कोई लिखे जहां मे,धन के लिए.. कोई लिखे जहां मे,जन के लिए.. मेरे लिए है लिखना,मेरे मन का सुकून.. मैं बात लिखूं मन की,बस मन के लिए..। ----------------------------------------------- ------------------------------------------------ जहां रंग हजारों मिलते हैं.. उस जगह को महफ़िल कहते हैं.. जिसकी शख्सियत ही महफ़िल है.. उस शख्स को अखिल कहते हैं..। --------------------------------------------- ---------------------------------------------
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