Find the Latest Status about रकते लेखा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रकते लेखा.
Bhupendra Rawat
आपका भविष्य आपके द्वारा किए गए कर्मों का लेखा जोखा है ©Bhupendra Rawat #fisherman आपका भविष्य आपके द्वारा किए गए कर्मों का लेखा जोखा है
Ravishankar Nishad
orange string love light ❤️🩹dil मैं तो बहुत सुंदर याद lekhaa हूं आपके pas to time hi नहीं है जब भी मुलाकात होगा तो उस समय मैं मैं चुप रहूंगा 😐 ©Ravishankar Nishad #lovelight दिल में तो बहुत सुंदर यादें लेखा हूं
Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
सब रिश्ता धोखा है, ईश्वर का सिस्टम अनोखा है, इस अस्थाई जहाँ मे, सब ठिकाना बनाने मे डूबा है। तू सब जान के भी अनजान है सत्य, वो भी तो चुप है, जिसके पास सबका लेखा जोखा है। #कलमसत्यकी ©Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी #coldwinter सब रिश्ता धोखा है, ईश्वर का सिस्टम अनोखा है, इस अस्थाई जहाँ मे, सब ठिकाना बनाने मे डूबा है। तू सब जान के भी अनजान है सत्य, वो भी
Bharat Bhushan pathak
क्यों वेदना की एक गाथा,लिख रहा था आज पथिक। हृदय उदासी में था डूबा,देह भी दिखती ना गतिक।। सब छीन सपने जो गये थे,वो बैठ चुनता दिख रहा। अब मौन क्यों वो गौण दिखता,क्या भाग्य लेखा लिख रहा।। ©Bharat Bhushan pathak क्यों वेदना की एक गाथा,लिख रहा था आज पथिक। हृदय उदासी में था डूबा,देह भी दिखती ना गतिक।। सब छीन सपने जो गये थे,वो बैठ चुनता दिख रहा। अब मौन
वंदना ....
ANIL KUMAR
गीत "बोल कबीरा” जिसको जितनी साँस मिली है, वो उतना ही गाएगा बोल कबीरा! जग है झूठा, बात यही दुहराएगा चलते जाना ही जीवन है, तो धीरे-धीरे रोज चलो सुख-दुःख का संगम है जीवन, धीरे-धीरे रोज बढ़ो कुछ ख्वाहिश दफनाते चलना, कुछ सपने बुनते जाना फूलों की चाहत हो लेकिन, काँटों को चुनते जाना कल क्या होगा किसको पता है, किसने जाना है आखिर कल की चिंता आज पे भारी, किसने माना है आखिर काली रजनी-सा जीवन में,कब? घोर अंधेरा छाएगा खुशियों के इक-इक पल को तुम, खोज-खोज के हार गए अपने हाथों ही पैरो पे ख़ुद, रोज कुल्हाड़ी मार गए जितना खोते हैं जीवन में, उससे ज्यादा मिल जाता जैसा बोते है मधुवन में, वैसा ही तो मिल पाता. घूम-घूम के लोट-लौट के, कर्म हमारे ही आते और इन्ही का लेखा जीवन, वेद शास्त्र भी बतलाते काँटे बोकर कौन भला फिर, वापस फूलों को पाएगा लड़ जाना हालातों से, बस, धीरज हिम्मत से डटकर डर लगता हो साँस भरो बस, साहस पौरूष से उठकर अपना काम करो सब प्यारे, घबराना अब ठीक नहीं मिट्टी से ऊपर उठकर भी, इतराना अब ठीक नहीं आज मगन हो चाहे जितना, झोली अपनी भर लेना शायद कल फिर मिले कभी ना, हँसते गाते जी लेना पहले पन्नो में शुरुआती, नाम तुम्हारा लिख जाएगा अनिल कुमार निश्छल हमीरपुर, बुन्देलखण्ड ©ANIL KUMAR गीत "बोल कबीरा” जिसको जितनी साँस मिली है, वो उतना ही गाएगा बोल कबीरा! जग है झूठा, बात यही दुहराएगा चलते जाना ही जीवन है, तो धीरे-धीरे
KP EDUCATION HD
KP STUDY HD video editing apps for Android mobile ©KP STUDY HD इस अवसर और आवेदन करने के तरीके के बारे में नीचे और जानें। भारतीय खेल प्राधिकरण भर्ती 2023 का मुख्य विवरण: पद का नाम: लेखा अधिकारी कुल रिक
Ankita Shukla
मुझे अपने हर ख्वाहिशों का लेखा जोखा अक्सर मैंने अपनी मनपसंद चीजें किसी और को ले जाते देखा हैं तुम कहते हो सबर करो, करू तो करू कैसे मैने खुद को अकेले मे रोते हुए देखा हैं ©Ankita Shukla #Alive मुझे अपने हर ख्वाहिशों का लेखा जोखा अक्सर मैंने अपनी मनपसंद चीजें किसी और को ले जाते देखा हैं तुम कहते हो सबर करो, करू तो करू कैसे
Bhupendra Rawat
लेखा जोखा सबके कर्म का लिखा जा रहा है नाज़ाने इंसा ख़ुद को क्यों छला जा रहा है एक ओर करता नही सेवा, माँ- बाप की दूजी ओर पुण्य कमाने तीर्थ धाम जा रहा है ©Bhupendra Rawat लेखा जोखा सबके कर्म का लिखा जा रहा है नाज़ाने इंसा ख़ुद को क्यों छला जा रहा है एक ओर करता नही सेवा, माँ- बाप की दूजी ओर पुण्य कमाने तीर्थ धाम
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत:- तेरे भाग्य लिखा जो देखो , वह ऐसे क्या पायेगा । कोई बाबा और पुजारी , दिला नही फिर पायेगा ।। तेरे भाग्य लिखा जो देखो ... सब कुछ किस्मत पर मत छोड़ो , लेखा वेद पुराणों में । रमता जा फुर्शत में उसको , बैठा है जो प्राणों में ।। उसका ही तू कीर्तन करके , मोक्ष यहाँ ले पायेगा । तेरे भाग्य लिखा जो देखो ... पूँजी-पूँजी जोड़ यहाँ तू , रखता जाता माया को । रोटी-रोटी रटे जा रहा, और जलाता काया को ।। क्या गिरधर तुझसे खुश होगें, जब तू उसे सतायेगा । तेरे भाग्य लिखा जो देखो ... उसके अंश बिना तो तुझको , सब मिट्टी पुतला मानें । वही नही जब तुझमें ठहरे , कौन तुझे फिर पहचानें ।। उसको ही तू भूल यहाँ पर, क्या जीवित रह पायेगा । तेरे भाग्य लिखा जो देखो .... तेरे भाग्य लिखा जो देखो , वह ऐसे क्या पायेगा । कोई बाबा और पुजारी , दिला नही फिर पायेगा ।। १०-०६/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR तेरे भाग्य लिखा जो देखो , वह ऐसे क्या पायेगा । कोई बाबा और पुजारी , दिला नही फिर पायेगा ।। तेरे भाग्य लिखा जो देखो ... सब कुछ किस्मत पर मत