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मोरध्वज सिंह
Follow me Friends ©मोरध्वज सिंह नारियल पानी पीने के फायदे। #viral #Trending #Love #Life
Parasram Arora
White क्यों ठहरा है पानी सागर का और इसकी उछलने वाली वो लहर्रे कहा गई मेरे ख्याल से एक ककड पर्याप्त होगा इस सागर क़ी लहरों को जगाने के लिए नज़रे क्या बदली कि नजारे भी बदल गए लेकिन ये नजारे काफ़ी नहीं है मन को बहलाने के लिए ©Parasram Arora क्यों ठहरा है पानी
क्यों ठहरा है पानी
read moreGhumnam Gautam
कितने अच्छे शाइर हो तुम ! पेड़ पे शे'र कहा करते हो कितने बुद्धू लोग हैं हम सब! हर पेड़ को पानी देते हैं ©Ghumnam Gautam #शाइरी #पेड़ #पानी #लोग #ghumnamgautam
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read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
मृदुल वचन ही बोलिये कोंड़ी लगे न दाम जाने कब आ जायेंगे अंजाने भी काम ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #दोहे
Ramji Tiwari
White विधा-दोहा छंद तरकश तीरों से भरा,रखे दिव्य हैं बाण। कविता रूपी तीर ये,भरते मृत में प्राण।। स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #दोहे #कविता #writer
Ramji Tiwari
Nature Quotes दोहा छंद काले कजरारे नयन,लूटें मन का चैन। मिसरी से मीठे लगें, गोरी तेरे बैन।। शोभित कुंडल कान में,गल में साजे हार। सुन्दर नासा कीर सी,भौंह कमानीदार।। गोरे-गोरे गाल हैं,सेब की तरह लाल। कुंतल काले हैं घने, हिरनी जैसी चाल।। मदिरा के प्याले अधर, गोरे-गोरे हाथ। साड़ी सुन्दर है बदन,तिलक नीलमणि माथ।। पायल पहने पाँव में,कंगन सोहे हाथ। गल में पहने नौलखा,टिकुली साजे माथ।। सर पर ओढ़े चूनरी,कमर करधनी डाल। हिरनी सी चलती मटक, मनमोहक है चाल।। फुर्सत में रब ने गढ़ा, सुन्दर रूप अनूप। मोहित हो जाता जगत,देख नारि का रुप।। सुन्दर नारी रुप का, दीवाना संसार। सुन्दर नारी देखकर, उपजे मन में प्यार।। प्रेमी काया का हुआ, सारा सकल समाज। नारी तेरे रुप ने, लूट लिया जग आज।। गोरी तेरे प्रेम में,पागल सारे लोग। दीवाने सब हो गए,पाल प्रेम का रोग।। स्वरचित रचना- राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #beatyQuotes #दोहे #श्रृंगाररस #नारी #कविता
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read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White नहाना तेरा पानी में..... कि जैसे कयामत से आई हुई हो कि जैसे नजारा कोई जादुई हो जमाना तेरा पानी में नहाना तेरा पानी में.. वो तेरा नदी में उतरना झिझकना तेरा जिस्म छूके नदी का महकना वो होंठों से पानी गुलाबी बनाना सभी मछलियों को शराबी बनाना कलम लिख न पाई ये कैसे बतायें अरे बाप रे जान लेवा अदाएं दिखाना तेरा पानी में नहाना तेरा पानी में... वो सर से तेरा बांधना ओढ़नी को लगा जैसे बांधा हो सारी नदी को हंसी चांद बादल के आगोश में था तुम्हें देख कोई कहां होश में था अरे जागते जागते सो गया था तुम्हें देख कर इस तरह खो गया था दिवाना तेरा पानी में नहाना तेरा पानी में..... वो पानी से अठखेलियां और मस्ती कि जैसे विखरने लगी मेरी हस्ती लगा तन वदन सारा जल जायेगा ये अभी बर्फ सा दिल पिघल जाएगा ये दुपट्टे का तेरे बदन से लिपटना मुझे देख कर तेरा खुद में सिमटना लजाना तेरा पानी में नहाना तेरा पानी में... ©शुभम मिश्र बेलौरा #Sad_Status नहाना तेरा पानी में
#Sad_Status नहाना तेरा पानी में
read moreVinod Mishra