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VIIKAS KUMAR
Question-सुलेमानी हकीक किसे पहनना चाहिए? Answer- भाग्य और समृद्धि में वृद्धि: सुलेमानी हकीक को एक भाग्यशाली पत्थर माना जाता है जो पहनने वाले के लिए सौभाग्य और समृद्धि को आकर्षित कर सकता है। इसे अक्सर वे लोग पहनते हैं जो अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करना चाहते हैं या जो कोई नया व्यवसाय शुरू कर रहे हैं। ©VIKAS KUMAR #सुलेमानी हकीक
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कुछ किताबें ऐसी होती हैं जिनके कुछ पन्ने ही पढ़े जाते हैं। फिर आखिरी पढ़ा पन्ना मोड़ आगे कभी के लिए उन्हें सहेज दिया जाता है। ऐसी ही एक भूली- बिसरी किताब आज मेरे सामने है। उसे रद्दी में बेच दूं या एक बार फिर उसे पढ़ने की कोशिश करूं। यह स्थिति बड़ी कठिन है । एक नज़र का आकलन कभी-कभी धोखा दे जाता है। चलो एक बार और कोशिश कर लेता हूं। ©कमल कांत #किताब #हिंदीनोजोटो #हिंदी #hindi_poetry
Mr. StrAngerous
कुछ लोगों के सामने हम 'खुली किताब' होते हैं, लेकिन, वो लोग ही 'अनपढ़' निकलते हैं। ©Mr. StrAngerous किताब #strangerous #oslr #nojoto #हिंदी #शायरी #funny #किताब
Deep Dhenwal
2 Years of Nojoto सूख गया है वो अरसा पहले हिंदी कि किताब में रखा तेरा गुलाब का फूल पर आज भी तन्हाई के आलम में महकता है.. हिंदी की किताब में... school memories #love #rose #flower ##feelings
SHIVAM MISHRA'MICHAEL'
रेगिस्तान की रेत सा हूं , बहुत सरल,और सहज सा हूं मै , मुझको पढ़ना बहुत सरल है , जैसे हिंदी कि किताब सा हूं मै। michael #हिंदी की किताब से हूं मै...
parveenprangmailcom
🔥.... कि चला🤩है गिरा है उठा है लड़खड़ाया है।। लेकिन...छोड़ा नहीं साहस🌪️ जरूर घबराया है।।...✍️ @परवीन बलियाला... ©parveenprangmailcom #grateful... मेहनत.... नक्शे कदम...
Jyoti Kour
दिल की किताब में जिंदगी के सारे दर्द दफन हैं।कहती कुछ नहीं ये जिंदगी ख़ामोश और बंद है। दिल की किताब में
Jyoti Kour
फुरसत हो तो आयेगा बेहिसाब पनने हैं जिंदगी की किताब में पढने और समझने मे थोड़ा वक्त तो लगेगा । जिंदगी की किताब में
Sumit Chaudhary
जब भी कहीं दूर यात्रा पर निकलता हूं मेरे पास एक किताब होती है और एक डायरी किताब जो मुझे खूब भाती है उसे मैं खूब पढ़ता हूं और जब दिख जाता है तुम्हारा नाम अनायास ही उस किताब में मन में एक टीस-सी उभर आती है तुम्हारा नाम दिखते ही उतर आती है, तुम्हारी तस्वीर मेरे सामने सब कुछ धुधला-धुधला सा दिखने लगता है यात्रा धीमी हो जाती है क़िताब छोड़, उठा लेता हूं डायरी और लयबद्ध करने लगता हूं तुम्हारा दिया हुआ उपदेश जो बुद्ध की याद दिलाती है... लाख कोशिश करता हूं बहुत दूर यात्रा पर निकल जाऊं और लौटू न पर खिचा चला आता हूं तुम्हारे पास इन्हीं किताबों के सहारे। ~सुमित चौधरी . ©Sumit Chaudhary #किताब में तुम्हारा नाम