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Akash Kedia
अच्छा हुआ के बस कहानी का किरदार रहे, इश्क़ मलंगा शायर का अधूरा सा इज़हार रहे, हासिल हुआ जो खोने पर, मिलने से छूठ जाता, है अर्ज़ मेरी कहानी में ये सिलसिला हर बार रहे। जुड़े हुए थे तुमसे जो; पूरे ख़्वाब अगर हो जाते वो, एहसास नजाने कितनो से ये मुलाकातें न होती, नज़र बिछाई राहों पर तुम मेरी ओर चलकर आते तो, अल्फ़ाज़ों की मेरे हिस्से में फ़िर ये बरसातें न होती। कब सुना है दिल दिमाग़ की; ये अक्सर ही लड़ते रहे, बढ़ न पाये कभी तुमसे आगे; तुम में ही उलझे रहे, हर बात हज़ारों सफ़र परे तुम तक आकर ठहर गई, देखा जब भी शीशे में ख़ुद में भी तुम ही मिलते रहे। चाहतें हर रोज़ तुम्हारी गलियों से गुज़रने की, अपने ही घर की राहों का ठिकाना भुलाने लगी, हावी हुए ऐ साकी तुम मुझपर जो इस तरह, मेरी रूह भी मुझे ख़ुद से फ़िर बेगाना बुलाने लगी। मग़र नींद तो खुलनी थी काली रात के ढलने पर, अंधेर ख़्वाबों को सुलगना था आफ़ताब के जलने पर, राब्ता तो उनसे महज़ ख़ुदको बिखेरने तक का था, ये इल्म हुआ एक हरजाई का आकाश के मरने पर। इश्क़ में राख़ होकर सुनो ये आशिक़ दिलदार कहे, हर दीवाना इस जहान में ऐसी मोहब्बत सौ बार करे, जब टूटकर टुकड़े मिलते हैं तो ऐसा कमाल लिखते हैं, के टकरा जाएं जब भी किसीसे तो बिछड़ना हर बार रहे। ©Akash Kedia #wallpaper poetry in hindi love poetry in hindi #writerscommunity #writing #poem #Hindi #yqbaba #yqdidi
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read morePawan Shah
एक इश्क़ हैँ एक दास्ताँ हैँ मैं ज़िंदा हूँ अभी तो माहौल गुलिस्तां हैँ मगर मंज़िल एक तलाश हैँ मुश्किल तो रास्ता हैँ।। ©Pawan Shah #Shiva&Isha #Hindi #Love #Poet #poem
_बेखबर
हम इस तरह तेरे इश्क में बर्बाद हो दिखायेंगे कि बर्बादियों के शहर में मशहूर हो जायेंगे होगी हमारी मोहब्बत में वफा इतनी ज्यादा वफा के लिए लोग हमारे नाम से कसमें खायेंगे कुछ इस तरह कर देंगे हम खुदको फना तुझपे हमारे बाद ये लोग तुम्हें हमारे नाम से बुलायेंगे अगर जो नहीं रास आयी तुम्हें हमारी मोहब्बत कसम है हमें तेरी हम तुझ से दूर चले जायेंगे एक बार इशारा कर देना तू हमें हमारी जाना भूल कर भी हम तुझको दोबारा ना सतायेंगे अगर ना निभा सके मोहब्बत तुझसे 'बे-खबर' हम खुद अपने हाथों से अपनी हस्ती मिटायेंगे ©_बेखबर #poem #Poetry love poetry in hindi love poetry for her urdu poetry hindi poetry
Zahid Akhtar
Your kids are your 1st RESPONSIBILITY not the nannies and grannies Don't plan if you can't afford to raise them. ©Zahid Akhtar #Grandparents #Kids