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INDIA CORE NEWS

बाइक से नौटंकी देखने को जाने के लिए जिद्द करने पर बड़े भाई ने छोटे भाई की किया हत्या यूपी के फ़तेहपुर ज़िले में एक सनसनी खेज मामला सामने आय #News #Video #post #viral #Videos #Trading #viral_video

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Devanand Jadhav

#MahavirJayanti अहिंसा परमो धर्म: ...जगाला शांती, अहिंसा व सत्य यांचा मार्ग दाखविणारे भगवान महावीर हे जैन धर्माचे 24 वे तिर्थकार आहेत...त्य #मराठीपौराणिक

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©Devanand Jadhav #MahavirJayanti 
अहिंसा परमो धर्म: ...जगाला शांती, अहिंसा व सत्य यांचा मार्ग दाखविणारे भगवान महावीर हे जैन धर्माचे 24 वे तिर्थकार आहेत...त्य

Ankit Singh

वह समय आएगा जब मेरे जैसे लोग जानवरों की हत्या को वैसे ही देखेंगे जैसे वे अब मनुष्यों की हत्या को देखते हैं #Animals

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , #कविता

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White गीत :-
मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।
देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।
मानव सेवा करने को अब...

हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , करो न हमसे बैर ।
सबको हृदय बसाकर रखता , कहीं न कोई गैर ।।
पाँच-साल में जब भी मौका, मिलता आता द्वार ।
खोल हृदय के पट दिखलाता , तुमको अपना प्यार ।।
मानव सेवा करने को अब ...

देखो ढ़ोंगी और लालची , उतरे हैं मैदान ।
उनकी मीठी बातों में अब , आना मत इंसान ।।
मुझको कहकर भला बुरा वह , लेंगें तुमको जीत ।
पर उनकी बातें मत सुनना, होगी तेरी हार ।
मानव सेवा करने को अब.....

सब ही ऐसा कहकर जाते , किसकी माने बात ।
सच कहते हो कैसे मानूँ , नहीं करोगे घात ।।
अब जागरूक है ये जनता ,ये तेरा व्यापार ।
अपनों को तो भूल गये हो , हमे दिखाओ प्यार ।।
मानव सेवा करने को अब ....

सच्ची-सच्ची बात बताओ , इस दौलत का राज ।
मुश्किल हमको रोटी होती , सफल तुम्हारे काज ।।
सम्पत्तिन तुम्हारे पिता की, और नहीं व्यापार ।
हमकों मीठी बात बताकर , लूटो देश हमार ।
मानव सेवा करने को अब.....

मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।
देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।

२०/०४/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।

देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।

मानव सेवा करने को अब...


हम आज तुम्हारे शुभचिंतक ,

єηмσηтισηѕ

दौर-ए-गैर Life #Inspiration #कविता

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मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

#SAD ना नींद है, ना ख्वाब है, ना कोई अपना.. ना गैर कितने सादे से हो गए हम, एक अपने ही बगैर ! #deeppain #hunarbaaz

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DHIRAJ PRIT

#eidmubarak सच को सच ना कहूं तो क्या कहूं, तेरे शहर को गैर शहर ना कहूं तो क्या कहूं। तुझे जब भी देखता हूं जन्नत की याद आती है अब जन्नत को जन #शायरी

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Ravendra

मानक श्रृंखला का निर्माण जिला निर्वाचन अधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला में समाज के सभी वर्गों के स्त्री, #वीडियो

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Harshvardhan असरार जौनपुरी

#Emotional डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी - डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी क्या बताएं डेमोक्रेसी देख रहे हैं डेमोक्रेसी फर्जी नारों की डेमोक्रेसी जुमल #कविता #_कविता_असरार_की_ #_असरार_जौनपुरी_

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कुण्डलिया :- होली पावन पर्व है , रहिये हिलमिल साथ । सब आ जाओ पास में , छूट न जाये हाथ ।। छूट न जाये हाथ , रहो सब इसमें चिंतित । #कविता

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Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. कुण्डलिया :-
होली पावन पर्व है , रहिये हिलमिल साथ ।
सब आ जाओ पास में , छूट न जाये हाथ ।।
छूट न जाये हाथ , रहो सब इसमें चिंतित ।
हो खुशियां जब संग , तो जीवन हो प्रफुल्लित ।।
ले लो हाथ गुलाल , आयी बच्चों की टोली ।
भर पिचकारी मार , कहो सब हैप्पी होली ।।

रंगों में ही ढूढ़़ लो , तुम जीवन के रंग ।
आ जायेगा आपको , सुन जीने का ढ़ंग ।।
सुन जीने का ढंग , हमें त्योहार सिखाते ।
होली उनमें एक , मिलन की राह बनाते ।।
आज न कोई गैर , सीख लो तुम बेढंगो ।
सबको साथी मान , आज तुम जी भर रंगो ।।

फीके सारे रंग हैं , इस होली के ग्वाल ।
दूर बहुत साजन बसे , कैसे करूँ धमाल ।।
कैसे करूँ धमाल , प्रीति बिन फीकी होली ।
होते साजन पास , करते हंसी ठिठोली ।।
सर्दी से बेहाल , मारता लल्ला छीके ।
बैठी रहूँ उदास , रंग होली के फीके ।।
२२/०३/२०२४     -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :-


होली पावन पर्व है , रहिये हिलमिल साथ ।

सब आ जाओ पास में , छूट न जाये हाथ ।।

छूट न जाये हाथ , रहो सब इसमें चिंतित ।
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