#relaxation और फिर इक दिन।
बिना कहे कुछ इक दूजे से ,
वो जुदा हो गए।
थे जो कई जज्बात बंया करने को ,
वो सिर्फ कहकर की ख्याल रखना ,
मिले समय तो एक फोन घूमना,
दोनों अपने अपने रास्ते को मुड़ गए।
अरसे हुए , #poem#kavita#कविता
#GingerTea घर से निकले थे जो घर के,
चिराग बनकर ।
आज खुद रह रहे हैं,
किराए के चार कमरों के अंदर ।
जब हर जिम्मेदारी का बोझ,
अपने कंधों पर उन्होंने उठाया था,
अपने कई सपनो गला
उन्होने दबाया था। #kavita#कविता