Find the Latest Status about सचेत हेल्थकेअर एकेडमी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सचेत हेल्थकेअर एकेडमी.
@Devidkurre
*मर रही है इंसानियत* अगर तुम्हारे घर के सामने मरी पड़ी हो इंसानों कि लाशें और चीखें निकल रही हो हर समय हर वक्त तब तुम क्या करोगे..? अगर तुम्हारे घर पे दागे जा रहे हो अनगिनत विस्फोटक मिसाइलें और तबाह कर दिये जाए तुम्हारे सपनों का घर तब तुम क्या करोगे..? अगर तुम्हारे लोग तितर - बितर हो जाए अपने ही लोगों से दिखाईं न दे एक पिता अपने बच्चे को, खो जाए तुम्हारा अनमोल रत्न, मरी पड़ी हो तुम्हारी बेटी और पत्नी, दब गए हो कहीं तुम्हारे बहन और भाई तब तुम क्या करोगे..? अगर तुम्हें हर समय डर सताये किसी को खोने का ,खुद के मर जाने का, रहने और सोने का , भुख और प्यास का और तुम्हारे लिए रोक दिया जाए आशाओं कि हर एक रास्ते को तब तुम क्या करोगे...? अगर तुम सच में एक इंसान हो तो सोचोंगे उस मरी हुई लाशों के बारे में जो तुम्हारे घर के सामने पड़ी हुई है....! अगर तुममें बची हुई है इंसानियत तो ! पूछोंगे हर एक देश के प्रधानों से ! हर एक मरी हुई लाशों के विषय में कि ! क्यों मारा गया है उनको ! और उनकी गलती क्या थी..? अगर तुम एक समझदार ,सचेत व्यक्ति हो तो तुम लड़ोगे उन सब के खिलाफ जिन्होंने मारी है इंसानियत को ,जिसने रूला दिये हो मानवता को ,जिसने हत्या की हो किड़े - मकौड़े कि तरह इंसानों की ....! अगर तुम नहीं सोच पाए,नहीं देख पाए इन सब को तो तुम एक मृत व्यक्ति हो ! जिसमें कुछ नहीं बचा है यहां तक कि इंसानी चरित्र भी..! *डेविड* #filistin #everyone #EveryoneFollow #humanity #मानवता ©@Devidkurre #Preying *मर रही है इंसानियत* अगर तुम्हारे घर के सामने मरी पड़ी हो इंसानों कि लाशें और चीखें निकल रही हो हर समय हर वक्त तब तुम क्या कर
Ravendra
Ravendra
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} जब मेघनाथ ने विभीषण पर चलाया यम अस्त्र आज, मैं उसी के बारे में आपको बता रहा हूँ !! 🌞🌞 आपका एन एस यादव :- यम अस्त्र:-🌅 मेघनाथ अपने पिता रावण की आज्ञा का हमेशा पालन करता था व उनके गलत होने के पश्चात भी उसने हमेशा उनका साथ दिया था। जितना वह अपने पिता का सम्मान करता था, उतना ही वह अपने चाचा विभीषण से द्वेष रखता था, क्योंकि उसके चाचा विभीषण ने उसके पिता, कुल, समाज व देश के साथ विश्वासघात किया था। 🌅 जब मेघनाथ ने लक्ष्मण को शक्तिबाण के प्रहार से मुर्छित कर दिया था, तब वह बहुत प्रसन्न था, लेकिन विभीषण ने लंका के वैद्य सुषेण की सहायता से लक्ष्मण को स्वस्थ कर दिया था। इसके अलावा भी मेघनाथ को विभीषण के द्वारा श्रीराम की सेना की कई प्रकार से सहायता करने के कारण क्रोध था, जिसका बदला वह लेना चाहता था। आज हम उसी के बारे में आपको बताएँगे। जय श्री राम जी:-मेघनाथ का विभीषण पर आक्रमण:- 🌅 मेघनाथ युद्ध में जाने से पहले लंका के गुप्त स्थान पर बने अपनी कुलदेवी माता निकुंबला देवी का यज्ञ कर रहा था, जिसके पश्चात उसे हरा पाना असंभव था, लेकिन विभीषण को इसका पता चल गया था। यदि यह यज्ञ सफल हो जाता तो युद्ध का परिणाम कुछ और होता। किंतु विभीषण ने लक्ष्मण के साथ मिलकर उस यज्ञ को असफल करवा दिया था, जिसके कारण मेघनाथ विभीषण के प्राण लेने को आतुर हो उठा। मेघनाथ विभीषण संवाद:-🌅 यज्ञ के असफल होने के पश्चात जब वह युद्ध भूमि में आया तो विभीषण को देखकर अत्यंत क्रोधित हो उठा। उसने विभीषण को कई कटु वचन कहे व अपने कुल से विश्वासघात करने के लिए उसे धिक्कारा। विभीषण ने भी उसे अधर्म का साथ देने के लिए आलोचना की। इससे क्रोधित होकर मेघनाथ ने अपना शक्तिशाली यम अस्त्र निकाला व विभीषण पर चला दिया। लक्ष्मण को कुबेर ने बतायी थी इसकी काट:-🌅 रावण के बड़े व सौतेले भाई कुबेर ने लक्ष्मण को पहले ही इस बारे में सचेत कर दिया था, कि रावण के पुत्र मेघनाथ ने यम अस्त्र को बचाया हुआ है, जिसे वह युद्ध भूमि में विभीषण को मारने के लिए छोड़ेगा। इसलिये कुबेर ने उस अस्त्र की काट पहले से ही लक्ष्मण को बता के रखी थी। लक्ष्मण ने काटा यम अस्त्र:-🌅 चूँकि श्रीराम ने विभीषण की सुरक्षा का भार लक्ष्मण को ही सौंपा हुआ था व कुबेर पहले से ही उन्हें इस अस्त्र की काट बता कर चला गया था। इसलिये जैसे ही मेघनाथ ने विभीषण पर यम अस्त्र को छोड़ा उसी समय लक्ष्मण ने भी मंत्र पढ़कर उस अस्त्र को काट डाला। इस प्रकार विभीषण के प्राणों की रक्षा हो सकी। ©N S Yadav GoldMine #watchtower {Bolo Ji Radhey Radhey} जब मेघनाथ ने विभीषण पर चलाया यम अस्त्र आज, मैं उसी के बारे में आपको बता रहा हूँ !! 🌞🌞 आपका एन एस यादव :-
Sangeeta Jha
नमस्कार आप सभी को ©Sangeeta Jha #नए दोस्त और पुराने दुश्मन से हमेशा सचेत रहना चाहिए.. ❤❤😊😊🙏
Gulshan Varma
आप सचेत रहें, दृढ़ संकल्प रखें और मेहनत करें। आप सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं। ©Gulshan Varma आप सचेत रहें, दृढ़ संकल्प रखें और मेहनत करें। आप सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं। #alone
Vedantika
चंद लम्हों में ही जन्नत नसीब हो, नशा छीन लेता है मुझसे होश मेरा। मानव जीवन मनुष्य की कल्पनाओं जितना कभी सरल नहीं रहा। चाहे वह एक धनवान व्यक्ति हो अथवा एक गरीब मेहनत मजदूरी करने वाला, सभी को अपने जीवन मे सं
Vedantika
कोरोना या परिवर्तन समय के साथ दुनिया में परिवर्तन होता रहता है। पर्यावरणीय परिवर्तन, सामाजिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन, विचारों का परिवर्तन एवं आर्थिक विकास और उसके चलते होने वाले परिवर्तन बहुत ही सामान्य एवं धीरे-धीरे होने वाले परिवर्तनों से मनुष्य सहज रूप जुड़ जाता है लेकिन जीवन में अकस्मात हुआ परिवर्तन जीवन को बदल कर रख देता है। हमारे जीवन में एक ऐसा ही परिवर्तन कोरोना महामारी के बाद आया है जिसके लिए हम क़भी तैयार नही थे। समय के साथ दुनिया में परिवर्तन होता रहता है। पर्यावरणीय परिवर्तन, सामाजिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन, विचारों का परिवर्तन एवं आर्थिक विकास औ
Vedantika
कोरोना या परिवर्तन समय के साथ दुनिया में परिवर्तन होता रहता है। पर्यावरणीय परिवर्तन, सामाजिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन, विचारों का परिवर्तन एवं आर्थिक विकास और उसके चलते होने वाले परिवर्तन बहुत ही सामान्य एवं धीरे-धीरे होने वाले परिवर्तनों से मनुष्य सहज रूप जुड़ जाता है लेकिन जीवन में अकस्मात हुआ परिवर्तन जीवन को बदल कर रख देता है। हमारे जीवन में एक ऐसा ही परिवर्तन कोरोना महामारी के बाद आया है जिसके लिए हम क़भी तैयार नही थे। समय के साथ दुनिया में परिवर्तन होता रहता है। पर्यावरणीय परिवर्तन, सामाजिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन, विचारों का परिवर्तन एवं आर्थिक विकास औ
Vedantika
बेखबर है इंसान अपनी तबाही से अपने ही स्वार्थ की नींद सो रहा वक़्त निकल गया जो तेरे हाथ से तो अहल-ए-शहर पर क्यों रो रहा बहुत कुछ बदल रहा है इस वातावरण में। ऋतुएँ बदल रही है। दिन और रात के अंतराल में एक बड़ा ही परिवर्तन आया है। पिछले साल जो सुखद अनुभव प्रकृति को