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Best पर्यावरण_दिवस Shayari, Status, Quotes, Stories

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Rishipal Bhati

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mamta jaiswal

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poonam atrey

#पर्यावरण_दिवस Ratan Kumar Ambika Jha ram singh yadav kavi mustfa Vijay Besharm भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Ambika Mallik Sumit Singh Rathor RAVINANDAN Tiwari अदनासा- Poonam Suyal Mahi Motivational indar jeet guru Badal Singh Kalamgar Reema Mittal Hardik Mahajan Urvashi Kapoor Anshu writer suresh anjaan Rakesh Kumar Mili Saha Rajkumar Rakesh Srivastava SURAJ PAL SINGH RUPENDRA SAHU "रूप" Praveen Jain "पल्लव" Balwinder Pal Sethi Ji R K Mishra " सूर्य " sana naaz Praveen Jain "पल्लव" Balwinde #कविता #sneha

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रिंकी✍️

मैं धारा हु ।
मगर अब कचड़े से भरा हु।
मैं तुम्हारी अंधाधुंध उन्नति का परिणाम हु।
आज कूड़ो से जाम हु।
मैं ही हु जननी तुम्हारी,
मैंने तुम्हें जन्म दिया ।
मगर मेरी ही कोख से निकल कर,
मेरे ही गोद मे पल कर,
तुमने मुझे दगा दिया।
ता उम्र तुझे देती रही ,
और देती रहूंगी।
मैं तो जननी हु ,
मैं अपने बच्चे की हर गलती सहती रहूंगी।
एक बार ही सही सोचो मेरे बारे मे,
तुमने मेरे लिए क्या किया।
,🖋️रिंकी



 #पर्यावरण_दिवस  #collab #यकदीदी #यकबाबा #यकबेस्टहिंदीकोट्स #यककोट     #worldenvromentday

Sunil itawadiya

सुनो !
इसबार पेड़ सोशल मीडिया पर नहीं, ज़मीन पर भी लगाना है 🙏

#पर्यावरण_दिवस आप सभी देशवासियों को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं🌴🌱🌴🌲 #पर्यावरणदिवस #पर्यावरण #love  #life #collab #pyar #yqhindi #motivation

yogesh atmaram ambawale

प्रिय लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो आज जागतिक पर्यावरण दिन त्यामुळे आज आपण घोषवाक्ये तयार करणार आहोत. #घोषवाक्ये #पर्यावरणदिन #घोषवाक्ये2021 जागतील जवळपास 100 पेक्षा जास्त देशामध्ये जागतिक पर्यावरण दिन साजरा करण्यात येतो. यामागील मुख्य उद्देश्य इतकाच की, जगातील प्रत्येक माणसामध्ये पर्यावरणाविषयी जनजागृती करणे आणि संपूर्ण राष्ट्राने पर्यावरणाबाबत पुढाकार घेणे असा आहे.पर्यावरण दिनानिमित्त आपल्या हाती असलेले कार्य आपल्या घरुनच सुरुवात करुया. पुन्हा पुन्हा वापरात येऊ शकणार्‍या वस्तू जसे पेपर, काचेच्या #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #पर्यावरण_दिवस

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इवलेसे रोपटे लावा आज,
उद्या त्याचे मोठे झाड़ बनेल.
पर्यावरण,निसर्ग वाचावला म्हणून,
पुढची पिढ़ी आपला अभिमान करेल. प्रिय लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो
आज जागतिक पर्यावरण दिन त्यामुळे आज आपण घोषवाक्ये तयार करणार आहोत.
#घोषवाक्ये #पर्यावरणदिन #घोषवाक्ये2021
जागतील जवळपास 100 पेक्षा जास्त देशामध्ये जागतिक पर्यावरण दिन साजरा करण्यात येतो. यामागील मुख्य उद्देश्य इतकाच की, जगातील प्रत्येक माणसामध्ये पर्यावरणाविषयी जनजागृती करणे आणि संपूर्ण राष्ट्राने पर्यावरणाबाबत पुढाकार घेणे असा आहे.पर्यावरण दिनानिमित्त आपल्या हाती असलेले कार्य आपल्या घरुनच सुरुवात करुया. पुन्हा पुन्हा वापरात येऊ शकणार्‍या वस्तू जसे पेपर, काचेच्या

Swati

चलो आज इस जमीं को 
फ़िर से जन्नत बनाते हैं,
रोज ना सही आज 
दो- चार पौधे लगाते हैं।
🌱🌱

©Swati #पर्यावरण_दिवस

saurabh pandey

पेड़ कटते हैं
छिलते हैं
बनते हैं कागज!

अखबार बन
जब पहुँचते हैं घर
मैं हैरान होता हूँ
देख कुछ विज्ञापनों को!

पेड़ बचाओ
लिखा होता है
हरे रंग में!

जैसे मार कर मुझे
मेरी खाल पे
मेरे ही खून से लिखा हो
बचाओ इसे! #पर्यावरण_दिवस

Shaivya Bhadauriya

गगन में 
चाँद की चाँदनी ना हो तो,
नज़ारा कहॉं दिखेगा?
ज़मी पर
 कुदरत का रहम ना हो तो,
सुकून कहॉं मिलेगा?


                                                Shaivya #Functions_of_Universe  #environment #feelings #पर्यावरण_दिवस #EnvironmentDay

Brijendra Dubey 'Bawra,

कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से, व्यवसायिक शिक्षा-प्रणाली भ्रष्ट्रतंत्र विद्यालय के विकसित हो रहे बच्चों का संस्कार ना जाने क्या होगा?? और अभी भी जिन्दगियों से............. #Poetry #poetrylovers #poetrycommunity #environment #bawraspoetry #environment_day #पर्यावरण_दिवस #पर्यावरण_दिवस_कविता

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कविता शीर्षक ::  "ना जाने क्या होगा.."

तीव्र विकास के अन्धदौड़ में लिप्त नीति प्रदूषण का
जल दूषित है थल दूषित है खतरा प्राणवायु के दूषण का,
विषम पारिस्थितिक तन्त्र और विफल नीति सरकारों का
आगामी पीढ़ी के साँसों का आधार ना जाने क्या होगा??
और अभी भी जिन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा??
{कृपया पूरी कविता नीचे अनुशीर्षक में पढ़े......} कविता शीर्षक ::  "ना जाने क्या होगा.."

और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा
वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से,
व्यवसायिक शिक्षा-प्रणाली भ्रष्ट्रतंत्र विद्यालय के
विकसित हो रहे बच्चों का संस्कार ना जाने क्या होगा??
और अभी भी जिन्दगियों से.............
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