Find the Latest Status about मुहब्बत का गम है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मुहब्बत का गम है.
Shreyansh Gaurav
मुझे पता नहीं, क्या होता है यें इश्क़, मुहब्बत हरपल ताक में रहता हूँ, बस उसकी जरूरत है..! बहुत अरसा गुज़र गया, उसके बगैर मेरा अब उसे ख़बर करों देख जाये, अब अंतिम वक़्त है..! मेरी सासों सा रिश्ता है उसका, उसे नहीं पता कहो लौट आये अब, वो धड़कनो की जरुरत है..! दिलों क़े रिश्ते कभी दूरियों क़े मुहताज़ नहीं है कह दो अपनी आवाज़ सुना दें, यें अंतिम वक़्त है..! उसे मुझे छूना नहीं है, महसूस होती है रूह में वो इक़पल दूर नहीं है,वो यही साथ में इस वक़्त है.! उसे देखते रहना ही मेरा सुकून है,उसे नहीं पता मुझे खरीद ले बेमोल बिकूँगा,अब वो मेरी जरुरत है..! मैं नहीं कहता चाँद तारे तोड़ लाऊंगा उसके लिये उसके साथ रहूंगा हरपलमैं, सच में मेरी मुहब्बत है..!! ©Shreyansh Gaurav मुहब्बत #Thinking
मुहब्बत #Thinking
read moreShreyansh Gaurav
अब वो मुहब्बत कैसी, जिसमें डर डर क़े जीना है मुहब्बत फ़क्र से होती है, इसमें जहर भी पीना है..! मुहब्बत ज़िंदादिली से होती है, कभी छुपकर नहीं खुलकर कहो मुहब्बत है, इनके साथ ही जीना है..! मुहब्बत रूह से होती है, ज़िस्म की पूरक नहीं है मुहब्बत इक़ ऐतिमाद है, तुम्हें इसी क़े सहारे जीना है..! यें ज़िन्दगी का सफ़र, जैसे यहाँ समंदर में चलना है मुहब्बत से पार जाओगे, देख मुहब्बत इक़ सफ़ीना है..! जिस्म की चमक चंद पलो की मेहमान है ग़ाफ़िल मुहब्बत की उम्र बड़ी है,सभी को इसके साथ जीना है..! मुहब्बत छुपकर नहीं की जाती है, यें इक़ ऐलान है मुहब्बत में सब सुन्दर लगते है,दिखाते है चौड़ा सीना है..! मुहब्बत सबके नसीब में कहाँ लिखा है ख़ुदा नें भी मुहब्बत इम्तिहान लेती है, देख इसमें जहर भी पीना है..!! ©Shreyansh Gaurav #मुहब्बत #Thinking
F M POETRY
White नामुकम्मल सा ख्वाब लगती है.. ये मुहब्बत अज़ाब लगती है.. यूसुफ़ आर खान..... ©F M POETRY #ये मुहब्बत अज़ाब लगती है.....
#ये मुहब्बत अज़ाब लगती है.....
read moreBG BHAIYAJI
White माना कि हमे जिन्दगी का तजुर्बा थोड़ा कच्चा है पर खुदा की कसम यह मुहब्बत आपसे सच्चा है !! ©BG BHAIYAJI #love_shayari शायरी लवमाना कि हमे जिन्दगी का तजुर्बा थोड़ा कच्चा है पर खुदा की कसम यह मुहब्बत आपसे सच्चा है !!
#love_shayari शायरी लवमाना कि हमे जिन्दगी का तजुर्बा थोड़ा कच्चा है पर खुदा की कसम यह मुहब्बत आपसे सच्चा है !!
read morevoice of tales
गम खुशियां एक ही सिक्के के दो पहलू जैसे है खुशियां अगर दिन के उजाले जैसी दिखती है तो वही.... गम के साए भी किसी रात के अंधेरे से कम नहीं लगते क्या आपने कभी सोचा है अगर........ केवल, हो सिर्फ खुशियों का ही राज़, तो क्या आप पता लगा पाओगे कभी, क्या है इस ज़िन्दगी में ख़ास जैसे हर दिन के बाद अंधेरा जरूरी है हमें जीवित रखने के लिए ठीक वैसे ही खुशी के साथ थोड़ा गम भी जरूरी है, ज़िन्दगी को जानने के लिए आप केवल और केवल मीठा खाकर नहीं जीत सकते, ज़िन्दगी की दौड़ को जैसे आपके स्वास्थ और जीवन के तालमेल में नमक भी जरूरी है इसलिए...... इंसानों में बस इंसानियत और सद्भावना बनी रही इसलिए खुशी के साथ गम भी जरूरी है। ©voice of tales खुशी के साथ गम भी जरूरी है। #लव #प्यार #ज़िन्दगी #गम #खुशियां #Quote #Life
Parasram Arora
White किसी से अगर दिल लगा बैठे तों इसका मतलब ये नही कि उससे मुहब्बत हो गई है लेकिन ज़ब किसी के बिना दिल न लगता हो तों समझलेना कि यही ख़ालिस मुहब्बत है ©Parasram Arora ख़ालिस मुहब्बत
ख़ालिस मुहब्बत
read moreRofiqul
White रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार। उसके लफ्ज़ों में है जादू बसा, रफ़ीक़ुल का अंदाज़ है सबसे जुदा। जिंदगी के हर मोड़ पर वो संग चलता, उसका हर वादा सच्चाई से मिलता। रफ़ीक़ुल, तुझसे ये कहना है, तेरे नाम में एक दास्तान छिपा है। तेरी शायरी दिल को छू जाती, हर शब्द तेरा जैसे गीत सुनाती। ©Rofiqul #good_night रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार।
#good_night रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार।
read moreParasram Arora
New Year 2025 मुहब्बत खूबसूरती की. मोहताज़ नहीं सिर्फ मुहब्बत हो जाय तोफिर जगत की हर शै खुबसूरत हो जाती हैँ ©Parasram Arora मुहब्बत
मुहब्बत
read moreParasram Arora
Unsplash इतनी मुहब्बत तो तुमने कभी मुझसे की नहीं थीं मै तुम्हारे सामने सुबह से खड़ा हूँ और तुम्हे खबर तक नहीं ©Parasram Arora मुहब्बत
मुहब्बत
read moreRevashankar Nathani
White बिकती है ना कहीं खुशी ना कहीं गम बिकता है लोग गलत फेमी में है कि शायद कहीं महरम बिकता है इन्सान उम्मीदों से बंधा हुआ एक जिदी परिंदा है वो उम्मीदों से ही धायल है और उम्मीदों पर ही जिंदा है ©Revashankar Nathani न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम
न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम
read more