोग नहीं छूट रहे हैं जो हर पल उसे सताते हैं
ताने मारते हैं जिसने कभी सुध भी न ली उसकी शिक्षा की, 
उसके मान सम्मान की, लेकिन उसको शादी करने पर बहुत देते हैं। 

– संतोष तात्या

©tatya luciferin #SunSet 
#santoshtatya 
#TATYA 
#tatyaluciferin 
#तात्या
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White आकांशा (पाने की चाह) नदी, समुंदर में उछलती लहरों सी। 
उसकी यादें बार बार किनारों से टकरा कर, फिर लौटती लहरों सी।। 
– संतोष तात्या
शोधार्थी

©tatya luciferin #sad_qoute 
#TATYA 
#tatyaluciferin 
#santoshtatya 
#तात्या 
#Santosh 
#कवि
#शोधार्थी
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White जिंदगी एक जंग होने के साथ साथ ज़िंदगी 
एक तनाव भी है तात्या

©tatya luciferin #GoodNight 
#tatyaluciferin 
#TATYa
#santoshtatya 
#Jindagi
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White 
ग़ज़ल  

"खण्डर हो गया बाग, जुदाई के बाद"

1. खण्डर हो गया बाग, जुदाई के बाद,  

खिलने लगे कांटे, परछाई के बाद।  

2. फूलों का हर मौसम, ग़ायब हुआ,  

खुशबू ने दम तोड़ा, पुरवाई के बाद।  

3. आँखें भी रोईं, दिल भी तड़पा,  

तन्हा हुआ दिल, तेरी रुसवाई के बाद।  

4. शाखें जो लहराईं, सूनी पड़ीं,  

सपनों में भी आई, तन्हाई के बाद।  

5. चमन के वो मंज़र, वीरान हुए,  

सुनाई न दी बातें, शहनाई के बाद।  

6. चाँदनी रातें भी, सर्द हो गईं,  

चमक भी न आई, रौशनाई के बाद।  

7. उम्मीद के जुगनू बुझने लगे,  

उजड़ा है हर कोना, तरुणाई के बाद।  

8. छांव भी झूठी, सूरज भी पराया,  

सच और झूठ बदला, सच्चाई के बाद।  

9. दर्द की राहें, दिल से गुज़रीं,  

मिलने लगे घाव, जुदाई के बाद।  

10. खण्डर हो गया बाग, पर ये भी सच,  

संवरता है बंजर, हर तबाही के बाद।

©tatya luciferin #love_shayari 
#TATYA 
#तात्या 
#tatyaluciferin 
#tatyakavi 
#santoshtatya
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White *तिरंगा हमारा प्यारा*

   तिरंगा हमारा प्यारा, देश की शान है,
   वीरों की कुर्बानी का, यह प्रमाण महान है।

   तीन रंगों का मेल, दिलों को है भाता,
   हर भारतीय के दिल में, यह गर्व जगाता। 

   केसरिया रंग में, बलिदान की धारा,
   वीरों की गाथा का, अनमोल इशारा।

   देशभक्ति का जज़्बा, इसमें है समाया,
   यह रंग हर दिल को, है अपनापन लाया।

   सफेद रंग में है, शांति की उम्मीद,
   हर दिल में बसती, ये पावन प्रीत।

    हरा रंग हरियाली का प्रतीक है,
   केसरिया रंग सेनिको को समर्पित है। 

   तिरंगे का मान, हम सबकी शान है,
   देश की एकता का, यह महान निशान है।

   ऊंचा उठे यह ध्वज, आकाश में सदा,
   भारतीयों का गौरव, यह बने हमेशा।
संतोष तात्या
युवा लेखक, रिसर्च स्कॉलर,समाज सेवी

©tatya luciferin
  #happy_independence_day 
#TATYA 
#tatyaluciferin 
#tatyakavi
aca07bf2cfcb40ebe30df3623f515472

tatya luciferin

White **अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कविता**

योग दिवस की आई बेला, 
स्वास्थ्य का हो उजियारा,
तन-मन हो जब स्वस्थ हमारा,
जीवन हो साकार हमारा।

सूर्य नमस्कार से हो शुरुआत,
प्राणायाम से सजी हो हर बात,
अष्टांग योग का ज्ञान जो पाया,
जीवन का हर पल सुहाना बनाया।

ताड़ासन में तन हो खड़ा,
त्रिकोणासन में हो संतुलन बड़ा,
भुजंगासन से मिले शक्ति,
योग से हो पूरी हर भक्ति।

ध्यान की गहराई में डूबे,
शांति की मूरत हमसे न रूठे,
ध्यान से मन का हो संधान,
योग से मिले आत्मा को ज्ञान।

हर दिन हो योग का त्योहार,
स्वास्थ्य रहे हमारा सदा खुमार,
सारे विश्व में हो यह संदेश,
योग है जीवन का सच्चा उपदेश।

योग दिवस का पर्व मनाएं,
स्वस्थ जीवन की ज्योति जलाएं,
तन और मन हो जब निरोग,
जीवन में खुशियों का हो संयोग।

©tatya luciferin
  #Yoga 
#TATYA 
#tatyaluciferin 
#tatyakavi 
#santoshtatya 
#notojo 
#mojototeam 
#internationalyogaday2024
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile