Nojoto: Largest Storytelling Platform

New निर्मलता को परिभाषित Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about निर्मलता को परिभाषित from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, निर्मलता को परिभाषित.

    LatestPopularVideo

Pradyumn awsthi

Pradyumn awsthi

तन को निर्मल सब करें, मन को निर्मल करें ना कोई ।
जो मन को निर्मल करें, तो दुःख काहे को होए

©pradyuman awasthi #निर्मलता

#lily

Akash Chaudhary

प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️ #Poetry

read more
प्रेम को परिभाषित नहीं करते पात

गन्दी रेत से लथपथ वो पत्ते
जो कभी वृक्ष के वक्ष से
कलाएं करते थे,
कितनी ही चिड़िया तुमको छूकर
गुजरी,
मैं तुम पर आज ढूंढने बैठ गया
उनके पैरों के निशान,
क्या मन नहीं है तुम्हारा तुम उनको
परिभाषित करो,
क्या नहीं बताना चाहते
मुझे अपने प्रेम के विषय में,
तुम्हारी व्यथा और प्रेम से परिचित हूं मैं
समझ रहा हूं पात तुम्हे मैं,
तुम्हे पुरानी चिड़िया की याद
आयी होगी,
चलो मैं अपने दरवाजे से इंतजार में हूं
जब चाहना तब दास्तां सुनाना......,
तुम्हारा मौन समझता हूं मैं,
तुम बता रहे हो शायद मुझे 
प्रेम कभी शब्दों से नहीं किया जाता
वो होता है बस ,बस होता है।।

©Akash Chaudhary प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️

Ajay Daanav

प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता। #कविता

read more
हृदय से उपजे विचार हो तुम
शब्दों का मेरे श्रृंगार हो तुम
करती हुई झंकृत मन-वीणा
सातों सुरों की झनकार हो तुम
हूं मैं कविता छंदों में गढ़ी
कविता का मेरी सार हो तुम
हृदय से उपजे विचार हो तुम प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता।

Shashank मणि Yadava "सनम"

#Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ #कविता

read more

Prashant Tiwari

आत्मा की निर्मलता Nojoto Nojoto News Nojoto Hindi

read more
जैसे कोई बूंद गगन से, वसुन्धरा पर गिरती है।

स्वच्छ और निर्मल होकर वह, चांदी जैसी चमकती है।।

यदि वह बूंद गिरे कीचड़ में, उसमे ही मिल जाती है।

वही बूंद यदि गिरे कमल पर मोहकता को बढ़ाती है।। आत्मा की निर्मलता Nojoto Nojoto News Nojoto Hindi

Saurav Das

मेरे साथ मुस्कुराते हुए अपने गम को छूपा लेती है,

दूसरों की नज़र न लगे,अपने आचल में छूपा लेती है! 

हमेशा जीत माँ की हुई है 

हर परिस्थिति से लड़ने में!

लाखों,करोड़ो शब्द कम पड़ जाएंगे,

माँ को परिभाषित करने में!!

©Saurav Das #शब्द 
#कम 
#है  
#माँ 
#को 
#परिभाषित 
#करने_में 
#माँ_दिवस्_की_हर्दिक

Saurav Das

एक दाग है जो सिने में छूपाया है!

ये सराहना देने कौन आया है?

जिसे मालूम नहीं संघर्ष का मतलब!

वो ज़िन्दगी को परिभाषित करने आया है!!

©Saurav Das #ज़िन्दगी 
#परिभाषित 
#Light

Shashank मणि Yadava "सनम"

माँ के अस्तित्व को परिभाषित करती हुई कविता,,, dedicated to all mothers

read more

परवाज़ हाज़िर ........

अगर कृष्ण नहीं होते तो प्रेम को परिभाषित करना थोड़ा मुश्किल होता ....।

read more
If Krishna were not there then it would have been a little difficult to define love..... अगर कृष्ण नहीं होते तो प्रेम को परिभाषित करना थोड़ा मुश्किल होता ....।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile