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Harpinder Kaur
मण्डी लगी शिवरात्रि लगे ढोल - नगाड़े बजदे निकल रही है भव्य जलेब माधोराय लगे आगे आगे चलदे अपनी-अपनी टोलियां संग देवी-देव नाचते गाते आते हैं आओ चलें टारना री धार पर जहां कमरूनाग विराजे हैं घूंघट डाल बैठी हैं रानी की सखियां बेड़े में गीत गुनगुनाती हैं देती हैं अपने भक्तों को दर्शन और उनकी मनोकामना पूर्ण कर जाती हैं लगी है रौनक पड्डल में वहां देवी- देव विराजे हैं गूंज उठा है संपूर्ण ब्रह्मांड बज रहे वहां साजे-बाजे हैं ©Harpinder Kaur # अंतरराष्ट्रीय मण्डी शिवरात्रि में आपका स्वागत है 💐🙏
# अंतरराष्ट्रीय मण्डी शिवरात्रि में आपका स्वागत है 💐🙏
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जी का जंजाल है दुनिया शिकार हर कोई किसी का होता है चतुर होशियार शिकारी होते नीतियों से जालों में फँसाते है जब तक समझ आती चाले उनकी तब तक दाँव में उनके होते है अब सामने से वार कोई नही करता शेर दिल कौन होता है वीरता की गाथाएँ गाये युग बीत गया अब तो मीठी छुरी चलाकर गीदड़ भी राजा जंगल का होता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #life_quotes गीदड़ भी जंगल का राजा होता है
#life_quotes गीदड़ भी जंगल का राजा होता है
read moreअपर्णा विजय
स्मृतियों के जंगल बहुत घने होते हैं, बहुत विशाल होते हैं और दूर ज़हां तक आपकी नजर जाती है ये वहां तक अपनी बांहें फैलाए आपका स्वागत करने को आतुर रहते हैं इनको ठिकाना मत बनाइए विश्राम कीजिये, सुस्ताइये और जितना जल्दी हो सके वापिस आ जाइये इनको अपना स्थाई पता ना बनाइए वरना ये आपको जीने नहीं देंगे कुछ पल ठहरकर वापिस आ जाइये कुछ लोग कुछ जिम्मेदारियां कुछ दायित्व,आपकी राह देख रहे हैं। ©अपर्णा विजय #स्मृतियों के जंगल
#स्मृतियों के जंगल
read moreMahendra Joshi
White स्वागत आपका नोजोटो आज खाएंगे पोटेटो ©Mahendra Joshi #Thinking पुनः स्वागत
#Thinking पुनः स्वागत
read moreAnushka Sen 04
😜😜😜😜😜😜 ©Anushka Sen 04 लड़को के जंगल में शेर होता है.😜😂😜 ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••
लड़को के जंगल में शेर होता है.😜😂😜 ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••
read moreAnjali Singhal
"आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; लेकर सुगंध हवा बह रही, रस प्रेम का घोल रही। डाली डाली पात पात, कोकिला का मधुर गान; ॠतुराज का स्वागत करने, सजधज धरती है तैयार।।" Basant Panchami 🏵️ ©Anjali Singhal "आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; ल
"आया मौसम बसंत का, पतझड़ का अंत हुआ; जग में शोभा अनंत है छाई, खिलती महकती कलियाँ मुस्काईं। पीली-पीली सरसों फूली, बौरें आमों में उठ झूलीं; ल
read moreShiv Narayan Saxena
स्वागत है आपका ©Shiv Narayan Saxena #गणतंत्रदिवस स्वागत है आपका . . .
#गणतंत्रदिवस स्वागत है आपका . . .
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस ओर आयेगा। वाजिब है मुझे छोड़कर उसका जाना भी, रास्ते बहुत हैं, जाने कौन किस मंज़िल को जायेगा। जुदाई बहुत हो चुकी, अब उसको पाने की उम्मीद है, तलाश में जंगल अब किस शहर को जायेगा। अकेला सफ़र किस मंज़िल तक जायेगा, दिल की बेचैनी अब किससे सुकून पायेगा। यादों के नक्शे पर कदमों के कई निशान हैं, खुद को खोकर शायद कोई राज़ पायेगा। ©theABHAYSINGH_BIPIN गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस
गुज़रा हुआ वक्त अब किस दौर से आयेगा, गुज़रा हुआ साथी अब किस ओर से आयेगा। बिछड़े कारवां जिंदगी से लौटने की उम्मीद है, मुकरा हुआ शख़्स अब किस
read moreFree Fire
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset स्वागत है आपका नया साल में ©Free Fire नया साल में आपका स्वागत है
नया साल में आपका स्वागत है
read moreshayariwaladoctor
उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गये बस एक प्यार करने की इतनी बड़ी सजा भरोसा करना कब हुआ इतना बड़ा गुनाह दिल भी मेरा टूटे ,दुख भी मेरे हिस्से , क्या खुदा तुम भी मुख मोड़े खड़े हो गये ©shayariwaladoctor उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गय
उलझनों के बीज जो बोके गया वो आज काँटों वाले घने जंगल हो गये कोई खुशी की रोशनी तक मेरी खिड़की पर नही पहुँचे सारे बादल एक साजिश में खड़े हो गय
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