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Mohan Somalkar

Sulabh Mishra

रुप सौंदर्य #कविता

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हे रूप सुंदरी कहां से हो और क्या शुभ नाम तुम्हारा है
स्वर्ग लोक से लगती हो यह अनुमान हमारा है 
देखने वाला देखता होगा रूप तेरा मनमोहक सा
जिस पर राधा नाचे थी उस मुरली के सम्मोहन सा
 है छटा बिखेर रहा सौंदर्य जिसका द्वितीय नहीं संभव
 गर एक बार सोचा जाए तुम जैसा मिलना ना संभव 
रूप तेरा ऐसा मानो एक हुस्न की रानी आई है 
लगता है प्रेम की वर्षा की वह नई कहानी लाई है 
उस प्रेम के मादकता विशेष की गरिमा की अनुकंपा है 
कुछ हुआ नहीं है अभी प्रिये उस बात की मुझको शंका है
दूर तलक की सोच ने मुझको किस मंजिल पर घेरा है 
आगे बढ़ने की सोच नहीं बस चारों तरफ अंधेरा हैै
 मैं प्रेम की माला का मोती वह उस माला का धागा है 
यदि रहा इसी स्थिति में तो हृदय बड़ा अभागा है रुप सौंदर्य

Vrishali G

तुझे रुप

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जगदीश निराला

रुप चौवदस #कविता

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चेहरा है या चाँद खिला है, रुप चौवदस
कीच के बीच जब कंज खिले.
दौड़ै भ्रमर गुंजार करे।
जब रुप मिले भले नीचन मेंं भी.
 सुर जायके वांको वरण करे।
पुराणों के अनुसार असुर जाती की कन्या लक्ष्मी को.
देवाधिदेव श्री विष्णु ने
इसीलिए वरण कर उदाहरण प्रस्तुत किया कि
सौन्दर्य कहीं भी मिल सकता है
वो अपनाने योग्य है।
।
जगदीश निराला मांगरोल रुप चौवदस

RAVI KUMAR®*

नया रुप #nojotophoto

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 नया रुप

RAVI KUMAR®*

दो रुप #nojotophoto

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 दो रुप

Deep Shikha

रंग और रूप रंग और रूप कि धूप में ,
जल रहा ये जहान है 
एक रंग रुप कि आग से हीं तो
बन रहा ये जग विरान है #रंग#रुप

Nitin Agarwal (Nick)

ज़िन्दगी का रुप !!

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हम से ज़िन्दगी हैँ, 
ज़िन्दगी से हम नहीं !!


©सच्ची बातें, अच्छी बातें ज़िन्दगी का रुप !!

shailesh jha( सांझ_शैलेश)

पल में बारिश, पल में धूप
हर पल बदलता, प्रकृति का रूप #प्रकृति #रुप #yqdidi

Mk Bihari

बदलता रुप #dilemma #विचार

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एक व्यक्ति के कई रुप हो गए हैं इस जमाने में ,
अमीरी में कुछ और, गरीबी में कुछ और , सफलता में कुछ और विफलता में कुछ और , खुशियों में कुछऔर विप्तियों में कुछ और, अवश्यक्ता पे कुछ और, लालच में कुछ और,
पता हिं नहीं चल पा रहा की किस रुप में कहें इन्हें  प्रीये और अपने ।

©Mk Bihari बदलता रुप

#dilemma
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