Find the Latest Status about सव्रे की महफ़िल को from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सव्रे की महफ़िल को.
Praveen Jain "पल्लव"
green-leaves पल्लव की डायरी खता कोई करे खतो को आजमाने की सेटेलाइट से भाव कम हो गये है एप के नक्शे कदम पर चलती दुनिया सोच निर्भर सेल फोन पर हो गयी है आधिनिकता रीत रिवाज परम्परा सब खा रही है निशब्द होकर मन मस्तिष्क मानव का पुतलो की शक्ल लेती जा रही है दूर है सुख दुख में संग साथी खुशियाँ और संवेदनाये सोशल मीडिया से निभायी जा रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GreenLeaves खता कोई करे,खतो को आजमाने की
#GreenLeaves खता कोई करे,खतो को आजमाने की
read moreRameshkumar Mehra Mehra
New Year 2025 आपको और आप के परिवार को नये साल की शुभकामनाये... ये नया साल सबके लिए उन्नति और तरक्की लेकर आये ये नया साल आय सब के लिए खास हो... Happy new year... ©Rameshkumar Mehra Mehra #Newyear2025 की आप सब को और आपके परिवार को और नोजटो family ko हार्दिक शुभकामनाये...
#Newyear2025 की आप सब को और आपके परिवार को और नोजटो family ko हार्दिक शुभकामनाये...
read moreLakhan Rajput BJP
जय श्री राधे कृष्ण ©Lakhan Rajput BJP नए वर्ष की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं
नए वर्ष की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं
read moreShiv Narayan Saxena
महफ़िल में सहभागी बनें ©Shiv Narayan Saxena #Live_Show महफ़िल में सहभागी बनें shayari in hindi
#live_show महफ़िल में सहभागी बनें shayari in hindi
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
लम्हा-लम्हा जीने की कोशिश की मैंने, टूटे ख्वाबों को सजाने की कोशिश की मैंने। जो खो गया था ज़र्रे-ज़र्रे में कहीं, उसे फिर से पाने की कोशिश की मैंने। बिखरे तिनकों को संभालकर जोड़ा, हर हंसी को लौटाने की कोशिश की मैंने। पल-पल में छुपी हर खुशी को महसूस कर, मुस्कुराहटें जगाने की कोशिश की मैंने। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Mountains लम्हा-लम्हा जीने की कोशिश की मैंने, टूटे ख्वाबों को सजाने की कोशिश की मैंने। जो खो गया था ज़र्रे-ज़र्रे में कहीं, उसे फिर से पान
#Mountains लम्हा-लम्हा जीने की कोशिश की मैंने, टूटे ख्वाबों को सजाने की कोशिश की मैंने। जो खो गया था ज़र्रे-ज़र्रे में कहीं, उसे फिर से पान
read moreAshtvinayak
Brandavan Bairagi "krishna"
White कभी कभी आ जाया करो अपनों की महफ़िल मे हर जगहा पैसा रुतबा शौहरत नही देखा करते। बृन्दावन बैरागी"कृष्णा" ©Brandavan Bairagi "krishna" अपनों की महफ़िल
अपनों की महफ़िल
read more