Find the Latest Status about कळीचे फूल होताना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कळीचे फूल होताना.
vishnu thore
हळू गोंजारले होते सुगंधी श्वास मी निघताना फुलांना केवढी दहशत कळीचे फुल होताना - विष्णू थोरे हळू गोंजारले होते सुगंधी श्वास मी निघताना फुलांना केवढी दहशत कळीचे फुल होताना....
Roshan Desai
जग जाग होताना.... पहाट होती व्हायची अजून निघाल चांदण परतीला लाटांचा खेळ हळुवार मोडून निघाल सोडून भरतीला धुक्याचा पाऊस काहीसा भरून लागला फुल पानांवर गळतीला किलबिलाट जागऊ लागला जग जाग होताना..... होती कळी अजूनही गाढ निजलेली नव्या कोंबाची कांती उमललेली पंघरूणाची घडी होती कुणी दुमडलेली डोळ्यावर स्वप्नाची झालर चडलेली डोंगराची कडा उजळलेला त्यात चांदणी उधळली स्वप्न जगाऊ लागल पहाट होताना ©Roshan Desai जग जाग होताना #moonlight
vishnu thore
मनाची घार होताना किती आकाश गहिवरते जीवाच्या उंबऱ्यावरती कुणी जीवाचे हळहळते - विष्णू थोरे मनाची घार होताना किती आकाश गहिवरते जीवाच्या उंबऱ्यावरती कुणी जीवाचे हळहळते - विष्णू
Adv. saras shivanujaa
कई आकार और रंगों को अपने में समेटे रहता है फूल की क्या कहे फूल तो फूल होता है... अपनी हर कलियों से मोहब्बत करता है, जुदा उन्हें कभी ना वो करता है... देता है खुशबू बेहिसाब ,हर बागवां को सजा देता हैं... फूल की क्या कहे ,फूल तो फूल होता है.... मोह लेता है हर मन को ,प्यार का प्रतीक और गुलदस्ते की जान होता है , फूल तो फूल होता है... मंदिरों में शोभायमान और भगवान को प्रिय होता है, फूल की क्या कहे फूल तो फूल होता है...(सरस.k) फूल #फूल
Yadav Radha
दर्द के फूल भी खिलते हैं, बिखर जाते हैं। जख़्म कैसे भी हो कुछ रोज में भर जाते हैं। ©Yadav Radha फूल तो फूल......
Sunita Bishnolia
जोड़ता दिल को जो दिल से फूल कहता जमाना है, प्यार का ये बना साखी, खिलाकर इसको रखना है। मुहब्बत की निशानी हूँ, सुर्ख खुद फूल है कहता, वादा तुमको निभाना है, वादा मुझको निभाना है। #फूल #nojoto #hindi #फूल
DR. LAVKESH GANDHI
फूल मेरी बाग में खिलने वाले इकलौते फूल चमकते-दमकते रहते हैं हरदम अपनी खुशबू को बिखेर कर चारों ओर माहौल को खुशनुमा बनाते रहते हैं हर ओर ©DR. LAVKESH GANDHI #फूल # # चमकते-दमकते फूल #
DR. LAVKESH GANDHI
बागवान : निगहबान दिल में फूल, दिमाग में फूल, तन में फूल,मन में फूल, जिधर देखो उधर फूल ही फूल फिर क्यों है मन में नासूर नजर करती है हरदम निगेहबानी मन में रहता है हर पल शैतानी कब-कहाँ किसको तोरूंँ,किसको जोरूँ हरपल रहता इसी ख्याल में ©DR. LAVKESH GANDHI #flowers # # फूल ही फूल#
DR. LAVKESH GANDHI
16 बनाम 66 बसंत आया है,बाहर लाया है फूलों की क्यारियों में भौंरा सज-धज कर आया है जब-जब फूल खिले हैं बागों में रंग-बिरंगी तितलियाँ दौड़ी आईं हैं बुढ़ापे में भी जवानी लौट आयी है जोश है हाई, जंग है जारी कौन है किस पर भारी यहाँ तो इसी बात की है लड़ाई ©DR. LAVKESH GANDHI फूल # जब-जब फूल खिले#