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Rameshkumar Mehra Mehra
छुपा......रामेश.. ©Rameshkumar Mehra Mehra # बो किताब लोटने का बहाना तो लाखो में एक था,लोग ढूढते रहे सुबूत पैगाम तो आखो मे था छुपा...
Bhanu Priya
White अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई । ©Bhanu Priya #अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई ।
AJAY NAYAK
रात से संवाद ऐ रात तू कितनी अच्छी है अच्छा बुरा सब छुपा लेती हो, न कभी अच्छे का श्रेय खुद लेती हो न कभी बुरे का श्रेय किसी को लेने देती हो ©AJAY NAYAK #Night ऐ रात तू कितनी अच्छी है अच्छा बुरा सब छुपा लेती हो, न कभी अच्छे का श्रेय खुद लेती हो न कभी बुरे का श्रेय किसी को लेने देती हो N
ज़हर
White ज़हर मेरी चाहते तुम से अलग कब है, दिल की बाते तुमसे छुपी कब है, तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह, फिर ज़िंदगी को सांसो की ज़रूरत कब है यूं ही चलते चलते एक दुनिया सी बना लेती हूं छोटी छोटी ख्वाहिशों को अपने दिल में दबा लेती हूं ढूंढती फिरती हूं, हर शाम उस चेहरे को और शाम ढलते ही उसे इस दिल में छुपा लेती हूं ©ज़हर ज़हर मेरी चाहते तुम से अलग कब है, दिल की बाते तुमसे छुपी कब है, तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह, फिर ज़िंदगी को सांसो की ज़रूरत कब है
Mistar Baghi
Vikrant Rajliwal Show
Arora PR
लुका छुपी के खेलो का आनन्द तुम बच्पन और जवानी मे पूरा लें चुके हो लेकिन उम्रदराज़ होते ही तुम्हे उन खेलो क़ो पूरी तरह से बन्द करना पड़ेगा इस संसार रूपी सराय मे तुम पहले भी कई बार दाखिला लें चुके हो चार दिन आराम से रहलो. फिर तो तुम्हे तम्बू अपना उखाड़ना ही पड़ेगा ©Arora PR लुका छुपी
Arora PR
लुका छुपी के खेलो का आनन्द तुम बच्पन और जवानी मे पूरा लें चुके हो लेकिन उम्रदराज़ होते ही तुम्हे उन खेलो क़ो पूरी तरह से बन्द करना पड़ेगा इस संसार रूपी सराय मे तुम पहले भी कई बार दाखिला लें चुके हो चार दिन आराम से रहलो. फिर तो तुम्हे तम्बू अपना उखाड़ना ही पड़ेगा ©Arora PR i लुका छुपी
Mukesh kumar dewangan
हम से पूछो कि ग़ज़ल क्या है ग़ज़ल का फ़न क्या चंद लफ़्ज़ों में कोई आग छुपा दी जाए ©Mukesh kumar dewangan #Preying हम से पूछो कि ग़ज़ल क्या है ग़ज़ल का फ़न क्या चंद लफ़्ज़ों में कोई आग छुपा दी जाए