Find the Latest Status about मजबूरी की खबर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मजबूरी की खबर.
Pradyumn awsthi
बिल्ली ने पीने के लिए अपने मालिक से दूध मांगा मालिक- मेरे फोन को पकड़कर बैठ जा उसके बाद दे दूंगा । बिल्ली- साला ,एक कटोरी दूध के लिए क्या क्या करना पड़ रहा है । ©"pradyuman awasthi" #बिल्ली की मजबूरी
Usman shayar
कैसी मजबूरी हैं मेरी मोहब्बत की हम बता भी नही सकते और जता भी नही सकते ©Usman salmani मजबूरी मोहब्बत की
मजबूरी मोहब्बत की #शायरी
read moreDr Upama Singh
"रोटी की मजबूरी" बहुत कुछ लिखा प्यार और प्यार के अभिव्यक्ति पर, पर आज सोच रही हूं लिखूं किसी नई परिस्थिति पर इसलिए लिख रही हूं आज कुछ नया पसंद अगर आए तो दुआ मुझे देना आज मैंने बारिश में गरीबी को भीगते देखा दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी करते देखा क्या करोना मारेगा इनको, गरीबी की विषम परिस्थिति पहले से ही है मारी मन इनका विचलित नहीं होता है क्या करेगा महामारी रोटी की कीमत पाने के लिए अपनी जान जोखिम में है डाली दो वक्त की रोटी के लिए उठा के चल दिए ठेला पहुंच गए लेकर लाश जहां लगा था शवों का मेला। "रोटी की मजबूरी"
"रोटी की मजबूरी"
read moreDr Upama Singh
"रोटी की मजबूरी" बहुत कुछ लिखा प्यार और प्यार के अभिव्यक्ति पर, पर आज सोच रही हूं लिखूं किसी नई परिस्थिति पर इसलिए लिख रही हूं आज कुछ नया पसंद अगर आए तो दुआ मुझे देना आज मैंने बारिश में गरीबी को भीगते देखा दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी करते देखा क्या करोना मारेगा इनको, गरीबी की विषम परिस्थिति पहले से ही है मारी मन इनका विचलित नहीं होता है क्या करेगा महामारी रोटी की कीमत पाने के लिए अपनी जान जोखिम में है डाली दो वक्त की रोटी के लिए उठा के चल दिए ठेला पहुंच गए लेकर लाश जहां लगा था शवों का मेला। "रोटी की मजबूरी"
"रोटी की मजबूरी"
read morePramod Mishra
#OpenPoetry .......... ? एक खिलौना बन गया दुनिया के मेले में, कोई खेले भीड़ में कोई अकेले में...? इन्सानों की मजबूरी
इन्सानों की मजबूरी #OpenPoetry
read moreRam Shailendra upadhyay
मुझे तुझसे कोई शिकायत नही हैं, " वक्त " मैं तेरी मजबूरी समझता हूँ #NojotoQuote वक्त की मजबूरी
वक्त की मजबूरी
read moreDr Upama Singh
"रोटी की मजबूरी" बहुत कुछ लिखा प्यार और प्यार के अभिव्यक्ति पर, पर आज सोच रही हूं लिखूं किसी नई परिस्थिति पर इसलिए लिख रही हूं आज कुछ नया पसंद अगर आए तो दुआ मुझे देना आज मैंने बारिश में गरीबी को भीगते देखा दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी करते देखा क्या करोना मारेगा इनको, गरीबी की विषम परिस्थिति पहले से ही है मारी मन इनका विचलित नहीं होता है क्या करेगा महामारी रोटी की कीमत पाने के लिए अपनी जान जोखिम में है डाली दो वक्त की रोटी के लिए उठा के चल दिए ठेला पहुंच गए लेकर लाश जहां लगा था शवों का मेला। "रोटी की मजबूरी"
"रोटी की मजबूरी"
read moreअनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
ना देखो ख़ुद को........ आइने में इस कदर । पल-भर आइने की.... तबियत बिगड़ जायेगी । #आइने की मजबूरी
#आइने की मजबूरी
read more