Find the Latest Status about चिलचिलाती धूप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चिलचिलाती धूप.
Jashvant
धूप हालात की हो तेज़ तो और क्या माँगो किसी दामन की हवा ज़ुल्फ़ का साया माँगो उस से क्या कम है किसी के रुख़-ए-ज़ेबा की ज़िया माह-ओ-ख़ुरशीद से क्यूँ उन का उजाला माँगो जिस के बा'द और न रह जाए तमन्ना कोई माँगना हो जो ख़ुदा से वो तमन्ना माँगो ख़ूब है दर्द की लज़्ज़त ये बड़ी दौलत है ज़ख़्म-ए-दिल के लिए मरहम न मुदावा माँगो जिस से छाई हुई हालात की ज़ुल्मत छट जाए तुम तो ख़ुर्शीद हो ख़ुद से वो उजाला माँगो गर शब-ए-ग़म को सहर चाहो बनाना 'आसी' किसी सलमा से ज़िया-ए-रुख़-ए-ज़ेबा माँगो ©Jashvant #Pattiyan#धूप और बदन Ek Alfaaz Shayri vineetapanchal Andy Mann PФФJД ЦDΞSHI Geet Sangeet
Internet Jockey
White कितनी भी कोशिश करलो, तुम उजाला कर सकते हो, धूप नहीं बना सकते ©Internet Jockey #SunSet कितनी भी कोशिश करलो, तुम उजाला कर सकते हो, धूप नहीं बना सकते
Razzj D
White धूप में भी कही छाऊ होती हैं, कही बरसात तो कही सुखा, कही जीत तो कभी हार, कही कुछ ना कुछ होगा ही, बस तुम खुद को समझो, जो कुछ हो खुद को सम्भाल लो, बस कुछ ऐसा रहो... ©Razzj D #Couple धूप में भी कही छाऊ होती हैं, #Nojoto #Shayari #Hindi #hunarbaaz #poem #Life #SAD #thought
neelu
White तू पानी है.. कि प्यास है तू धरती है ..की आकाश है तू छांव है.. की धूप है बता कौन सा सच्चा तेरा रूप है ©neelu #SAD तू पानी है.. कि प्यास है तू धरती है ..की आकाश है तू छांव है.. की धूप है बता कौन सा सच्चा तेरा रूप है #nojolove #nojoenglish #nojolife #
Bhanu Priya
दोपहर की तीखी धूप में , एक पागल छत को सुखा रही थी , जलते सूरज के साथ , खुद को उलझा रही थी । ©Bhanu Priya #दोपहर की तीखी धूप में , एक पागल छत को सुखा रही थी , जलते सूरज के साथ , खुद को उलझा रही थी । Dil E Nadan All in All Entertainment Rajdeep
malay_28
White भुला दो शाम की बातें भुला दो रात की बातें फ़क़त सूरज हक़ीक़त है उसे ही तुम चमकने दो रूमानी ज़िन्दगी के पाँव कब किसको नज़र आते कड़ी इस धूप में तुम तो पसीने को छलकने दो. ©malay_28 #ज़िन्दगी की कड़ी धूप
Jeetal Shah
White अनजानी राहे अंजाना सफ़र। अनजानी है मेरी राह हर पल हर मोड़ पर एक साथी ढुंढ रही हु, जीवन की इस सफर में समय की भुल भुलैया में खोई हुई मैं निशान खोज रही हूँ, कभी धूप तो कभी छाँव कभी अपनें पराये में उलझी हुई हुं, समय के इस कश्मकश में रंग भरने की कोशिश कर रही हुं, खोजती हूँ मैं वो सूरज की किरण जो मेरे दिल के अंधेरों को मिटा दे, भटकती हूँ, आशा के दीप जलाए, उम्मीद की रोशनी में नया सवेरा ढूँढ रही हुं। ©Jeetal Shah #baatein_ankahi_si_ अनजानी राहे अंजाना सफ़र। अनजानी है मेरी राह हर पल हर मोड़ पर एक साथी ढुंढ रही हु, जीवन की इस सफर में समय की भुल भु
Ashraf Fani【असर】
Village Life आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछाईयाँ बहुत हैं ©Ashraf Fani【असर】 आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछ
दीपा साहू "प्रकृति"
"हमेशा नए लगना" बारिश में भीगे कपड़े की तरह, निचोड़ कर हृदय , जब देखो दोनों हाथों के बीच, पानी की तरह दर्द निचोड़कर बाहर आना ! फिर धूप में सुखाए कपड़े की तरह, सूखा आना! और झूठी हँसी की इस्त्री कर, गम के सिलवटों को हटाकर, नई निशान के साथ,फिर से चल पड़ना। जहाँ लोगो को हमेशा नए से लगो। ©दीपा साहू "प्रकृति" #Prakhar_ #deepliner #love #Pain #intejar #poetry "हमेशा नए लगना" बारिश में भीगे कपड़े की तरह, निचोड़ कर हृदय , जब देखो दोनों हाथों के बीच,