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मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

मैं किसी शाम चला जाऊंगा मंज़र से लोग बहल जाएंगे कुछ रोज़ परेशां हो कर!! #hunarbaaz

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मैं किसी शाम चला जाऊंगा मंज़र से
लोग बहल जाएंगे कुछ रोज़ परेशां हो कर!!

©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS मैं किसी शाम चला जाऊंगा मंज़र से
लोग बहल जाएंगे कुछ रोज़ परेशां हो कर!!

HintsOfHeart.

1.कैफ़ भोपाली #शायरी

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Saani

दीवाना अब मुझको बना देती है आँखें। हर ग़म को मेरे तो भुला देती है आँखें ।। है बात सच ये अब तुमने देखा तो होगा। खुशी है कि ग़म ये बता #Shayari #loversday

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Shaarang Deepak

मुफ़िलिसी (Mufilisi) -- Shayari/ Ghazal/ Poem by Qaisar-ul-Jafri || SOHBAT उजड़ी हुई बहार का मंज़र भी ले गई आँधी चली तो गाँव के छप्पर भी ले #ghazal #Hindi #poverty #kavita #शायरी #urdu #Shorts #reel

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मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

#Exploration बात से बात की गहराई चली जाती है झूठ आ जाए तो सच्चाई चली जाती है। रात भर जागते रहने का अमल ठीक नहीं चाँद के इश्क़ में बीनाई चल #Thoughts

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बात से बात की गहराई चली जाती है
झूठ आ जाए तो सच्चाई चली जाती है।
 
रात भर जागते रहने का अमल ठीक नहीं
चाँद के इश्क़ में बीनाई चली जाती है।
 
मैंने इस शहर को देखा भी नहीं जी भर के
और तबीयत है कि घबराई चली जाती है।
 
कुछ दिनों के लिए मंज़र से अगर हट जाओ
ज़िंदगी भर की शनासाई चली जाती है।
 
प्यार के गीत हवाओं में सुने जाते हैं
दफ़ बजाती हुई रूस्वाई चली जाती है।
 
छप से गिरती है कोई चीज़ रूके पानी में
दूर तक फटती हुई काई चली जाती है।
 
मस्त करती है मुझे अपने लहू की खुश्बू
ज़ख़्म सब खोल के पुरवाई चली जाती है।
 
दर-ओ दीवार पे चेहरे से उभर आते हैं
जिस्म बनती हुई तन्हाई चली जाती है।।

©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS #Exploration बात से बात की गहराई चली जाती है
झूठ आ जाए तो सच्चाई चली जाती है।
 
रात भर जागते रहने का अमल ठीक नहीं
चाँद के इश्क़ में बीनाई चल

Shaarang Deepak

मुफ़िलिसी (Mufilisi) Shayari/ Ghazal/ Poem by Qaisar-ul-Jafri (क़ैसर उल जाफ़री) || SOHBAT उजड़ी हुई बहार का मंज़र भी ले गई आँधी चली तो गाँव #ghazal #Hindi #poverty #kavita #शायरी #urdu #urdupoetry #urdushayari

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Brajesh Kumar Bebak

मंजर भोपाली की रचना

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Kushal - कुशल

#•हे ईश्वर • तेरी इस दुनिया का ये मंज़र क्यों है.... कहीं अपनापन तो कहीं पीठ में खंजर क्यों है... सुना है तू हर ज़रे में है रहता, फिर ज़म #Poetry #Trending #Hindi #kavita #viral

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Anjali Singhal

"कभी-कभी मेरे दिल में बहता हुआ, तेरी यादों का ऐसा मंज़र आता है; बिखेर कर रख देता है तुझे मुझमें, मुद्दत तक आह का असर नहीं जाता है। धीरे-धीर #Poetry #AnjaliSinghal

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Harminder Kaur

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