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rajraaj2338
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RAJ RAAJ

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RAJ RAAJ

गुज़रा है जो ये बरस अब के ,बड़ी मुश्किल से, 
कर रुख़्सत इसे,साल-ए-नौ का इस्तक़बाल कर। 

पंकज राज 

                             (साल-ए-नौ = नया साल )

©RAJ RAAJ àà

#new year
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RAJ RAAJ

बुरा वक्त वो नहीं ,
जब आपके के साथ ,
   कुछ अच्छा नहीं हो रहा ।
बुरा वक्त वो है ,
जब आप अपने साथ ,
   कुछ अच्छा नहीं कर रहे । 

पंकज राज

©RAJ RAAJ ईजाबी

#Lines #Poetry #nazm #kavita #shayri #zindgi #ehsaas #vichar
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RAJ RAAJ

जिस समाज को देखना था 
किरदार औरत का
वह सदियों से देखता आया 
जिस्म औरत का  
इसलिए आया उसके हिस्से में  
घुंघट, बुर्क़ा और पर्दा 

पंकज राज

©RAJ RAAJ किरदार #Lines #Poetry #nazm

#Silent

किरदार #Lines Poetry #nazm #Silent

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RAJ RAAJ

उसने कहा मुझसे 
अकेला, तन्हा, छोड़ दो 
मैंने मान ली ,बात उसकी 
और 
उसे भर लिया ,बाहों में 

पंकज राज

©RAJ RAAJ राज़-ओ-नियाज़

#kavita #shayri #Thoughts 


#pyaar

राज़-ओ-नियाज़ #kavita #shayri Thoughts #pyaar #ज़िन्दगी

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RAJ RAAJ

कुदरत  का आधार ,कर्म प्रधान है 
दुनिया का हर प्राणी, जीव-जंतु 
कर्म के दायरे से बाहर नहीं जा सकता 
अंतर केवल इतना है ,
कि कोई प्रेरित होकर, कर्म करता है 
कोई बाध्य होकर ।
विश्वाकर्मा दिवस 

पंकज राज

©RAJ RAAJ #Vishwakarma #Poetry#

#Inspiration
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RAJ RAAJ

रोशनी ,युगो से उजाले का, सवेरे का, आशाओं का प्रतीक रही है,
 चाहे वो रोशनी सूरज की हो , दीपक की यां मन की रोशनी ,
पर बीते समय में बहुत से घरों के दीप बुझ गए ,
बहुत से घरों की रोशनी खत्म हो गई । 
जब रोशनी सबकी सांझी है ,
तो दिवाली भी , दुख भी और सुख भी सांझा होता है 
तो आइए बीते समय में उस भयंकर अंधकार को याद करते हुए 
हम सब उन सब लोगों को जो दुनिया के किसी भी कोने में बसते है
 इस दिवाली एक जलते दिये के साथ 
उनको श्रद्धांजलि अर्पित करे। 
संसार मे शांति की कामना करे।

पंकज राज 

ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,
पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति: । 

वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥

©RAJ RAAJ #Diwali
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RAJ RAAJ

जिंदा आदमी, 
मर चुकी उम्मीद को ,
ता-उम्र ,
कंधा देता रहता है 

पंकज राज

©RAJ RAAJ मय्यत #Lines #poetry #nazm #kavita #Motivation #India 

#river
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RAJ RAAJ

पक्षी नहीं करते कोई वसीयत 
अपने बच्चों के नाम
बस सीखा जाते हैं 
जीने का ढंग, 
उड़ने की कला । 

पंकज राज

©RAJ RAAJ #वसीयत #Hindi #Poetry #nazm #kavita #Love  #Motivatinal #zindgi #nature #world
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RAJ RAAJ

मु'आशरा ,तहज़ीब ,रस्मों-रिवाज़ 
की दुहाई देकर
औरत को 
पर्दा-नशीं करने वाला मु'आशरा  
ख़ुद औरत को
      पर्दे के पीछे ,बे-पर्दा करता है ।       
                                                               (मु'आशरा= समाज ) 

पंकज राज

©RAJ RAAJ #urdu #Hindi #Poetry #Lines #kaafiya #poshamPa #Adab #ehsaas #alfaaz 

#Pardanashin
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RAJ RAAJ

जो औलाद 
अपने मां-बाप की जायदाद में
हक मांगती हैं 
उनसे यह पहले  पूछा जाए 
क्या उन्होंने 
अपने औलाद होने का हक
 पूरा किया था ? 

पंकज राज

©RAJ RAAJ #kavita #shayri #sahitya #literature #nazm #ehsaas #Lines #Quote #Hindi 

#poor
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