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JALAJ KUMAR RATHOUR
कहानियाँ और किस्से, (भाग -१) मई और जून के गर्मियों से भरी छुट्टियों में जब भी शाम होती थी। तो हम निकल जाते घर से बल्ले और गेंद को उठा कर, मुझे नही पता आपके यहाँ बल्ला कैसा होता है पर हमारे यहाँ तो बल्ले पर रेशम के धागे और फेवीकोल को लगाकर उसपर ट्यूब चढ़ा देते थे और रनर साइड वाले खिलाड़ी पर कपड़े धोने वाली पटुकुन्नीयाँ होती थी। ईंटो को कमर तक एक के उपर एक रख हम सिविल इंजीनीयर समझते थे। खुद को, मोहल्ले के हर घर की छत के चक्कर काटे थे हमने,ऐसे ही एक रोज तो हम हिट विकेट हुए थे, उसके इंनस्विंग जैसा गाना "क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रहके"पर,हमारी गेंद से फुटबॉल खेलती , कानों में हेडफोन लगाए वो और उसकी अदाओ पर मंत्रमुग्ध मैं, तभी नीचे से आवाज आई, रवि,गेंद मिली, मैंने कहा हाँ,उस दिन मेरी हालत उस मानव जैसी थी, जो जीवन के यथार्थ को खोजने इस धरा पर जन्म लेता है परंतु इस जग की मोह माया उसे स्वयं में लिप्त कर लेती है। मैं उसके पास गया और मैंने गेंद को वापस देने का इशारा किया, उसने गेंद को पैर मारते हुए मेरी और कर दिया गेंद पर उसके पैर की चोट मुझे ऐसी प्रतीत हो रही थी जैसे उसने मेरे उसके प्रति प्रेम जो कुछ वक्त पहले ही पनपा था का प्रतिकार किया हो, लेकिन हम प्रतिकार में भी प्रेम ढूंढने वाले थे और मैं उसका अब दीवाना हो चुका था। अब बस एक ही मिशन था। मोहल्ले और मेरे दिल में आयी, इस नई लड़की के विषय में जानकारी जुटाने का....... .... #जलज राठौर #Love कहानियाँ और किस्से, मई और जून के गर्मियों से भरी छुट्टियों में जब भी शाम होती थी। तो हम निकल जाते बल्ले और गेंद को उठा कर, मुझे नही
Abhay Shukla
ये खेल भी अब क्या हमारे जीवन के रंग बन गए, कहीं कोई जीतता है तो लोगों के घरों में खुशियों आती है, जो हर जाए तो लोगों कि आंखों से आंसू क्यों निकल जाते है, कभी तो ऐसा लगता है हम हार गए उन खिलाड़ियों कि जगह, वो हारी टीम कि मेहनत होते हैं वो आंसू ,जीन की कभी तूलना नहीं कि जा सकती। ©Abhay Shukla जिंदगी का फुटबॉल
जिंदगी का फुटबॉल #Motivational
read moreAmogh
मंजिल उन्हें मिलती है मंजिल उन्हें मिलती है जिनके हौसलों में दम होता है © Amogh टीना ने जीता फुटबॉल मैच
टीना ने जीता फुटबॉल मैच #स्पोर्ट्स
read moreSudeep Keshri✍️✍️
आहिस्ता... मेरा दिल है कोई फुटबॉल नहीं। #आहिस्ता...मेरा #दिल है कोई #फुटबॉल नहीं।
Anubhav shukla
बाराबंकी-राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता 22 अगस्त से ©Anubhav shukla बाराबंकी-राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता 22 अगस्त से बाराबंकी-राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता 22 अगस्त से sgayri #together
Knowledge Fattah
मै टीवी ज़रूर देखता हूँ पर झूठी और नफरत भरी ख़बरें नहीं सिर्फ और सिर्फ खेल Sport😊 ©A. R. Zaidi खेल ही खेल
खेल ही खेल
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