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Rajeev Pandey
पीने वालों की मिसालें मिलीं वाइजों में एक हम है कि बिन पिए भी बदनाम रहे #nojoto #मिशाल #वाइज #बदनाम
Sangeeta Patidar
आधी उम्दा हूँ, आधी ज़िंदा हूँ, वक़्त है अभी साँस सँवरकर आने में, क्योंकि मेरा वाइज़ मसरूफ़ है पूरा का पूरा अभी सोचकर बताने में। वाइज़- सलाहकार Pic © Sangeeta Patidar #sangeetapatidar ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi #quote #वाइज़
Pushkar Sahu
मुकम्बल नही होती दूरिया इश्क में फिर भी कुछ पल की जुदाई तो सहना पड़ता हैँ वाइज़ = नसीहत देने वाला।। #yourquote #yqdidi #yqbaba #love #life #shayari #YourQuoteAndMine Collaborating with मनीषा🖤
DR. LAVKESH GANDHI
तुझसे दूर रह कर मेरा दिल रोता है जार जार करके ; आँखों से भले न निकले आँसू दिल ताड़ ताड़ रोता है | वाइज़ = नसीहत देने वाला।। #yourquote #yqdidi #yqbaba #love #life #shayari #YourQuoteAndMine Collaborating with मनीषा🖤
Lovelorn Vinit
RK MOTIVATION STORY
SHAYARI BOOKS
कोशिश तो बहुत थी कि रात हदों में रहे हम करवटों में रहे,तुम सिलवटों में रहे। हमें नहीं मंजूर ताजमहल उनके लिए ये क्या कि हो कैद इश्क मकबरों में रहे। ऐ वाइज़ आ हाथ लगा झाड़ू पोंछे को भी क्यूँ सारा ध्यान महज़ फलसफों में रहे। क्या ख़ाक निपटाएंगे बस्तियों के मसले वो जो ताउम्र हवेली और महलों में रहे। जिंदगी मौत से बदतर कैसे,उनसे पूछो जो अपनी मुहब्बत की नफरतों में रहे। #NojotoQuote कोशिश तो बहुत थी कि रात हदों में रहे हम करवटों में रहे,तुम सिलवटों में रहे। हमें नहीं मंजूर ताजमहल उनके लिए ये क्या कि हो कैद इ
ठाकुर राजन सिंह
कभी चिराग़ को परवाना इश्क़ कहता है मेरी आंखों में भी आना इश्क़ कहता है वाइज़ नहीं समझता प्याले समझते हैं मेरी प्यास को मयखाना इश्क़ कहता है हंसना नहीं लिखा है तक़दीर ए दिल में अश्क ही अश्क बहाना इश्क़ कहता है वो जिसमे जीतने की कोई उम्मीद न हो एक ऐसी हार को ज़माना इश्क़ कहता है मुझ ही को देख के कहते हैं ज़माने वाले कोई पागल कोई दीवाना इश्क़ कहता है मैं इश्क़ को ही लिखता हूं ज़िंदगी राजन मेरी ज़िंदगी को वैश्या खाना इश्क़ कहता है : राजन सिंह ☺️☺️ ... ©ठाकुर राजन सिंह कभी चिराग़ को परवाना इश्क़ कहता है मेरी आंखों में भी आना इश्क़ कहता है वाइज नहीं समझता प्याले समझते हैं मेरी प्यास को मयखाना इश्क़ कहता है
Zoga Bhagsariya
"अज़मत"ए"आशिक हो तुम ,तुम ज़ीनत हो, है आरजू"ए"मुरशिद ,फकत तुम गनीमत हो ।। हम बातिल थे , बड़े ऊंचे दर्जे के कातिल थे, तूने अखलाक बनाया,फिर क्यों ना कीमत हो ।। रुसवाई की लहरों में डूबना, मुस्तकबिल समझा, मगर पस्त नहीं हुए, हों कैसे, ख़ुदा,जो देता हिम्मत हो, कलंदर करता है रहमत, मिटाता हर ज़हमत , मुमकिन बनाता ,मसला जो लबरेज "ए"शिद्दत हो ।। बड़े दरवेश है ,ज़माने में, वाइज बने फिरते हैं, मगर तुम ही"जोगा" की माशुको- मुरशिद अकीदत हो, "जोगा भागसरिया" ZOGA BHAGSARIYA RAJASTHANI KAFIR ZOGA GULAM "अज़मत"ए"आशिक हो तुम ,तुम ज़ीनत हो, है आरजू"ए"मुरशिद ,फकत तुम गनीमत हो ।। हम बातिल थे , बड़े ऊंचे दर्जे के कातिल थे, तूने अखलाक बनाया,फिर क
Shayar Subodh
ठुकराओ या प्यार करो ठुकराओ या अब के प्यार करो, मैं नशे में हूँ.. जो चाहो मेरे यार करो, मैं नशे में हूँ.. अब भी दिला रहा हूँ यकीन-ऐ-वफ़ा मगर, मेरा ना एतबार करो, मैं नशे में हूँ.. गिरने दो तुम मुझे, मेरा साग़र संभाल लो, इतना तो मेरे यार करो, मैं नशे में हूँ.. मुझको कदम-कदम पे भटकने दो वाइज़ों, तुम अपना कारोबार करो, मैं नशे में हूँ.. फ़िर बेखुदी में हद से गुज़रने लगा हूँ मैं, इतना ना मुझसे प्यार करो, मैं नशे में हूँ।। ©Shayar Subodh ठुकराओ या प्यार करो ठुकराओ या अब के प्यार करो, मैं नशे में हूँ.. जो चाहो मेरे यार करो, मैं नशे में हूँ.. अब भी दिला रहा हूँ यकीन-ऐ-