Nojoto: Largest Storytelling Platform

New जागरे मालण जाग लोकगीत Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about जागरे मालण जाग लोकगीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जागरे मालण जाग लोकगीत.

Stories related to जागरे मालण जाग लोकगीत

Rameshkumar Mehra Mehra

# एक तेरे खाबों का शौक,एक तेरी याद का मन,तू ही बता सोकर,तेरा दीदार करुँ,या..जाग कर तुझे याद करु....💕

read more

RJ VAIRAGYA

#rjharshsharma #rjvairagyasharma metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा तमाम उम्र कहा

read more
White आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा

तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है
ये जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो

अभी तो जाग रहे हैं चराग़ राहों के
अभी है दूर सहर थोड़ी दूर साथ चलो

जब भी दिल खोल के रोए होंगे
लोग आराम से सोए होंगे

तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल
हार जाने का हौसला है मुझे

कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ
फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते

याद आई है तो फिर टूट के याद आई है
कोई गुज़री हुई मंज़िल कोई भूली हुई दोस्त

शहर-वालों की मोहब्बत का मैं क़ाएल हूँ मगर
मैं ने जिस हाथ को चूमा वही ख़ंजर निकला

ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते
जो आज तो होते हैं मगर कल नहीं होते

ज़ब्त लाज़िम है मगर दुख है क़यामत का 'फ़राज़'
ज़ालिम अब के भी न रोएगा तो मर जाएगा

©RJ VAIRAGYA #rjharshsharma #rjvairagyasharma  metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा

तमाम उम्र कहा

theABHAYSINGH_BIPIN

#erotica उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर, इस सर्द दिसंबर को जून कर दो। लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर, मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

read more
उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलगा दो।

जाग रहा है इश्क़ का कबूतर खत पर,
तेरे अंगों की महक में बिखेर दो।
मेरे होठों पे उकेर, अपनी सासों की लकीर,
इस रात को मुझे अपने बदन में बसा दो।

भड़क रही है आग तेरे बदन की लहरों में,
तेरी छुअन से हर नस को झुलसा दो।
कबसे क़ैद है इश्क़ का ये सिपाही,
अपने कोमल स्पर्श से आज़ाद कर दो।

हर सांस तेरे रिदम से बंधी है अब,
तेरे बदन की नर्म लकीरों में खो जाने दो।
हवाओं में मिलकर जलते हुए इन लम्हों को,
मेरी हर शरारत को ख़ुद में समा लो।

©theABHAYSINGH_BIPIN #erotica 

उतार दो अपने बदन की हरारत मुझ पर,
इस सर्द दिसंबर को जून कर दो।
लहू में बसा है अब तेरा शरारत का सफर,
मेरे ख्वाबों को शोलों सा सुलग

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत, फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी। ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया, व

read more
इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
वरना हर नींद में थी सोई कहानी अपनी।

चाहतें छोड़ के कुछ दर्द समेटे हमने,
ये अमानत भी तो थी जान से प्यारी अपनी।

कौन समझेगा ये अफ़साना-ए-ग़म का मंज़र,
जब भी रोए हैं तो बस याद थी जवानी अपनी।

जिनसे उम्मीद थी वो दूर नज़र आए हमें,
छोड़ बैठे हैं वही राहगुज़ारी अपनी।

हमने चाहा था जिसे, उसने भुला डाला हमें,
और दुनिया से छुपा ली नज़्म सारी अपनी।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
इक सदी तक तो तमन्ना का सफ़र चलता रहा ओ नवनीत,
फिर मुक़द्दर ने लिखी आख़िरी निशानी अपनी।

ख़्वाब टूटे तो लगा जाग उठी है दुनिया,
व

Vijay Vidrohi

हरियाणवी लोकगीत #my #New #poem #ragni song #Poetry #Like #share #viral #Trending english translation in english in hindi

read more
White हरियाणवी लोकगीत 

एक कहवै तो दूजा सुणले, 
बेकार लड़ाई ना होवै।
इस तरियां जै सोचै सारे,
लोग हंसाई ना होवै।

दो गज खातिर भाई भाई,
कितने मरगे लड़कै न
कितन्यां के यैं ढूंड उजड़गे,
झूठी ज़िद पै अडकै न
दगा करणिया लालची माणस,
अंत मरै सै सड़कै न
भीतर भांडे भिड़ज्यां तै,
ना बाहर जाणदयो खड़कै न।
फेर राई का पहाड़ बणै ,
जै गात समाई ना होवै।
इस तरियां जै सोचै सारे,
लोग हंसाई ना होवै।

©Vijay Vidrohi हरियाणवी लोकगीत #my #new #poem #ragni #song #poetry #like #share #viral #Trending      english translation        in english    in hindi

harikesh

अभी और कर तू 1. इस रंग बिरंगी दुनियां में तू भी अपना रंग जमा उढ़ जाग अपने अंधियारे से खुद को नईं राह दिखा आँखें खोल, देख और कुछ कर तू अभी

read more
White ✍️ 6 वी 🙏


          अभी और कर तू

1. इस रंग बिरंगी दुनियां में तू भी अपना रंग जमा
उढ़ जाग अपने अंधियारे से खुद को नईं राह दिखा 
आँखें खोल, 
देख और कुछ कर तू 
अभी और और थोड़ा और कर तू

2. तू खुद में झाँक जरा,
और खुद पर अनुसंधान कर 
यहां जो खुद से जागा,
उसने नया दिखाया आविष्कार
यहां मन बिखरा तेरा,
 इक्कटा कर तू 
अभी और कर तू

3. मन बिखरा, 
समय निकला,
कभी खुद को पूछा, 
क्या किया 
साथ तेरे जो आज है कल कहां,
पाजेब देख, 
क्या जमा किया 
कुछ नही, 
कुछ नही,
 फिर क्या तू
अभी और कर तू

4. जिसने कल किया, 
आज उसी का तो चर्चा है
तू इंशा वो भी इंशा, 
जिसका दरो दीवार पे पर्चा है 
खुद से, 
खुद के, 
समय से छल न कर तू
अभी और और थोड़ा और कर तू

✍️

©harikesh अभी और कर तू
1. इस रंग बिरंगी दुनियां में तू भी अपना रंग जमा
उढ़ जाग अपने अंधियारे से खुद को नईं राह दिखा 
आँखें खोल, 
देख और कुछ कर तू 
अभी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile