Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पड़ाव का पर्यायवाची शब्द Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पड़ाव का पर्यायवाची शब्द from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पड़ाव का पर्यायवाची शब्द.

    PopularLatestVideo

Parasram Arora

धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ

read more
कोई  पुरखो को   पानी  पहुंचा  रहा हैँ  कोइ गंगाओ मे  पाप  धो रहा हैँ   कोई  पथर की प्रतिमाओं  के सामने  बिना भाव  सर  झुकाये बैठा हैँ 
धर्म  के  नाम पर  हज़ार  तरह  की मूढ़ताएं  प्रचलन मे हैँ धर्म से  संबंध तो   तब होता हैँ जब  आदमी  जागरण की  गुणवत्ता  हासिल कर लेता हैँ  
जहाँ  जागरण  होगा  वहा अशांति  कभी  हो ही नहीं सकती  
क्यों कि  जाग्रत  आदमी  विवेकी  होता हैँ      इर्षा  क्रोध  की  वृतियो  से  ऊपर  उठ  चुका होता हैँ औदेखा  जाय तो  धर्म औऱ  शांति पर्यायवाची  शब्द  हैँ धर्म  औऱ  शांति...... पर्यायवाची  शब्द हैँ

RAVI KUMAR®*

उम्र का पड़ाव

read more
ये वक्त, ये दौर
ये दहलीज़ सफरनामें की
 tragedy बड़ी है इस सफीनें की।। 
                              ✍️ उम्र का पड़ाव

Kuldeep Shrivastava

उम्र का अंतिम पड़ाव #ज़िन्दगी

read more
उम्र का अंतिम पड़ाव कैसे व्यतीत होगा, इसका
फैसला आपका धन 
नहीं.. 

बल्कि आपके द्वारा किया गया व्यवहार एवम्
दिये हुए संस्कार तय  करेंगे!

©Kuldeep Shrivastava उम्र का अंतिम पड़ाव

Amit Saini

'Winter' in 3 Words   लो आ गए हम भाई 
निकाल लो अपनी अपनी 
गरमा गरम रजाई #प्राकृतिक का #अहम #पड़ाव

Prachi Dixit

#alone # पड़ाव जीवन का #विचार

read more
कितना सुकून था उस बचपन में,
जिसे हम धीरे-धीरे खोते चले गये..
बढ़ चले उम्र के उस दौर में, 
जहां हम खुद ही खो दिए...

©Prachi Dixit #alone # पड़ाव जीवन का

Parasram Arora

पर्यायवाची...... #शायरी

read more
खून को पानी का पर्यायवाची  मत मान. लेना
अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै 

उस बसती मे  सच  बोलने का रिवाज  नही है
यहां कोई भी  आदमी  सच.को  झूठ बना कर पेश कर सकता है

ताउम्र अपना  वक़्त   दुसरो की भलाई मे  खर्च करता रहा वो
ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही   सकता है

©Parasram Arora पर्यायवाची......

शिवेन्द्र कुमार यादव

"अधूरी उम्र का आखिरी पड़ाव" #कविता

read more
mute video

manoj kumar jha"Manu"

धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।

read more
धरती का दुःख क्यों, समझते नहीं तुम।
धरा न रही अगर, तो रहोगे नहीं तुम।।

सुधा दे रही है वसुधा हमें तो,
भू को न बचाया, तो बचोगे नहीं तुम।।

"भूमि हमारी माता, हम पृथिवी के पुत्र"*
वेदवाणी कह रही, क्या कहोगे नहीं तुम।।
(स्वरचित)
* माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या:
(अथर्ववेद १२/१/१२)

 धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा।
इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile