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Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

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White 

मन का जख्म

बदन पर जो लगे,
वो जख्म भर जाते हैं,
वक़्त की मरहम से,
दर्द भी मिट जाते हैं।

पर जो गहरे घाव,
मन के भीतर लगते हैं,
वो हर धड़कन के संग,
फिर से जी उठते हैं।

न कोई मलहम,
न कोई दवा कारगर,
इन घावों को बस,
सहेजना ही है बेहतर।

ये घाव सिखाते हैं,
जीवन का एक पाठ,
हर दर्द के पीछे छुपा,
कोई अटल सत्य का साथ।

तो मन के जख्मों को,
बस प्यार से थाम लो,
दर्द की इस धारा में,
खुद को पहचान लो।

क्योंकि मन का घाव ही,
तुम्हें मजबूत बनाएगा,
और जीवन के हर मोड़ पर,
नया सूरज दिखाएगा।

©Writer Mamta Ambedkar #sad_quotes  हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

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White हम सफ़र 

हज़ार फासले होने के बावजूद
  बडा सुकून हमें तेरा  ख्याल देता है
 
हज़ार फासले होने के बावजूद
हज़ार फासले होने के बावजूद,
तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है।
दूर रहकर भी जो पास लगे,
ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है।

तेरी यादें बसी हैं सांसों में,
हर धड़कन तुझसे सवाल करता है।
क्यों दूरी का शिकवा करें,
जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है।

बिछड़ने का ग़म होता है पर,
तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है।
जैसे दूर चाँद को देखकर भी,
मन को उसका नूर बहाल देता है।

इस दिल का क्या हाल कहें,
जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है।

©Writer Mamta Ambedkar #love_shayari  प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

कवि प्रभात

हिंदी कविता कविता कोश कविता

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मग देखेंगे नैन द्वय, तव तब  तक  प्रियतम |
जब तक काल के ग्रास न, बन जायेंगे हम ||

©कवि प्रभात  हिंदी कविता कविता कोश कविता

Anurag Nishad

बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता

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Kavi Aditya Shukla

कविता कोश कविता

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White लिया था प्रण लिखने को रश्मिरथी
पर लिख रहा हूं मधुशाला

©Kavi Aditya Shukla  कविता कोश  कविता

Anita Mishra

#Diwali हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश कविता

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बाबूजी ले लो एक दीया 
मेरे घर का दीया भी जग जाएगा 
मनाओगे पटाखों से दिवाली तुम 
मेरे घर का चूल्हा भी जल जाएगा
 ऊंचे भवनों की शान बड़ी 
वहाँ विदेश का माल ही बिकता है 
ले लो -ले लो यह देसी तुम 
इसमें तो प्यार भी दिखता है  
खरीद लोगे गर तुम हमसे कुछ
संग दुआएं भी तो पाओगे
  आप के कारण हम बच्चे भी 
दिवाली का जशन मनाएंगे

©Anita Mishra #Diwali  हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश कविता

सारिका

#sad_quotes मराठी कविता प्रेम कविता कविता मराठी कविता Hinduism

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White मणी ठाव नव्हता रोज उमगलेल्या दिवसला मी नव्याने बहरते 
का कुणास ठाऊक आज मी मलाच नवीन भासते
इवले इवले हात आता मोठे झाले
डोक्यावर कर्तव्याचे ओझे आले
जगरित समजायला आता समज आली होती
आपली आपली वाटणारी माणसं परकी भासत होती 
ओरडून सांगावे किती काही सहन केलंय
मन घुसमटून एकटच निपचित पडले
सगळ जग गर्दी करून होते
पण माझ्यासाठी कोणीच नव्हते

©स्वानंदी #sad_quotes  मराठी कविता प्रेम कविता कविता मराठी कविता Hinduism

गोरक्ष अशोक उंबरकर

कन्यादान

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White मनात असंख्य प्रश्न असताना 
त्याची उत्तरं शोधत राहतो..
एके दिवशी लेकीला
बाप पाहुणा होऊन जातो..

नाजूक सुंदर बाहुलीला 
कोणीतरी रडवून जातो..
हळव्या मनाचा बाप 
अश्रू गाळत राहतो..

जरावेळ कोणी मागितली गाडी 
तरी जीव खाली वर होतो..
लहानपणापासून जपलेली बाहुली 
सहज दुसऱ्याला देतो..

काळजावर दगड ठेवून 
तो कन्यादान करू पाहतो..
खरं सांगायचं झालं तर 
बाप काळीज देऊन जातो..

बाप काळीज देऊन जातो..

©गोरक्ष अशोक उंबरकर कन्यादान

गोरक्ष अशोक उंबरकर

कन्यादान

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White जीवनात नकळत अशी 
कोमल कळी उमलते..
उमलताना बरेच काही
सुंदर क्षण फुलवते..

नाजूक कळी जणू 
हळूहळू बहरते..
बहरताना चोहीकडे 
सुगंध तिचा दरवळते..

लाडक्या कळीला आपण 
जिवापाड जपायचे....
परक्याचे धन म्हणत 
दुसऱ्या हाती सोपवायचे..

अश्रू लपवत फक्त 
दुःख मनात साठवायचे..
शेवटी यालाच तर 
कन्यादान असे म्हणायचे ..

कन्यादान असे म्हणायचे

©गोरक्ष अशोक उंबरकर कन्यादान

गोरक्ष अशोक उंबरकर

कन्यादान

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White 

 जीवनात गोजिरी शी 
कोमल कळी उमलते..
उमलताना बरेच काही
सुंदर क्षण फुलवते..

नाजूक कळी जणू 
हळूहळू बहरते..
बहरताना चोहीकडे 
सुगंध तिचा दरवळते..

लाडक्या कळीला आपण 
जिवापाड जपायचे....
परक्याचे धन म्हणत 
दुसऱ्या हाती सोपवायचे..

अश्रू लपवत फक्त 
दुःख मनात साठवायचे..
शेवटी यालाच तर 
कन्यादान असे म्हणायचे ..

कन्यादान असे म्हणायचे..

©गोरक्ष अशोक उंबरकर कन्यादान
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