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paritosh@run
My dear poem वो जिनके सामने हो तुम, तुमको ढूंढते होंगे... मैं अक्सर आंखे बंद करके, तुमसे मिल आता हूँ... आंखे बंद करके...
Yogenddra Nath Yogi
Buddhist Mona Singh
हम उन पर विश्वास करते रहे और वो हमारे साथ विश्वासघात करते रहे। ©Mona Singh इसलिए तो कहते हैं #विश्वास कीजिए #अंधविश्वास नहीं। #यकीन कीजिए मगर #आंखे बंद करके नहीं, आंखे खोलकर।
Devang shukla
भविष्य की चिंता करने से आपका वर्तमान खराब नहीं होता है। बल्कि आपका भविष्य अच्छा होता है। तो आंखे बंद करके ये मत सोचिए जो होगा देखा जायेगा, बल्कि आज से मेहनत करना शुरू करिए, अपने भविष्य को लेकर थोड़ा गंभीर हो जाइए। तनाव मत रखिए, ल
yogesh atmaram ambawale
हकीकत जानने की कोई कोशीश नही कर रहा है, सामने जो दिख रहा है उसे ही सच मान रहा है. सोशल मीडिया का दौर है जो दिखा रहा है, उसी पे आंखे बंद करके भरोसा किया जा रहा है. नजर नही आता किसीं को क्या सच क्या झूठ है, कॅमेरा और मोबाईल जैसी बेजान चीज जो सबुत है. चारों तरफ़ से आँखों ने घेरा डाला है, लेकिन वो है कि नज़र नहीं आता। #नज़रनहींआता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote
Harshita Dawar
बहुत दर्द भरी आंखो से छलकते ज़ख्मों के निशान उफ आज आंखे बंद करके भी वाही चहरे सामने आते रहे है उफ प्रपोज डे पर सवाल उठाते रीस रहे हैं रिश्तों की मर्यादा जो आंखों से दिल तक की डोरी टूटू रही हैं आंखो से निकल कर दिल से कोसती नज़र आती हैं कभी ख़ुद को कभी कर्मों को अक्षित होने की लाचारी दिखा रही हैं ओल्ड एज होम का रिवाज़ जो शुरू हुआ हैं जिम्मेदारियों का मोल भाव शुरू हुआ हैं मेरे नाम क्या तेरे नाम क्या कौन करेगे कितना करेगा अंतिम श्वास तक कौन देखेगा ये गाटिया ढकोसले खोखले रिश्ते साबित होते नज़र आते रहेंगे जब तक जिस तन लगे वो तन जाने की कहानी दोहराई नही जाएगी जब यहीं सलूक ख़ुद पर होगा जिस दर्द का आभास होगा गंगा में भी वो पाप धुल का पाएंगे, वक्त रहते ही ये प्रपोज डे मदर्स डे ,फादर्स डे ,ब्रॉथ्स डे ,सिस्टर्स डे , जीतने है रिश्ते कमाई दौलत रिश्तों की माला एहसासों की किसी डे पर निर्भर नहीं होते हैं, वहीं दिन ख़ास बन जाता हैं जहां झलकियां प्रेम भाव स्पष्ट होता हैं ©️ जज़्बात ए हर्षिता खुश रहो ❤️🙏 #propose day #relationships #zindagikasafar #parents #yqbaba #yqdidi #yqtales बहुत दर्द भरी आंखो से छलकते ज़ख्मों के निशान उफ आज आंखे बंद
रिंकी✍️
उसके बालो से खुसबू आती थी जब हवा बहकर उसके बालो से निकलने वाले सुंगन्ध को मेरी और खिंचती थी और मैं आंखे बंद करके उसे महसूस करता था । सच बताऊ तो पल भर के लिये किसी अलग दुनिया मे ही पहुँच जाता था जैसे कलियों के बगीचों में आह कितनी सुंगंधित ! कई बार उसकी जुल्फें हवा के झोको के साथ उसके चेहरों को ढक लेती थी और फिर उसका चिढ़ जाना । वो परेशान भी होती थी तो कितनी खूबसूरत लगती थी । वो बार बार बालो को समेट कर जुड़ा बनाती और उसके केशो को उसको फिर से छेड़ना । रह रह कर खुल जाते थे और वो फिर चिढ़ जाया करती बिल्कुल मासूम बच्चे की तरह । वो हमेसा मुस्कुराती रहती थी बिना किसी बजह के। र उसके चेहरे की रौनक थी उसके चेहरे की मुस्कुराट जो दूसरों के चेहरे पर एक मीठी मुस्कान ला देती थी वो आज भी मुस्कुरा रही थी आज भी वो वही नीली साड़ी पहनी थी उसने , जब वो मुझसे पहली बार मिली थी । उसी ढावे में उसने जाने की जिद्द भी की जहाँ पहली बार उसके साथ बैठकर चाय पी थी । और मैं उसकी जिद्द के सामने हार गया हमेशा की तरह। उस दिन कुछ बोला नही उसने बस मुझे देखती रही ये नही पता था मुझे की ये शाम और ये चाय की कप उसके साथ आखरी होगी .......। उसके बालो से खुसबू आती थी जब हवा बहकर उसके बालो से निकलने वाले सुंगन्ध को मेरी और खिंचती थी और मैं आंखे बंद करके उसे महसूस करता था । सच बताऊ
अशेष_शून्य
Music 🎶 is the ultimate Magic of this universe.— % & छत के कोने पर खड़ी थी अचानक पक्षियों के झुंड की चहचहाट ने ध्यान खींचा अपनी ओर; उनकी आवाज में एक सुकून का आभास हुआ ठीक वहीं भाव जो स्कूल से
lalitha sai
एक सपनों की नगरी में.. खूब सारे खिलोने है.. मगर उस खिलोने में.. कुछ खिलौना सबके काम आते है.. तो कुछ खिलौने व्यर्थ है.. मगर हर खिलोने में.. कुछ खास बात जरूर है.. मगर..हर खिलौना.. बस यहीं चाहता है..की.. इस सपनों के राज्य पर बस.. मेरा राज़ चले..! #goodwalimorning #lalithasai #myworld इस धरती पर.. जहाँ सकरात्मक है तो.. वहाँ नकारात्मक भी है.. कभी कभी गोर से परखे तो.. बात 12बजे या उसके ब
विष्णुप्रिया
गृहस्थ और वैराग्य के मध्य उलझे कुछ विचार, कुछ भाव, कुछ मान्यताएं, और, उनका उत्तर खोजती मैं... इसी उधेड़बुन में यह कहनी रच गई... ' हिमाद्रि ' कैप्शन में पढ़े... हिमालय....यह....नाम सुनते ही तीव्र अद्यात्मिक ऊर्जा का संचार सा होने लगता है मेरे भीतर । फिर भी आज तक हिमालय दर्शन का सौभाग्य, प्राप्त ना हो