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Punit Dubey
इश्क़ से बुरा नहीं है ऐब दुनिया में ये लग गया जिसको सब उसको जानते हैं लग गईं हैं आदतें ऐब की मुझको जो मुझको जानते हैं, उसको भी जानते हैं ये ऐब महँगा है कीमत है इसकी दर्द ऐबी कहाँ कीमत इस कीमत की जानते हैं दुनियाँ की हर दौलत से बढ़कर उन्हें दीदार ऐबी इश्क़ के गोया, खाक दौलत को जानते हैं कुछ इस तरह भी देखें हैं ऐबी इस ऐब के जख़्म भूल कर अपना दर्द उसके जानते हैं ये लग गया जिसको सब उसको जानते हैं "सरकश" #alone #ishq #loveandpain #सरकशी #sarkashi #lovelife #and #Truth
thepeacefulpoetry
मेरी जिंदगी के पडाव अब मुझे सरकश दिखते है। चेहरा किसी का भी हो बस तुम्हारे ही अक्ष दिखते है। जिंदगी एक सरकश #love #sayari #kavishala #nojoto #nojotohindi #lovequotes #quotes #aksh #sarkash #jindgi
Sangeeta Patidar
क्यों ना आये भला सौंधी-सौंधी सी ख़ुशबू उसकी नज़्मों से, आह-वाह जो मिलती है उसे, ज़माने की सरकश बज़्मों से। सरकश - Rebellious #चाँदऔररात #चाँदसेबातें #yqbaba_yqdidi #bestyqhindiquotes #yqhindi #shilpasony #YourQuoteAndMine
Shabana Nafees
एक उम्र गुज़ारी है सरकशी में अब जाके तेरे असीर होते हैं हम फ़क्र ये है कि ज़िन्दगी तेरे लिए भी तौक़ पिन्हाना कहाँ रहा आसां सरकशी -rebllion असीरी - imprisonment/ confines तौक़ - fetters around the neck worn by prisoners so as not allow them raise their heads 26/1
Chirag Sanghvi
मज़ा वो होश में कहां, मज़ा जो मैकशी में है, करारी में भी जो ना हो, मज़ा वो सरकशी में है। मुकम्मल हो मोहब्बत तो तुम्हारी ख़ुशनसीबी है, मज़ा-ए-इश्क हक़ीक़ी पर, सनम-ए-कर्कशी में है। मज़ा वो होश में कहां, मज़ा जो मैकशी में है, करारी में भी जो ना हो, मज़ा वो सरकशी में है। मुकम्मल हो मोहब्बत तो तुम्हारी ख़ुशनसीबी है, मज़ा-ए
Rhythm
ये सोचा था कि मैं अब दिल फ़िदा होने नहीं दूँगा। वहीँ रस्ते में 'ज़ोया' हुस्न-ए-सरकश फ़िर मिरे आगे।। ये सोचा था कि मैं अब दिल फ़िदा होने नहीं दूँगा। वहीँ रस्ते में 'ज़ोया' हुस्न-ए-सरकश फ़िर मिरे आगे।। #RhythmPoetry #MaaN #Love #Breakup
Guruwanshu
मसख़री अपनी जगह है और दिल्लगी अपनी जगह उससे दोस्ती अपनी जगह और दिलबरी अपनी जगह लब सिए तो क्या हुआ, फिर शुरू होंगी इशारे बाज़ियाँ ख़ामोशी अपनी जगह है, और मुख़बिरी अपनी जगह चांद कहना या फूल कहना झील कहना, क्यों मगर शायरी अपनी जगह है, और आशिक़ी अपनी जगह सादा कपड़े सादा चेहरा सोच भी सादा, ज्यादा पसंद मुझे उसकी सादगी अपनी जगह, और सरकशी अपनी जगह चाह, ख़ुमारी किस क़दर है, पहले ये तो पहचानिए ज़नाब! तुमसे इत्तिहादी अपनी जगह, और दिलकशी अपनी जगह मसख़री अपनी जगह है और दिल्लगी अपनी जगह उससे दोस्ती अपनी जगह और दिलबरी अपनी जगह लब सिए तो क्या हुआ, फिर शुरू होंगी इशारे बाज़ियाँ ख़ामोशी अ
Deepansh Mittal
हुस्न पे तंज होता है बज़्म में संज होता है जिस गली से तू गुजरे वो दौलता गंज होता है बाल नाखून से मत ठेल कंघी को रंज होता है इश्क़ को सरकशी मत बोल बेहुदा तंज होता है मायने पर्खे फिर दे दाद वो सुख़न-संज होता है हुस्न पे तंज होता है बज़्म में संज होता है जिस गली से तू गुजरे वो दौलता गंज होता है बाल नाखून से मत ठेल कंघी को रंज होता है
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मै हमशीरी पे कोई झूठा फरेब नही लगाती, गर हो जाए सरकश भाई बहन,तो उनपे कोई ऐब नही लगाती//१ हूं जुबा से कुद्रतन खरी,मेरी इस खूबी में तुमको नजर आ जाती है खामी,"शमा"किरदार पे खामी की जेब नहीं लगाती//२ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #brokenbond मै हमशीरी पे कोई झूठा फरेब नही लगाती,गर हो जाए सरकश भाई बहन, तो उनपे कोई ऐब नही लगाती//१ हूं जुबा से कुद्रतन खरी, मेरी इस खूबी
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
ताउम्र परवाजे परिंद जो आसमान में थे ,अपने इसी जोशे मार्फत ही वो उड़ान में थे//१ तेरे*मंसूबों के*पैकर जो मेरे ध्यान में थे, तमाम *जीस्त के मंज़र भी मेरे ही मकान में थे//२ * जुगनू_ए_लम्स सजे थे मेरे दामन में,तेरे वजूदे तसव्वूरात भी मेरे ही*गुमान में थे//३ किसी की*गर्विदा_उल्फत थी मुझपे मेहरबान,और *सरकशे*लश्कर भी मेरे ही *दर्मियान में थे//४ पढ़ रही हूं,मैं सरकशो की *चश्मे*तहरीर,कि ये सोजे दर्द भी शुमार मेरे ही बयान में थे//५ सभी बेवफ़ा यहाँ उनको वफ़ाशियार लगे ,ये साजिशे *ऊंवा भी उल्फत के ही *इम्तिहान में थे//६ तेरी *कुर्बत भी वो पाता तो कैसे शमा, तेरा*बेबाक होना भी तेरी ही ज़ुबान में थे//७ ShamawritesBeba ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #बादल#चांद ताउम्र परवाजे परिंद जो आसमान में थे,अपने इसी जोशे मार्फत ही वो उड़ान में थे//१ तेरे*मंसूबों के*पैकर जो मेरे ध्यान में थे,तमाम *जी