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Rashi
White लोग दूसरे को सामने कर, खुद अच्छे बन जाते है, कुछ तो मुह से मीठा रस, दिल मे तलवार लिए बैठ जाते है. आंख नाक चढ़ा कर, मुह को टेड़ा कर, दूसरे की निंदा करने मे, लोगों को बड़ा मज़ा आता है?... सामने वालो की ना सुन कर, अपनी बात सुनाने मे, अपनी अंदरूनी पहचान छुपा कर, खुद की छवि चमकाने मे , लोगो को कितना मज़ा आता?.... कभी मिले तो देखेंगे भी नहीं, कभी मिले तो पहचाने गे नहीं, और सब के साथ खड़े होने पर, सामने आ कर प्यार जाताने लोगों को कितने मज़ा आता है?.... दिल को साफ रखो, लोगों को माफ करो, शब्दों मे दायरा रखो, दूसरों का सम्मान करो, और खुद मे केवल सुधार करो जीवन मे इतना ही कार्य करो..... Rashi🖋 ©Rashi #Thinking #Rashi
Rashi
White माहोल मुलाकात का असर, माहोल पर होता है, एहसास हो जाता है, अच्छे बुरे का, किसी की उपस्थिती माहोल को खुश, किसी का ग़म से भर देती है, कोई काम को आसानी से कर जाता हैं, कोई उसी काम को करने में, नाक भौं चढ़ाता हैं... रिश्ते को प्यार से बनाना होता है, सब बातें सुन कर, कुछ अपने कुछ उनके, बातों को मानना होता है, साथ रहने से केवल नहीं, दिल से रिश्ता निभाना पड़ता है, दूरी प्यार को कम नहीं कर पाते, पर नजदीक मे रहकर एक दूसरे की उपेक्षा, रिश्ते की दरार का आधार बनती है.... ......राशि🖋 ©Rashi #Sad_Status #Rashi
Rashi
White बीच मझधार मे जो साथ दे, वही सही खेवाया है, बाकी तो डुबुने ही आते है... ©Rashi #sad_qoute #Rashi
Rashi
आगयी है ऋतु मे बहार हवा की ठंडक मे सुधार खेतों मे आ गई है सुनहरी बाली आ गई है लोहड़ी की खुशहाली हैप्पी लोहड़ी ©Rashi #Lohri #Rashi
Rashi
Unsplash किताबे भी पड़े-पड़े धूल खाती हुए कहती है कभी हमे भी उठा लिया करो ©Rashi #Book #Rashi
Rashi
green-leaves धागों से बंधे रिश्ते बड़े नाजुक होते है कोई भी उँगली से थोडे देता है ©Rashi #GreenLeaves #Rashi
Rashi
Unsplash दिल मे गुबार हो लाखो पर कहो ना किसी से, समझो ना अपना किसी को, बनाओ ना अपना किसी को, हो अगर कोई आने को करीब उनसे दूरी बना लो जरूर से.... अपनेपन और परायेपन की पहचान, बस आंखों से ही हो जाती है अब, अपना बनाने की कोशिश में, जो दिए हाथ कभी, वो हाथ तो प्यार से पकडते है, पर झटके से छोड़, हमें अकेला कर निकल पड़ते है, लोगो को अपना बनाने की कला, भारी पड़ती है हमें, जिन्हें अपना बना के साथ चले, वो तो मुझे पीछे धकेल कर, किसी और के साथ आगे निकल गये, वो समझते है कि हम कुछ समझते ही नहीं, पर हम जीतनी समझ रखते है, शायद, वे इतनी समझ रखते भी नहीं... फिर भी मैं खुश हूं उन सब के लिए, जिन्होंने मेरा उपयोग किया, जीवन से उन्हें मैने निकल दिया, दुखों का अंबार मुझे पर आया, फिर मैं कितनी भाग्यशाली हूं कि, भगवान ने मुझे जीवन का इतना कुछ, अनुभाव सिखाया.... ©Rashi #snow #Rashi