Find the Latest Status about आखिरी सांस from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आखिरी सांस.
Shayar Samar S M
तुझे क्या बताऊँ ऐ मेरे सनम किस तरह मैं तेरे साथ हूँ बस इतना समझ मैं तुमसे सिर्फ बात तक नहीं जिंदगी की आखिरी सांस तक हूँ ©Shayar Samar S M आखिरी सांस तक #diwali2020
fouji "Hindustani"
#फ़िदा तो तेरी दिल #की हर #बात पर हूँ #मैं... #साथ तेरे #दिन_रात हूँ #मै 💐"""""""💐"""""" 💐"""""""💐 #आज़मा लेना मेरी #वफाओं को तुम.. #आख़िरी #साँस #तलक तेरे #साथ हूँ #मैं ©fouji "Hindustani" आखिरी सांस तलाक... 💕 #Light
KajuKrGupta
आख़िरी सांसे गिन रहा है बेचारा दिसंबर नये साल के इंतजार में पागल है सब! आखिरी सांसे गिन रहा है बेचारा दिसंबर!
Vibhooti Gondavi.
न जाने कौन सी शाम आखिरी शाम हो जाए, न जाने कौन सी सांस आखिरी सांस हो जाए , कुछ भी ठिकाना नहीं आने वाले पल का यारों, न जाने कौन सी बात आखिरी बात हो जाए। #आखिरी सांस #शाम #nojotohindi #nojotoshayri #बात
✍️Neeteesh Kumar
कविता वो जिंदगी की आखिरी सांस आ गये अपनों के याद। अपना यार हो या अपना परिवार सबको कर दिया हु खुशहाल तो मुझे कर देना इंसाफ अगर दिया हु सबको तर्पाय तो मुझे कर देना माफ वो जिंदगी की आखिरी सांस आ गये अपनों के याद। इस जगत में बांट रहे थे किसी को गम किसी से हंसी मजाक कभी चांद से करते थे मन की बात हल्का हो जाए मन सारी सारी रात वो जिंदगी की आखिरी सांस आ गये अपनों के याद। कुछ ख्वाबे थे कुछ अरमान मन कहे,छुट रहे अपने बच्चे अपना परिवार भरे दुःख से गिर रहे हैं मेरे आंस इच्छा नहीं है अपना परिनिर्वाण शायद ख़ुदा ने जीवन का इतना ही रचा था इतिहास वो जिंदगी की आखिरी सांस आ गये अपनों के याद। धन्यवाद ©Neeteesh Kumar वो जिंदगी की आखिरी सांस #NirbhayaJustice
मधु
दिल से इबादत करती हूँ मेरे यार मेरे अपनो के लिए उन हर रिश्तों के लिए जिन्हें मैंने सच्चे रूप में निभाई फिर चाहे जिंदगी में कितने भी उतार- चढ़ाव आऐ हो सबसे इक सबक व अपनापन ही मिला फिर चाहे कोई मुझे अहमियत दे न दे पर जिनसे मैं जुड़ गई रिश्तों में उनके लिए फिक्र और अपनापन दिल में यूही बरकरार रहेगा "चाहे ओ मेरा प्यार ही क्यों न हो " ओ मिले न मिले कोई बात नहीं अब ओ जहाँ रहे खुश रहें आखिरी सांस तक बस यही मेरी चाहत है✍❤ मधु ©मधु आखिरी सांस तक बस यही मेरी चाहत है #reading @bharat nawrange
Sonam kuril
जिंदगी ये मेरी कुछ इस तरह हो गयी है , पल में ख़ुशी पल में धुआँ हो गयी है , ख़ामोशी का साया हर तरफ छाया है , पर मन के भीतर जाने कैसा ये शोर मचा है , खुद ही खुद से लड़ रही हूँ , जीने का अब हमे शौक कहा है , गुमनाम अंधेरों में भटक गयी हूँ , हाथ पकड़ इन अंधेरों से निकले , ऐसा कोई मिला कहाँ है , बीच भवँर में कश्ती फंसी हुई है , काश होता कोई जो मुझे इन मुश्किलों से बचाता, एक ओर अपने , एक ओर अपनी जिंदगी , किस ओर कदम बढ़ाऊं उलझन बड़ी है , मन के भीतर जो तूफान उठा है , लगता है आखिरी सांस बची है | आखिरी सांस