Nojoto: Largest Storytelling Platform

New उत्सर्जन तन्त्र Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about उत्सर्जन तन्त्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उत्सर्जन तन्त्र.

    PopularLatestVideo

Sumit Hansarian

जंगली सुअर 10 लाख टन कार्बन उत्सर्जन करते है ।।।। sumit hansarian official sunny Rajvanshi PREM Kumbhkar Pooja Rajbhar Vishal Thkuriya K K S #ज़िन्दगी

read more
mute video

Alok

मानव में उत्सर्जन

read more
mute video

Bhupender Singh Dhiman

यन्त्र तन्त्र #विचार #पर_क्या_यह_सच_है

read more
mute video

Bhupender Singh Dhiman

यन्त्र और तन्त्र #विचार #नहीं

read more
mute video

Kulbhushan Arora

वन्दना दीक्षित मित्र...मन का इत्र, मित्रता... आत्मिक सम्बन्ध है, सम+बंध के बंधन में स्वतंत्र है, स्व+तन्त्र श्रेष्ठतम स्वतंत्रता है, स्वतंत #yqquotes #yqinspiration #yqkulbhushandeep #उत्साहपत्र

read more
मित्रता
आत्मिक संबंध है 
मित्रता
चंदन सुगंध है 
#उत्साहपत्र  वन्दना दीक्षित 
मित्र...मन का इत्र,
मित्रता... आत्मिक सम्बन्ध है,
सम+बंध के बंधन में स्वतंत्र है,
स्व+तन्त्र श्रेष्ठतम स्वतंत्रता है,
स्वतंत

Anmol Dubey (nikky)

#बदलते प्रतिमान बदले जब प्रतिमान समाज के गुण्डों का जयकार हो गया बेईमानी सिर चढ़कर बोले ईमानों का प्रतिकार हो गया बेसुध सी रो पड़ी किसानी #कविता

read more
बदलते प्रतिमान

बदले जब प्रतिमान समाज के गुण्डों का जयकार हो गया
बेईमानी सिर चढ़कर बोले ईमानों का प्रतिकार हो गया

बेसुध सी रो पड़ी किसानी मालामाल व्यापार हो गया
चित्त हुआ लोकतन्त्र यहां पर तन्त्र सभी का सार हो गया

शिक्षित तड़पे रोजगार को अनपढ़ सब सरकार हो गया
नेता की कोठी को देखो जैसे राम दरबार हो गया

शर्म यहां सिर चढ़कर बोले लेकिन श्रम लाचार हो गया
कौन कहे इन बेशर्मों की जिनका पारावार हो गया??
अनमोल दुबे ( निक्की) #बदलते प्रतिमान

बदले जब प्रतिमान समाज के गुण्डों का जयकार हो गया
बेईमानी सिर चढ़कर बोले ईमानों का प्रतिकार हो गया

बेसुध सी रो पड़ी किसानी

Divyanshu Pathak

🍫🍫☕☕💕💕🍨🍧💓🍫😂☕💕🙏🍨 : परिष्कार का अर्थ है—शोधन। किन्तु; शोधन किसका व्यक्तित्व का। और, व्यक्तित्व का अर्थ है—शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा। परिष्कार

read more
कितना मुश्किल है
समझना जज्बातों को
मोहब्बत के भरम खुद से
रुबरु होने नहीं देते !
फ़लक़ और ज़मीन
मिलते तो है दूर वादियों में
आमने सामने रहकर भी
एक होने नहीं देते !
दिल मेरा हो धड़कन तेरी
हर लफ़्ज़ कहता है
जाने क्या है जो दोनों को
हम होने नहीं देते !
वस अब तो दामने दिल
छोड़ तू बेकार उम्मीदें
मोहब्बत में कहीं शामिल
मुझे तुम होने नही देते !

     🍫🍫☕☕💕💕🍨🍧💓🍫😂☕💕🙏🍨
:
परिष्कार का अर्थ है—शोधन। किन्तु; शोधन किसका व्यक्तित्व का। और, व्यक्तित्व का अर्थ है—शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा। परिष्कार

Brijendra Dubey 'Bawra,

कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से, व #Poetry #poetrylovers #poetrycommunity #environment #bawraspoetry #environment_day #पर्यावरण_दिवस #पर्यावरण_दिवस_कविता

read more
कविता शीर्षक ::  "ना जाने क्या होगा.."

तीव्र विकास के अन्धदौड़ में लिप्त नीति प्रदूषण का
जल दूषित है थल दूषित है खतरा प्राणवायु के दूषण का,
विषम पारिस्थितिक तन्त्र और विफल नीति सरकारों का
आगामी पीढ़ी के साँसों का आधार ना जाने क्या होगा??
और अभी भी जिन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा??
{कृपया पूरी कविता नीचे अनुशीर्षक में पढ़े......} कविता शीर्षक ::  "ना जाने क्या होगा.."

और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा
वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से,
व

Brijendra Dubey 'Bawra,

शीर्षक "ना जाने क्या होगा??" For #Astitva और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से, #nojotohindi #nojotopoems #bawraspoetry #NojotoThaughts #NojotoPhotose

read more
Hindi shayari quotes और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा
वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से,
व्यवसायिक शिक्षा-प्रणाली भ्रष्ट्रतंत्र विद्यालय के
विकसित हो रहे बच्चों का संस्कार ना जाने क्या होगा??




कृपया पूरी कविता नीचे अनुशीर्षक में पढ़े.... #NojotoQuote शीर्षक "ना जाने क्या होगा??" For #Astitva


और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा
वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से,

Brijendra Dubey 'Bawra,

For #RDV19 कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औष #nojotohindi

read more
 For #RDV19 

कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.."

और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा
वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औष
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile