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newsonline ©Newss online कैटी पेरी ने पोस्ट की इंस्टाग्राम पर तस्वीर फैंस बोले सो क्यूट https://www.amankind.xyz/2023/12/Katyy%20Perry%20posted%20a%20picture%20on%
Pankaj Singh Chawla
नी तू रिड़के दूध मलाई, माखन वरगी तेरी स्माइल, मुंडिया नु लूटदी मार स्टाइल, रंग गुलाबी पीला पटियाला शाही, उपरो बन परानदी जान कढ़ लेंदी, ला के मांग टिका मेरी हीर बन जाऊंदी।। जदो रिडकदी ए दूध मलाई वाला, तेरे मत्थे चेहरे ते लगदा जड़ माखन, नूर कुदरत दा छाउन्दा ए, तेनु वेख के दिल डोल डोल जाउंदा ए।। रिडकना- हाथ वाली म
PS T
म्हारी आन म्हारो साफौ म्हारी बान म्हारो साफौ म्हारी शान म्हारो साफौ राजस्थान री पहचान आपणो साफौ... मान है वणी धरती रो.... जठे लोग दिदा प्राण स्वाभिमान वंचावा जाको... खम्मा घणी सा बाबा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस
Garima Mahnot Jain
म्हारी पगड़ी म्हारी पाग म्हारी आन म्हारी शान है। खम्मा घणी सा बाबा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस
Saurabh Girach
गोल, मूंछों ने दूँ ताव, म्हारो साफौ केसरियों, लागे घणो फुटरों। म्हारो साफौ पचरंगी, ललाट चमके सतरंगी।। खम्मा घणी सा साफा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस
Shabdkarita (शब्दकारीता)
#Lokeshpal हाय नी की तारीफ करां हुस्न तेरे दी, अंखा दा कज़ला,मत्थे ते बिंदी, नज़रा जान काढ़ी जावन दिल मेरे दी। झुमका वी ए तेरा खैर पोंदा, रातां वी ज़ाग
Pankaj Singh Chawla
श्रृंगार तेरे नाम दा करके मैं हीर तेरी बनन्ना चाहुनी आ... (Read in Caption) श्रृंगार तेरे नाम का श्रृंगार तेरे नाम दा करना चाहुनी आ, पा के राणीहार मैं तेरी हीर बनन्ना चाहुनी आ, ले के रखी जोड़ा झाँझरा दा मैनूं पावउँ
Nazar Biswas
(भैय्या) (अनुशीर्षक पढ़ें) ये धागा नहीं कोई आम, है मेरे जीवन का सुख तमाम। तेरी बलाएं मैंने मत्थे ली अपनी, तेरी राहों के कांटे सारे मेरे नाम। मैं लाख़ बुरी हूं, अच्छी
Divyanshu Pathak
क्या है दोनों की अभिलाषा? अवलम्ब बनेगा कोई किसका! किसके मत्थे चढ़े निराशा। स्वप्न सफ़ल अवदान करेंगे ! अवधान रहेगा या छुआ सा। पावस की धरती सर उफने ! पायस मिले वदन खिलता सा। प्रेम करे जो वरण कृष्ण सम ! वारण करने हृदय हताशा। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_95 👉 खग जाने खग ही की भाषा ! क्या है दोनों की अभिलाषा? अवलम्ब बनेगा कोई किसका! किसके मत्थे चढ़े निराशा।
Chetanya Jagarwad
मैं छत पर खड़ा, कुछ सोच रहा था, न जाने किस खोज में, मत्था खरोंच रहा था।। Jagarwad Full piece in the caption 👇🙇 #society #longform #people #chetanyajagarwad #thoughts मैं छत पे खड़ा कुछ सोच रहा था, ना किस खोज में मत्थे को खरोंच रहा था, विचार मगन निगाह