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Shashi Bhushan Mishra
Meri Mati Mera Desh हम अपनी रंजिशें भुला न सके, खफ़ा हैं उनसे बता न सके, ग़ुरूर सामने खड़ा मिलता, चाहकर हाथ मिला न सके, एक पर्दा हमारे दरमियाँ था, पास आए मगर उठा न सके, मिली मग़रूर आँधियाँ जब भी, मशाल थे कि झिलमिला न सके, हरेक लौ से ज़ीस्त चमकाई, खिजां भी हौसला गिरा न सके, दुआओं में थी ख़ैरियत सबकी, प्यार था ये कभी जता न सके, देखकर हाथ में मरहम 'गुंजन', ज़ख़्म अपना कभी छुपा न सके, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #भुला न सके#
( prahlad Singh )( feeling writer)
ll वो मलाल वो चाहत गिरा ही गई मुझको ना में मिला उसको, ना वो मिली तुझको ll ©( prahlad Singh )( feeling writer) ना मिला किसी को#Tulips
Rameshkumar Mehra Mehra
Blue Moon मेरे दिल की मजबूरी को कोई इल्ज़ाम ना दे.. मुझे याद रख बेशक,मेरा नाम ना ले......! तेरा बहम है,की मैने भुला दिया तुझे....!! मेरी हर एक सांस,ऐसी नही.... जो तेरा नाम ना ले....💖 ©Rameshkumar Mehra Mehra # मेरे दिल की मजबूरी को कोई इल्ज़ाम ना दे,मुझे याद रख बेशक,मेरा नाम ना ले,तेरा बहम है,की मैने भुला दिया तुझे,मेरी हर सांस ऐसी नही,जो तेरा ना
मनोज कुमार झा "मनु"
चाँद अब न रात में और न दिन में दिखायी देता है।। अब केवल हमारी आँखों में आँसू दिखायी देता है।। वो फूल था और मैं उसके ही साथ था मगर, चारों ओर केवल अब रेगिस्तान दिखायी देता है ।। साथ था वो तो कितना अच्छा लगता था, मगर अब सारा शहर वीरान दिखायी देता है।। सब कुछ पता है मुझे उन लोगों के बारे में, पीठ पीछे जो मेरी बुरायी करता दिखायी देता है।। उसके हंसने से दिन खिला खिला सा रहता था, अब लेकिन मन भी उदास दिखायी देता है।। "मनु" तुम उसे भुला न देना चाहे वो तुम्हें भुलाये, उसकी यादों से भी तो मन प्रसन्न दिखायी देता है।। ©मनोज कुमार झा "मनु" तुम उसे भुला न देना
Kush Gupta
Ek Arshaa कहा था तुमने, पास आओगे, भूल ही गए तुम, इस बात को, कुश ©Kush Gupta #Rose मेरे हालात को तुम ना समझे
DHIRAJ PRIT
White सच को सच ना कहूं तो क्या कहूं, तेरे शहर को गैर शहर ना कहूं तो क्या कहूं। तुझे जब भी देखता हूं जन्नत की याद आती है अब जन्नत को जन्नत ना कहूं तो क्या कहूं। ©DHIRAJ PRIT #eidmubarak सच को सच ना कहूं तो क्या कहूं, तेरे शहर को गैर शहर ना कहूं तो क्या कहूं। तुझे जब भी देखता हूं जन्नत की याद आती है अब जन्नत को जन