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priyanka pilibanga
❤️❤️ केसरी पत्रिका में प्रकाशित रचना ❤️❤️ ©Priyanka pilibanga हिंदुस्तान की नारी
हिंदुस्तान की नारी
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Unsplash नारी तू नारी नहीं, तू एक देवी का अवतार है। तू इस बात पर नाज़ कर, तुझसे ही चलता यह संसार है। विनम्रता, धैर्य सब तेरे अंदर है, क्रोध करे, तो भी प्यार है। तू नारी नहीं, तू एक देवी का अवतार है। तू धीरज बंधाएं तो, हर परिस्थिति में हम तैयार है। बात अपनी हर मनवाती है, ना तेरे पास कोई हथियार है। तू नारी नहीं, तू एक देवी का अवतार है। मेरे घर की रौनक है, तुझसे से ही मेरा परिवार है। तू जो साथ दे, तो हर चीज का आविष्कार है। तू नारी नहीं, तू एक देवी का अवतार है। ©Priyanka Poetry नारी
नारी
read morePRIYA SINHA
White 🫂"बस तुम हो" 🫂 जीवन के गीत में ; हार या जीत में ; बस तुम हो ! सूनेपन की भीत में ; प्रहार या प्रीत में ; बस तुम हो ! समर्पण के रीत में ; बेकार या कृत में ; बस तुम हो ! प्रिया सिन्हा 𝟑𝟎. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शनिवार). ©PRIYA SINHA #बस #तुम #हो
Nilam Agarwalla
White देखें हमने दुनिया वाले,देखी है दुनिया दारी। है पुरुष की कामयाबी में, स्त्री की भी हिस्सेदारी। श्रेय इसका उसे देना है,मांग समय की है भारी, जीवन गाड़ी चले सही से, करनी होगी तैयारी।। -निलम ©Nilam Agarwalla #नारी
Anuradha T Gautam 6280
#कविता कविता के कई मतलब हो सकते हैं पर कविता कभी मतलबी नहीं हो सकती..🖊️ अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻♀️ १९/११/२४
read moreनवनीत ठाकुर
White बात न करना तो बहाना है, सबसे क्यों छिपते फिरते हो। आज कर दो ऐलान, के सच में तुम उससे डरते हो।। ख़ामोशी में छुपी इक चीख़, हर सांस में दबी है कहीं, अब और क्यों खुद को छलते हो। मान लो, तुम वाक़ई डरते हो।। क्यों न गिरा देते झूठ का पर्दा, बनाए हुए है जो दिल पर बोझ, डर के आगे भी एक जहां है, जहां सच बोलना आसां है। एक कदम बढ़ाओ, खुद को आइने में कभी तो देखो, सच के साए में चलना सिखो। ©नवनीत ठाकुर #तुम उससे डरते हो
#तुम उससे डरते हो
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White तुम रह्ते हो खयलो म्र् ©बेजुबान शायर shivkumar तुम पास ना होकर भी , तुम रहते हो मेरे #साथ मे इन #अंधेरी गलीयों को यु , तुम करते हो इन्हे रौशन इस बंजर से बाग को , तुम्ही तो #महकाते हो
बेजुबान शायर shivkumar
मेरी जिंदगी की सारी खुशियां भी और गम भी हो तुम, मेरे आंखों की रोशनी और निंदिया भी हो तुम । वो सावन की पहली सावन की वो बरसात हो तुम, मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।। मेरे इस दिल की धड़कन में रहने वाली हो तुम, मेरे आंखों में , मेरी सांसों में बसने वाली हो तुम । मेरे जिंदगी की हर उन राहों में साथ चलने वाली हो तुम, मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।। प्यार पर लिखी मेरी हर एक शायरी हो तुम, मेरी जिंदगी को जो बयां करें वो डायरी हो तुम । हर दुआ में मांगी हुई हर ख्वाहिश हो तुम, मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम "।। मेरे लफ़्ज़ों के वो सभी अल्फ़ाज़ हो तुम, चांद, सितारों से सजी वो रात हो तुम । मेरी हर वो अनकही , अनसुनी सी बात उल्लेख हो तुम, मेरी जीवन की मोहब्बत और " आखिरी चाहत हो तुम " ।। ©बेजुबान शायर shivkumar मेरी जिंदगी की सारी #खुशियां भी और #गम भी हो तुम, मेरे आंखों की #रोशनी और #निंदिया भी हो तुम । वो सावन की पहली सावन की वो #बरसात हो तुम