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Stories related to कुळाचे नाव इतर अधिकार

Chandni Khatoon

मतदान के अधिकार का आप सब सही उपयोग करें आपका एक वोट हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिसे समझना चहिए वर्ना बिना सोचे समझे वोट देते रहेंगे

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White  बड़ी मुश्किल से मिला है हमें अधिकार मतदान का
हमारे मुल्क की भलाई के लिए, चुनाव करो एक अच्छे इंसान का।
ना धर्म देखो ना जाती, बन जाओ तुम निस्वर्थी
गांधीवादी जिसमे झलके, तुम्हारा ऐसा हो प्रत्याशी।
ये देश नहीं बिकने देना हर ज़ुल्मों का बदला लेना,
ताक़त अपनी दिखलादो तुम, बस इतना था मुझको कहना।
जो मौका तुम सब ने पाया है ये पाँच साल में आया है,
सोचो समझो गहराई से के किसने वादे करके तोड़े
और किसने वादों को निभाया है।
गुज़रे सालों में झाँको अब क्या खोया और क्या पाया है,
जो सोचो तो मुद्दे हैं कई कुछ तो हमने दर्शाया है
उन पुलवामा के जवानो को दिल्ली जाते किसानो को,
हाथरस की बेटी को सड़क पर जली उस देवी को
ना हम भूलें हैं ना तुम भूलो अब वक़्त है
सब अपनी-अपनी आँखें खोलो।
बड़ी मुश्किल से मिला है हमें अधिकार मतदान का
हमारे मुल्क की भलाई के लिए, चुनाव करो एक अच्छे इंसान का।

©Chandni Khatoon मतदान के अधिकार का आप सब सही उपयोग करें आपका एक वोट हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिसे समझना चहिए वर्ना बिना सोचे समझे वोट देते रहेंगे

Indian Kanoon In Hindi

सूचना का अधिकार अधिनियम कानून :-

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सूचना का अधिकार अधिनियम कानून :- 

* सूचना का अधिकार अधिनियम (Right to Information Act) भारत के संसद द्वारा पारित एक कानून है जो 12 अक्तूबर, 2005 को लागू हुआ (15 जून, 2005 को इसके कानून बनने के 120 वें दिन)। भारत में भ्रटाचार को रोकने और समाप्त करने के लिये इसे बहुत ही प्रभावी कदम बताया जाता है। इस नियम के द्वारा भारत के सभी नागरिकों को सरकारी रेकार्डों और प्रपत्रों में दर्ज सूचना को देखने और उसे प्राप्त करने का अधिकार प्रदान किया गया है। जम्मू एवं काश्मीर मे यह जम्मू एवं काश्मीर सूचना का अधिकार अधिनियम 2012 के अन्तर्गत लागू है।

* आरटीआई शिकायत :- यदि आपको किसी जानकारी देने से मना किया गया है तो आप केन्‍द्रीय सूचना आयोग में अपनी अपील / शिकायत जमा करा सकते हैं।

* अपनी अर्जी कहाँ जमा करें? :- आप ऐसा पीआईओ या एपीआईओ के पास कर सकते हैं. केंद्र सरकार के विभागों के मामलों में, 629 डाकघरों को एपीआईओ बनाया गया है. अर्थात् आप इन डाकघरों में से किसी एक में जाकर आरटीआई पटल पर अपनी अर्जी व फीस जमा करा सकते हैं. वे आपको एक रसीद व आभार जारी करेंगे और यह उस डाकघर का उत्तरदायित्व है कि वो उसे उचित पीआईओ के पास भेजे।

* क्या इसके लिए कोई फीस है? इसे कैसे जमा करें? :- एक अर्ज़ी फीस होती है. केंद्र सरकार के विभागों के लिए यह 10रु. है. हालांकि विभिन्न राज्यों ने भिन्न फीसें रखीं हैं. सूचना पाने के लिए, आपको 2रु. प्रति सूचना पृष्ठ केंद्र सरकार के विभागों के लिए देना होता है. यह विभिन्न राज्यों के लिए अलग- अलग है. इसी प्रकार दस्तावेजों के निरीक्षण के लिए भी फीस का प्रावधान है. निरीक्षण के पहले घंटे की कोई फीस नहीं है लेकिन उसके पश्चात् प्रत्येक घंटे या उसके भाग की 5रु. प्रतिघंटा फीस होगी. यह केन्द्रीय कानून के अनुसार है।

* क्या सूचना प्राप्ति की कोई समय सीमा है? :- हाँ, यदि आपने अपनी अर्जी पीआईओ को दी है, आपको 30 दिनों के भीतर सूचना मिल जानी चाहिए. यदि आपने अपनी अर्जी सहायक पीआईओ को दी है तो सूचना 35 दिनों के भीतर दी जानी चाहिए. उन मामलों में जहाँ सूचना किसी एकल के जीवन और स्वतंत्रता को प्रभावित करती हो, सूचना 48 घंटों के भीतर उपलब्ध हो जानी चाहिए।

