Find the Latest Status about ठोको ताली हनी बनी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ठोको ताली हनी बनी.
Nirankar Trivedi
उसके हाथों में जो सितारे हों, उन्हें छूने की मेरी ख्वाहिश है। वो हसीं बातें जो उसके लबों से निकलें, उन्हें सुनने की मेरी आरज़ू है। उसके हाथों की छूटी बातों में, मेरी ज़िंदगी की राहत छुपी है। उन अनमोल लम्हों के ज़रिए, मेरी धड़कनों की तारीक़ी बनी है। उसके हाथों की एहसासों में, मेरी खुशबू की खुशी बसी है। उन लम्हों के मोहरों से, मेरी किताबों की कहानी लिखी है। उसके हाथों में जो प्यार हो, उसी में मेरा सब कुछ समाया है। उन लम्हों की मिठास में, मेरा जीना बस खुशियों से सजाया है। उसके हाथों की ग़ज़ल बनी है, जिनमें मेरी दुनिया बसी है। उसके हाथों के साथ में, मेरा ख्वाब सच होने की राहत पाई है। ©Nirankar Trivedi उसके हाथों की ग़ज़ल बनी है, जिनमें मेरी दुनिया बसी है।उसके हाथों के साथ में, मेरा ख्वाब सच होने की राहत पाई है।#UskeHaath
उसके हाथों की ग़ज़ल बनी है, जिनमें मेरी दुनिया बसी है।उसके हाथों के साथ में, मेरा ख्वाब सच होने की राहत पाई है।#UskeHaath #कविता
read moreKhan Sahab
दर्द में डूबे हुए नग्मे हज़ारों हैं मगर, साज़-ए-दिल टूट गया हो तो सुनायें कैसे... बोझ होता जो ग़मों का तो उठा भी लेते, ज़िंदगी बोझ बनी हो तो उठायें कैसे...! ©Khan Sahab #जिंदगी बोझ बनी हो तो....
#जिंदगी बोझ बनी हो तो....
read moreRameshkumar Mehra Mehra
माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी....... बनी रहे......! श्रंगार भी हो जाए.....!! संस्कृति भी बनी रहे..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी,बनी रहे,श्रृंगार भी हो जाए,संस्कृति भी बनी रहे.....
# माॅडर्न भी दिखो मर्यादा भी,बनी रहे,श्रृंगार भी हो जाए,संस्कृति भी बनी रहे..... #Quotes
read moreAshish Singh
Sunil Sharma...
Pyar quotes in Hindi दो अधूरे मिले तो एक कहानी फिर एक शाम सुहानी बनी मैं तेरे दिल का राजा बना तू मेरे दिल की रानी बनी ईटों का एक घर बना फिर प्यार की निशानी उसने मिलाया जब हम दोनों को राधे कृष्णा सी अपनी प्रेम कहानी बनी..।।। ©Sunil Sharma... राधे कृष्णा सी अपनी प्रेम कहानी बनी......
राधे कृष्णा सी अपनी प्रेम कहानी बनी...... #Shayari
read moreUsha Dravid Bhatt
White आसमान का चांद आसमान पर चांद खिला है, साथ लिए लाखों तारे, तेरे दीदार को तरस रहा चकोर,धरती पर बैठ तुझे नहारे। दिन बीत रहा कड़क तपन संग , तरु छाया कहीं दिखे नहीं , हों हाड़ कांपती ठंडी रातें , टेर एक घड़ी को हटे नहीं । सदियों की लंबी दास्तां, किस्मत का खेल इसे कहते , कर्मों के फल से भाग्य मिला , अब क्यों तेरे आंसू बहते । तीव्र रोशनी तेरे अरमानों की , नित्य जलाती है होली , अंधियारे की शीतलता में , भ्रम से भरती सपनों की झोली । सौरभ आशाओं का दीप जलाकर, उम्मीद मत हारो समझाता, कुवास है अभिशाप सृष्टि में, जीवन में निर्जन वन सा गहराता । है एक बगीचा एक ही माली, रंग बिरंगे फूलों से महके फुलवारी , कांटो ने भी संग में डेरा डाला , आंसुओं से भर गई मधु प्याली । प्रातः की बहकी बेला में, जैसे स्वप्न दूर खड़े हर्षाते हैं , किससे पूछूं कि भोर होते ही , नक्षत्रमणी कहां छुप जाते हैं । बढ़ चला मुसाफिर यही सोचते, मधुर वचन बड़ा छलावा है , सत्य हमेशा कड़वा होता , उसे हर कोई मुखौटा पहन छुपाता है । ©Usha Dravid Bhatt आसमान का चांद एक सच्ची और निस्वार्थ लगन , जो बिना लाभ हानि के निरन्तर बनी रहती है।
आसमान का चांद एक सच्ची और निस्वार्थ लगन , जो बिना लाभ हानि के निरन्तर बनी रहती है। #कविता
read moreDev Baba
White Dev Baba जहाँ सूर्य की किरण हो, वहीं प्रकाश होता है, और जहाँ प्रेम की भाषा हो, वहीं परिवार होता है।। “खुश रहा करो उनके लिए जो अपनी खुशी से ज्यादा आपको खुश देखना चाहते है।” ©Dev Baba #SunSet सुबह का प्रणाम सिर्फ परंपरा नहीं , बल्कि अपनेपन का एहसास भी हैं , ताकि रिश्ते भी ज़िंदा रहे और यदि भी बनी रहे
#SunSet सुबह का प्रणाम सिर्फ परंपरा नहीं , बल्कि अपनेपन का एहसास भी हैं , ताकि रिश्ते भी ज़िंदा रहे और यदि भी बनी रहे #Motivational
read moreMahadev Son
मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से.... ©Mahadev Son मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा दूसरे देश जात
मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा दूसरे देश जात #Bhakti
read more