Find the Latest Status about से पराई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, से पराई.
Shikha
खुद में ही गुमनाम-सी अपनो से अनजान-सी एक लड़की हु मैं हर रिश्तों से पराई - सी...... खुद से ही लड़ता हुआ अपनो को संभालता हुआ एक लड़का हु मैं जिम्मेदारियों के बोझ तले दबा हुआ... ©Shikha खुद में ही गुमनाम-सी अपनो से अनजान-सी एक लड़की हु मैं हर रिश्तों से पराई - सी...... खुद से ही लड़ता हुआ अपनो को संभालता हुआ एक लड़का हु मैं
Vikas Sharma Shivaaya'
✒️📇जीवन की पाठशाला 📖🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की उस पौधे के लिए कितना मुश्किल है रोज मर मर कर जीना जिस पौधे को माली छाँव भी देता है -खाद -दवाई भी देता है ,आंधी तूफ़ान से बचाता भी है लेकिन साथ ही उस पौधे और उसकी प्रजाति के बाकी पौधों को वही माली बचपन से ही धीमा जहर भी दे रहा है -बो रहा है और वो जहर इस कदर उस पौधे के साथ वाले पौधों में पनप चुका है की वो अब सारा दोष इस पौधे को देते हैं की तेरी वजह से हमें बहुत कुछ सहना पड़ रहा है ... जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो व्यक्ति गलत होते हुए भी आपको ही गलत साबित करेगा वो उतना ही शोर ज्यादा करेगा अपनी कमियों को छुपाने और गलत को दबाने के लिए ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो भी चीज /व्यक्ति /धन आसानी से मिल जाये वो ज्यादा समय तक टिक कर नहीं रह पाती और जिस धन /व्यक्ति /चीज को हमने काफी संघर्ष के बाद पाया हो वो लम्बे समय तक टिक पाती है ..., आखिर में एक ही बात समझ आई की ईश्वर की कृति नारी भी बहुत ही अलग है -घर में बेटी बन कर भी पराई और ससुराल में बहु बन कर भी पराई ...! बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा 🙏सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरुरी ...!🌹सुप्रभात🙏 🔯🔱 विकास शर्मा "शिवाया"🔱 🌈🚩🔯 ⚛️🔯☸️🪔🔱 ©Vikas Sharma Shivaaya' पराई और पराई #FathersDay
Ombir Kajal
कौन कहता है कि वो पराई है, वो तो मेरे दिल मेरी रूह में समाई है, उसकी आवाज सुनकर सुकून मिलता है मुझे, उसका दीदार मेरे हर दर्द की दवाई है. 🙏🙏🙏 Ombir kajal पराई
Keshav
बंदिषे कोई नहीं है अभी फिर भी जिंदगी पराई सी क्यों लग रही है क्या पा रहा हुं और क्या खो रहा हुं पता नहीं कितना, मै जी रहा हूं ! जख्म किसी और को दर्द मै खुद ले रहा हु, समज न पाये कोई मुझे, न मै किसीको समझ रहा हु, क्या पा रहा हुं और क्या खो रहा हुं पता नहीं कितना, मै जी रहा हूं | तकलीफों को संभालते संभलते, न जाने मै क्यूं हस रहा हूं छाव तो अभी भी दूर है, पर सुकून को मैं पी रहा हु, बंजर हुआ है ये कलेजा, अब आंसू नही बरसते, जख्म कही और लगे है मगर मै रो रहा हुं| क्या पा रहा हुं और क्या खो रहा हुं पता नहीं कितना, मै जी रहा हूं ! ©केशव पराई जिंदगी
Sunita
ये दुनिया पराई है सच ये दुनिया पराई है देखो कितनी रुसवाई है इंसान, इंसान का नहीं रहा धर्म ने भी हाहाकार मचाई है बेटियां यहां, हवस की शिकार है किसी को मार दो, लूट लो कैसी रुसवाई है। कोई किसी का नहीं यहां ये दुनिया पराई है। ©Sunita #पराई दुनिया