©Indian Kanoon In Hindi सूचना का अधिकार अधिनियम कानून :-

Nimisha Mishra HI

#teachers_day हम शिक्षक ही नही, बल्कि विशेष शिक्षक है हम सब से अलग शिक्षक है, हम IAS, DOCTOR, ENGEENIOR, नही बनाते, हम अपने बच्चो को समा

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theABHAYSINGH_BIPIN

#Sands ज़िंदगी का कोई हक़दार नहीं है, हर अब आशिक़ वफ़ादार नहीं है। साहिल से ताकता हूँ दूसरी छोर को, नाव-ए-ज़िंदगी का कोई पतवार नहीं है। इश

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Red sands and spectacular sandstone rock formations ज़िंदगी का कोई हक़दार नहीं है,
हर अब आशिक़ वफ़ादार नहीं है।
साहिल से ताकता हूँ दूसरी छोर को,
नाव-ए-ज़िंदगी का कोई पतवार नहीं है।

इश्क़ करो और दिल महफ़ूज़ रहे,
ये इश्क़ है, कोई चमत्कार नहीं है।
जो जले बिन बुझा, वो चिराग़ कहाँ,
दिल का दर्द अब दरकार नहीं है।

फिर भी दिल में ये उलझन क्यूँ है,
हर साँस में कोई तड़प क्यूँ है।
शायद मोहब्बत अधूरी रह जाए,
मुकम्मल इश्क़ इख़्तियार नहीं है।

ये सफ़र इश्क़ का आसान नहीं,
हर कदम पर एक इम्तिहान सही।
पर दिल को संभालो, आगे बढ़ो,
इश्क़ में मुक़ाम हर बार नहीं है।

वो वक्त बीत गया 'हीर-रांझा' का,
हर शख़्स अब मिलनसार नहीं है।
सुबह का भूला शाम को न आता,
अब मोहब्बत पर एतबार नहीं है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #Sands 
ज़िंदगी का कोई हक़दार नहीं है,
हर अब आशिक़ वफ़ादार नहीं है।
साहिल से ताकता हूँ दूसरी छोर को,
नाव-ए-ज़िंदगी का कोई पतवार नहीं है।

इश

Alamsingh Choungad

#SunSet 💓Good👏🏻Morning 🌄 सुख का जन्म सिद्ध अधिकार प्राप्त करता है परंतु योग का तो आधार ही आत्मा निश्चय हैं सुविचार इन हिंदी नये अच्छे विच

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset 💓Good👏🏻Morning 🌄 
सुख का जन्म सिद्ध अधिकार प्राप्त करता है 
परंतु योग का तो आधार ही आत्मा निश्चय हैं

©Alamsingh Choungad #SunSet 💓Good👏🏻Morning 🌄 
सुख का जन्म सिद्ध अधिकार प्राप्त करता है 
परंतु योग का तो आधार ही आत्मा निश्चय हैं
 सुविचार इन हिंदी नये अच्छे विच

Himanshu Prajapati

#SunSet जहां नाव भी अपना रास्ता बदल लेता है, बस वैसा ही लहर हूं मैं, अपनों के लिए जादूगर दुश्मनों के लिए कहर हूं मैं..! #36gyan #hpstrange

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset जहां नाव भी अपना रास्ता 
बदल लेता है,
बस वैसा ही लहर हूं मैं,
अपनों के लिए जादूगर 
दुश्मनों के लिए कहर हूं मैं..!

©Himanshu Prajapati #SunSet जहां नाव भी अपना रास्ता 
बदल लेता है,
बस वैसा ही लहर हूं मैं,
अपनों के लिए जादूगर 
दुश्मनों के लिए कहर हूं मैं..!
#36gyan #hpstrange

Harish Prajapati

#leafbook हमारा अधिकार

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Unsplash हमारा अधिकार हमारा कर्तव्य

©Harish Prajapati #leafbook हमारा अधिकार

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर चल पड़े हैं तो मुसाफ़िर नहीं रुकने वाले, मंज़िलें कहती हैं, रस्ते भी झुकने वाले। ज़िंदगी शेर थी, अब शेर मैं बन बैठा, जो मुझे ख

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चल पड़े हैं तो मुसाफ़िर नहीं रुकने वाले,
मंज़िलें कहती हैं, रस्ते भी झुकने वाले।

ज़िंदगी शेर थी, अब शेर मैं बन बैठा,
जो मुझे खा नहीं पाया, वो सबक बन बैठा।

तूफ़ानों से लड़ने का हुनर सिखा दिया,
नाव डूब भी गई तो समंदर बना दिया।

राह मुश्किल थी, मगर इरादा बुलंद था,
ख़ुद को हारा नहीं समझा, यही फ़र्ज़ था।

जंग जीतेंगे वही, जो लड़ने का हौसला रखें,
हार भी सर पे सजे, वो विजेता बनें।

मौत भी कहती रही, मुझसे किनारा कर ले,
मैंने हंसकर कहा, जीने का सहारा कर ले।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
चल पड़े हैं तो मुसाफ़िर नहीं रुकने वाले,
मंज़िलें कहती हैं, रस्ते भी झुकने वाले।

ज़िंदगी शेर थी, अब शेर मैं बन बैठा,
जो मुझे ख
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