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नेहा उदय भान गुप्ता
मैं बन जाऊं सुर व ताल तेरा, तू मेरा राग बन जाए, मैं बन जाऊं सीते तेरी, तू मेरा राघव राम बन जाए। नही है मंज़ूर तेरी नेह को, राधे व कृष्ण जैसा विरह, मैं बन जाऊं रुक्मिणी तेरी, तू मेरा श्याम बन जाए।। #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
आओ कभी तुमको अपने लेखन की दुनिया की सैर कराते है......... जुबां मेरी ख़ामोश रहेगी.... कलम से सारे गहरे राज बताते है......!!!!! #NUB Gupt@#
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वर्षों से थी मैं नेह सपने सजाई, कर रही हूं मैं आज स्नातक का तर्पण, जाने कितने रातों के बाद ये रात आई है। मेरा सब कुछ है बस तुमको ही अर्पण। पिया मिलन को हूं अब तो व्याकुल मैं, मर्यादित रेखा को आज पार कर दो तुम, आज तो सुहाग रात की रात आई है।। मेरी सांसे और रूह है तुमको समर्पण।। तोड़ दो अपने कौमार्य का आज व्रत तुम, ये रात भी छोटी पड़ जाय साजन, कर लो प्रियतम तुम मुझको स्वीकार। अपने प्रेम से आज तुम मेरा श्रृंगार करो। बेसुध होती जा रही हूं तेरे विरह मे, रूह भी मेरा कम्पित हो जाए प्रियवर, अपनी प्रेमिका का आज करो साक्षात्कार।। कुछ ऐसा तुम ख़ुद से मेरा अंगीकार करो।। मेरे धड़कनों पर लिखा नाम तुम्हारा हो, मेरे नवयौवन पर निर्मल स्पर्श तुम्हारा हो। नेह मांग रही है बस तुमसे यही दुहाई, अंधेरी रात में प्रेम आलिंगन मिलन हमारा हो।। #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
लिखने को तो मैं बहुत कुछ लिख दूँ....... पर क्या करे.....लोग मेरी लेखनी से मेरे व्यक्तित्व का आकलन करने लग जाते है.....!!!! #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
कुछ इस तरह लोगों ने मुझे ख़ामोश कर दिया....... की जहां से लौट ना सकूं...अब इतनी दूर जाना है...!!!!! #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
मकान बनाते बनाते, ना जाने कितनो के सपने ढ़ह जाते है। मकान तो बन भी जाता है, पर सभी अपने छूट जाते है।। #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
लिखना तो मैं भी बहुत कुछ चाहती हूँ साहिब..... पर क्या करे....मेरे और मेरी लेखनी के मध्य शब्दों की मर्यादा आ जाती है.....!!!! #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
मैं एक कवयित्री हूँ, बेख़ौफ़ बेझिझक होकर अभिव्यक्ति लिखती हूँ, समाज का हाल - ए - परिदृश्य, मैं निडर होकर स्वतंत्र लिखती हूँ। नही लिखती हूँ मैं अतिशयोक्ति से पूरित, कपोल कल्पित कहानियां, जो सही है, सत्य है, शब्दों की मर्यादा में रहकर, ज्वलंत लिखती हूँ।। #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
उसकी खातिर नेह सदैव मुस्कुराती रही..... और वो बेवफा मुझे ही बेदर्द समझ लिया.....!!!! #NUB Gupt@#
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read moreनेहा उदय भान गुप्ता
बातें तो रात भर हुई मेरे दिलदार से.... पर दिल की बात नही हुई साहिब....!!!! #NUB Gupt@#
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