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कवि अर्जून सिंह बंजारा
दिनांक 12/06/2024 ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता कलम के सिपाही
कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता कलम के सिपाही #Poetry
read moreAarzoo smriti
White दिल भी रो रहा है, पल भी उदास है, विरानगी, तन्हाई बस मेरे पास है। वो दूर क्या हुई मुझसे इस तरह, हरपल मुझे अब दर्द का एहसास है। ©Aarzoo smriti #दिल भी रो रहा है....
#दिल भी रो रहा है....
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी खेरातो ने मतदाताओं को घायल कर रखा है हर सियासी एजेंडे में उसकी काबलियत को मार रखा है सारी व्यवस्था का माल सियासतों ने अपने पार्टी हित, पेशेवरों को बाँट रखा है दूर होती दूरियां,सियासतों से वोट प्रतिशत कम हो रहा है छला हुआ मतदाता चुनाव आयोग और सत्तापक्ष का गठजोड़ चार सौ का नारा दे रहा है भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #election_2024 भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है
#election_2024 भारत का लोकतंत्र अपने हाल पर रो रहा है #कविता
read moremalay_28
Men walking on dark street अपना वज़ूद कभी खो कर देखना ग़ैरों के वास्ते तुम भी रो कर देखना. ©malay_28 #रो कर देखना
कवि अर्जून सिंह बंजारा
कवि अर्जुन सिंह बंजारा हिंदू साहित्य ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा
कवि अर्जुन सिंह बंजारा #Shayari
read moreकवि अर्जून सिंह बंजारा
हिंदी साहित्य संस्थान 30/04/2024 ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता मत मांगो खालिस्तान ये पूरा हिंदुस्तान तुम्हारा है
कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता मत मांगो खालिस्तान ये पूरा हिंदुस्तान तुम्हारा है #Poetry
read moreकवि अर्जून सिंह बंजारा
हिंदी साहित्य मंच ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता आज की पीढ़ी
कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता आज की पीढ़ी #Poetry
read moreShashi Bhushan Mishra
नींद का मारा लगे, कितना बेचारा लगे, स्वाद पहली दफ़ा सा, फिर न दोबारा लगे, दर्द की आग़ोश में, चाँद अंगारा लगे, बिगड़ जाए स्वाद तो, शहद भी खारा लगे, प्रेम की पहचान है, गैर भी प्यारा लगे, हताशा में आदमी, दुनिया से हारा लगे, स्वार्थ में अंधे हुए को, हर कोई चारा लगे, भटकता गुंजन फिरे, हर राह बंजारा लगे, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra #राह बंजारा लगे#