Find the Latest Status about टट्टू पशु from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, टट्टू पशु.
Ankit Singh
“ पशु आपकी आत्मा के लिए एक खिड़की और आपके आध्यात्मिक भाग्य का द्वार हैं। यदि आप उन्हें अपने जीवन में आने देते हैं और उन्हें आपको सिखाने की अनुमति देते हैं, तो यह आपके लिए बेहतर होगा। ” ©Ankit Singh  पशु आपकी आत्मा के लिए एक खिड़की और आपके आध्यात्मिक भाग्य का द्वार हैं। यदि आप उन्हें अपने जीवन में आने देते हैं और उन्हें आपको सिखाने की
Ankit Singh
एक मनुष्य भोजन के लिए जानवरों को मारे बिना जीवित और स्वस्थ रह सकता है, इसलिए, यदि वह मांस खाता है, तो वह केवल अपनी भूख के लिए पशु जीवन लेने में भाग लेता है। ©Ankit Singh एक मनुष्य भोजन के लिए जानवरों को मारे बिना जीवित और स्वस्थ रह सकता है, इसलिए, यदि वह मांस खाता है, तो वह केवल अपनी भूख के लिए पशु जीवन लेने
Ankit Singh
“पशु ऐसे सहमत दोस्त हैं – वे कोई सवाल नहीं पूछते हैं, वे कोई आलोचना नहीं देते हैं।” ©Ankit Singh पशु ऐसे सहमत दोस्त हैं – वे कोई सवाल नहीं पूछते हैं, वे कोई आलोचना नहीं देते हैं #animals
Ankit Singh
“पशु” कोई चीज़ नहीं हैं बल्कि जीवित जीव हैं, जो हमारी करुणा, सम्मान, दोस्ती और समर्थन के योग्य हैं।” ©Ankit Singh “पशु” कोई चीज़ नहीं हैं बल्कि जीवित जीव हैं, जो हमारी करुणा, सम्मान, दोस्ती और समर्थन के योग्य हैं।” #animals
Ravendra
Ravendra
Negi Girl Kammu
Village Life यूं ही नहीं परवान चढ़ा यह पशु प्रेम। मैंने बचपन से देखा है, अपनी दादी को । जो सुबह उठते ही मुंह धोने से पहले चारा देती हैं हमारी गाय को। घर के आंगन में बधे पशु जाने कैसे मेरी दादी की आहट को सुन लेते है। दरवाजे खुलने की आवाज न जाने वह कैसे पहचान लेते हैं। वो भी समझ जाते हैं कि काली घनी अंधेरी रात अब जा चुकी है। सुबह का सूरज बस उगने वाला ही है । जैसे ही दादी घास की गठरी को उनके आगे फैकती है। वह भी झट से उठकर दादी के हाथों को चाटते हैं । अपनी लंबी सी जीव निकाल के कभी दादी की धोती पर तो कभी दादी के बालों को चाटने लगते हैं । शायद वह भी दादी को प्यार करते हैं। घास के बदले में पशु दादी को ढेर सारा प्यार देते हैं। अपने सुबह के चारे को देख पशु खुशी से झूम उठते हैं। चारा खाने के बाद पशु अब कुछ पानी पीना चाहते हैं। और वह लंबी सी जीभ को निकाल के अपने मुंह के दाएं बाएं फेरते है । मेरी दादी साक्षर नहीं है, उसने कभी भी पशुओं के लिए कोई अलग सी पुस्तक नहीं पढ़ी, लेकिन वह उनकी भाषा को जानती है। दादी समझ जाती है ,कि उसे अब प्यास लगी है । और फिर क्या दादी झट से एक बाल्टी भर के पानी ले आती है। और रख देती है गौशाला में पशुओं के आगे। सभी झट से पानी को पीने लगते हैं । वह बहुत देर तक बाल्टी में सर डुबो के चुस्कियां लेते है। यूं ही नहीं परवान चढ़ा यह पशु प्रेम। यूं ही नहीं परवान चढ़ा यह पशु प्रेम।। ©Negi Girl Kammu पशु प्रेम।
Ravendra
अदनासा-
Ravendra