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Raj Bhandari
वो, झमाझम बरसता पानी और तेरा साथ, वोही भीगने की दास्तां,पकड़ के मेरा हाथ !!
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
झमाझम बारिश का मौसम और फर्क हालातों का, रईस को मस्ती सूज रही है और गरीब की बस्ती डूब रही है, _______________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा, झमाझम बारिश का मौसम और फर्क हालातों का... रईस को मस्ती सूज रही है और गरीब की बस्ती डूब रही है...
Pnkj Dixit
झमाझम हो बरसात सौंधी -सी मुलाकात फुहारें हों मोहब्बत की भीगे दिल सारी रात ०३/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा 'बेधड़क' झमाझम हो बरसात सौंधी -सी मुलाकात फुहारें हों मोहब्बत की भीगे दिल सारी रात ०३/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा 'बेधड़क'
Sunil itawadiya
झमाझम बारिश ... बादलों को गुरूर था कि वह ऊंचाई पे है जब बारिश हुई तोउन्हें जमीन की मिट्टी ही रास आई ...! 🌧️☁️💦 झमाझम बारिश ... बादलों को #गुरूर था कि वह ऊंचाई पे है जब #बारिश हुई तो उन्हें जमीन की मिट्टी ही रास आई ...!🌧️☁️💦 OPEN FOR COLLAB✨ Tnightsmil
विष्णुप्रिया
छलकते नेत्र अंबुद के, हिय अन्तस भिगोते है। पखारें भाव भीतर से, व्यथा के पल संजोते है। कलश दृग से जो बहती हैं वेदना की वो सरिता है । प्रक्षालित कर हृदय मेरा कलुषता को मिटाती है ॥ छलकते नेत्र अंबुद के, हिय अन्तस भिगोते है। पखारें भाव भीतर से, व्यथा के पल संजोते है । भिगाती जो ये बूंदे हैं, हृदय की पीर मिटती है, समाहित
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
सुलगे हुए होंठों पे क्या लफ्जों का झुलसना देखें घुट घुटके जीने वाले का, हँस हँसकर मरना देखें बदनीयती वालों की बदगुमानियाँ भी बहुत खूब अमृत सी ज़ुबां वालों का जहरीला ये डंसना देखें न जाने किस गुमान पर, समंदर वो उछलता रहा अब प्यास बुझाने केलिए उसका भी तरसना देखें मन भींग रहा अपना इन आँखों की झमाझम से अब काहे को यह सोचे कि छत पर बरसना देखें है उम्र अपाहिज, किसी काम की बची नहीं अब यूँ बेकार किसलिए, ख्वाहिशों का मचलना देखें ज़िंदा रहने की कोशिश ने कई रंग दिखाए मगर चौखट पर ही बैठे हैं मुसाफिर! तेरा बस आना देखें ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS #swiftbird सुलगे हुए होंठों पे क्या लफ्जों का झुलसना देखें घुट घुटके जीने वाले का, हँस हँसकर मरना देखें बदनीयती वालों की बदगुमानियाँ भी ब
Dr Upama Singh
“सावन की याद” अनुशीर्षक में जब भी आए घुमड़ काले बादल याद दिलाए सावन का मौसम कभी बचपन की कश्ती तो कभी जवानी की मस्ती। किसी का साथ और प्यार अक्सर उसी का एहसास रह रह कर आए याद दिल चाहे मिलने को बार बार। बना कर काग़ज़ की कश्ती दोस्तों के साथ पानी की मस्ती
Shashi Aswal
लटों को काफी गरूर था अपने इठलाने पर केश से लड़ने को आतुर थी जंग पर Read in caption अचानक पढ़ते समय मेरे चेहरे पर लटें लहराई जैसे बिन बादल के बरसात झमाझम आई हवा का साथ पाते ही आकाश को छूने की तमन्ना कभी इधर कमर बलखाती