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Parasram Arora
Happy Rath Yatra लोग कहते हैँ ँइन गीतों मे कोई शाश्वत सार नही है ये तो दुख का ही सरगम है सुख की मधु मनुहार नही है कंण कंण मे पीड़ा मुस्काती अम्बर की पलकें भीगी धरती रोये पर मैं. गाऊँ मुझको यह मंजूर नही है ©Parasram Arora दुख का सरगम.....
KK क्षत्राणी
श्री राम जी ने इंशा बन कर जो दुख देखा हम सब को भी वही सब मिलता है मिलता रहे गा बिना किसी राज के ©KK क्षत्राणी दुख का पूतला
ayush tank
आँखों के सागर मे ये जलन कैसी, आज दिल को तड़पने की ये लग्न कैसी, बर्फ की तरह पिघल जाएगी ये जिंदगी, आपकी हमसे रूठने की ये कसम कैसी | प्यार का दुख
Zohaib Baig (Ambar Amrohvi)
Life quotes in hindi रात का दुख जानता कोई न था, सिर्फ़ तन्हा चाँद था कोई न था.. किस कदर सुनसान था शहरे-वफ़ा, एक मैं था दूसरा कोई न था.. वो भी रोये दास्ताँ सुन कर मिरी, जिन से मेरा वास्ता कोई न था.. फ़ासले ही फ़ासले थे दरमियाँ, फ़ासलों का फ़ैसला कोई न था.. पूछता फिरता था मैं अपना पता, जब मुझे पहचानता कोई न था.. हो परीशाँ ज़िन्दगी से आप क्यूँ, आप का तो मुद'दआ कोई न था.. था सफ़ीना जब भँवर में ज़ीस्त का, बस ख़ुदा था ना-ख़ुदा कोई न था.. मुज़्महिल थे अंदरूने ज़ात सब, हाँ मगर टूटा हुआ कोई न था.. अहले दिल थे उनकी महफ़िल में बहुत, दिल-जला ज़ोहेब सा कोई न था.. #NojotoQuote रात का दुख..
Ek villain
दुख का मूल कारण कर्म और कर्म का मूल कारण है रोड राग द्वेष मोड़ को मिटाना है तो उसके मूल कारण राग द्वेष और मुंह को मिटाना होगा इनके कारण ही जन्म जरा मृत्यु और रोग आदि रोग उत्पन्न होते हैं जहां तक वो है वहां तक दुख आते रहेंगे कर्म पद के मूल राग द्वेष अज्ञान मोह आदि को समाप्त कर कर ही व्यक्तित्व के मूल आधार क्रम उससे जुड़े दुख को समाप्त कर सकता यह जीवन में सुख प्राप्ति का मंत्र भी है ©Ek villain दुख का कारण
Ek villain
संसार में नाना प्रकार के सुख साधना भले कितने अच्छे दिखते हो किंतु अंत में उनका परिणाम दुखी है संसार की चकाचौंध में छाले ही जल भरा है झूठी प्रतिष्ठा जीव के दुख का प्रमुख कारण है जिसमें हम जीव से अधिक महत्व देते हैं जैसे कोई वस्तु या फिर विषय जिसे हम अपने अत्यंत ही महत्वपूर्ण मानने लगते हैं और वही हमारे जीवन में दुख का कारण बनता है दुख से मुक्त ना होने का मुख्य कारण यह है कि प्राणी दुखों के मूल पर नहीं आपूर्ति उसके निमित्त पर प्रहार करता आ रहा है ©Ek villain दुख का संसार