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मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)

#poem hindi poetry on life #Poetry

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Rahul Jadhav

Priyanka Ghosh

#Freedom #wishes

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Pinki Singh

White देश की आजादी का जश्न कैसे मनाएं हम
जब मानव मानसिकता अब तक गुलाम है
जो तिरंगा गगन में फहरा रहा, उस जमीं
की नींव अब तक दल दल में फंसा सरे आम है।
नीलाम हो रही जहां बेटियों की इज्जत
बर्बरता की हदें लांघना जहां खुलेआम हैं
लूट ली जाती है आबरू भरे बाजार
बेटियों की आजादी का अब भी जहां अभाव है।
छीन ली जाती है किसी की जिंदगी, उसकी
मर्जी के बगैर
मरने के बाद भी दरिंदगी का परचम लहराना
हाय कितनी शर्म की बात है।
आखिर कब तक ये जिस्मों के ठेकेदार आजाद घूमेंगे
दरिंदगी, हैवानियत का आए दिन बढ़ना
कितनी आम बात है।।
शर्मशार है ऐसी आजादी, जहां बेटियों का जिस्म
किसी का गुलाम है
मसल दी जाती है किसी बाग की कली यूं हीं
ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है
ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है।।

©Pinki Singh #happy_independence_day #freedom #saftey

Ajita Bansal

#happy_independence_day poem on independence day #Poetry

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Deepika Oriya

Freedom🇮🇳🇮🇳 #Quotes

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मैंने ढूंढा बहुत वो जहां ना मिला
मेरे वतन जैसी ना जमीं 
ना कोई आसमान मिला 
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभेच्छा🇮🇳

©Deepika Oriya #Freedom🇮🇳🇮🇳

Mousumi Chatterjee

#SorrowFeelings Rabindranath Tagor Special #শায়রি

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Ashok Mangal

अधिकांश देशवासियों को महंगाई बेरोजगारी सता रही है !
जो इससे बच पाये हैं उनके समय की बरबादी की जा रही है !!

अनचाहे फोन दिन भर सताते हैं !
चैन से दो मिनट भी हम जी नहीं पाते हैं !! 

साइबर क्राइम का खतरा भी मंडरा रहा है !
बैंक वाला भी फोन करने से बाज नहीं आ रहा है !!

कानूनी बदलाव यू ट्यूब पर दिन रात आते हैं !
यू ट्यूब शीर्षक मजकूर से मेल ही नहीं खाते हैं !!

केवाईसी बार बार लिया जाता है !
डाटा लीक करके बेच दिया जाता है !!

जब कभी ये साइबर क्रिमिनल के हाथ लग जाता है !
वो फोन पे लीक डाटा के सहारे विश्वास जुटा, ठगता जाता है !!

साइबर क्रिमिनल को हजारों सिम बेचे जाते हैं !
सच्चे ग्राहकों से फोन वाले बार बार केवाईसी जुटाते है !!

कुत्तों के काटने की लाखों घटनाओं का आंकड़ा न थमता है !
सड़क पे छोड़ो, सोसाइटी में चहलकदमी में भी डर लगता है !!

कैंसर कारक पदार्थ धड्डले से बेचे जा रहे है !
जानलेवा बीमारी में हम अपने अजीजों को गंवा रहे हैं !!

पदपथ अतिक्रमित है हफ्तों की वसूली के कारण !
बाज़ार पैदल जाने में भी समय व्यर्थ होता है इसी कारण !!

गाड़ी से जायें तो ट्रैफिक जाम समय खाता है !
इन सभी कारणों से तनाव बढ़ता जाता है !!

सारांश ये है कि हम काम करने की शक्ति घटा रहे हैं !!
अस्सी करोड़ को थमाया, और बीस तीस करोड़ को थमाना चाह रहे हैं !!

आजादी हाथ में कटोरे के लिए नहीं जुटाई गई है !
बलिदानियों के खून से सिंची आजादी स्वाभिमान के लिए पाई है !!

नई पीढ़ी मोबाइल जुए सट्टे नशे पत्ते अपराध से बच नहीं पा रही !
पुरानी पीढ़ी की हिम्मत जवाब दिए जा रही !!

राजनेताओं का जन ज्वलंत प्रश्नों से सरोकार ही नहीं !
देश का भविष्य चक्रव्यूह में न फंसे, ऐसी मंशावाली कोई सरकार नहीं !!
आवेश हिन्दुस्तानी 03.08.2024

©Ashok Mangal #Freedom 
#leaders 
#AaveshVaani 
#JanMannKiBaat

Ajita Bansal

#love_shayari poem on national parents day #Poetry

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White 

In the tapestry of life, they are the golden threads, 
With love and guidance, our spirits they’ve fed.
 Through days of sunshine and nights of storm, 
In their embrace, we’ve found our form.

They’ve walked with us through paths unknown,
 With every step, their care was shown. 
From first steps taken to dreams pursued, 
Their faith in us has never been subdued.

Their hands have held us, their hearts have healed,
 In every challenge, their strength revealed. 
With wisdom shared and lessons taught,
 In their love, we’ve always been caught.

So here’s to parents, near and far,
 The guiding lights, our brightest stars. 
On this day, we honor their role, 
With deepest thanks, from our soul.

For all the nights they stayed awake, 
For every chance they helped us take,
 Today we celebrate their endless care,
 And the boundless love they always share.

©Ajita Bansal #love_shayari poem on national parents day

Roshni Mehar

#Freedom #Life

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ये बिन्दी, ये काजल ये लाल रंग से मुझे नफरत है
ये हाथों में खनकती चूड़ियाँ,
ये पायलों की छन-छन से मुझे नफरत है
मुझे पसन्द है, बिखरे उड़ते बाल
करीने से सजाये हुए जुल्फों से मुझे नफरत है
यूँ सुन्दर दिखना
और उस पर मर्दो की नजरसे मुझे नफरत है
.
.



.

मुझे पसन्द है सादगी से जीना
ना सजने संवरने का गुण
जिसमें मुझे मिलता है सुकून...

13/07/2024

©Roshni Mehar #Freedom
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