Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पछेती झुलसा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पछेती झुलसा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पछेती झुलसा.

    PopularLatestVideo

शेष दर्शन

झुलसा बदन

read more
मेरे झुलसे बदन को इस कदर ना देखिये 
ये किसी के काम की आग में जले है 
उसने चाहा छूना मेरे मेरे बदन को 
मैंने ऐसा करने से मना क्या कर दिया? 
उसकी मर्दानगी तब बाहर आ गयी 
उसने मुझे तेजाब से नहाला दिया
मेरे झुलसे बदन को इस कदर ना देखिये 
ये किसी के काम की आग में जले है 
कर के बदसूरत हमें,उसे बड़ी खुशी हो रही 
देख के हमारे चेहरे के इस दाग को उसको
उसके मर्दानगी पर बहादुरी हो रही 
हम खुश है अपने इस हालात पर भी 
बस एक दुआ करते है यहीँ 
उसके किसी अपने के साथ न हो ऐसा कभी 
वरना उसकी मर्दानगी मिट जायेगी वहीँ 
मेरे झुलसे बदन को इस कदर ना देखिये 
ये किसी के काम की आग में जले है 
                               शेष 'दर्शन ' #NojotoQuote झुलसा बदन

Anupam Tiwari

झुलसा बदन देख कर नफरत न कीजिए, ये दूसरों की आग ना बुझानें में जल गई!

read more
झुलसा बदन देख कर नफरत न कीजिए..

 ये दूसरों की आग बुझानें में जल गई।। झुलसा बदन देख कर नफरत न कीजिए,
 ये दूसरों की आग ना बुझानें में जल गई!

Darkwriterashish

#जिस्म जला है मेरा, रूह का #शबाब नहीं। तुम #चेहरा #झुलसा सकते हो मेरा, मगर मेरा #ख्याब नहीं।। #ashish #Acid_attack #story

read more
जिस्म जला है मेरा,
रूह का शबाब नहीं।
तुम चेहरा झुलसा सकते हो मेरा,
मगर मेरा ख्याब नहीं।। #जिस्म जला है मेरा,
रूह का #शबाब नहीं।
तुम #चेहरा #झुलसा सकते हो मेरा,
मगर मेरा #ख्याब नहीं।।
#ashish
#Acid_Attack

Shubhro K

#Dark अगर तेरे दिए सुलगते दर्द यूँ आंखों को न झुलसा जाते, शायद बचपन की सुकूँ भरी यादें थोड़ी रौशनी दिखा जाते! #शायरी

read more
mute video

लक्ष्मी

नादान परिंदो सी मैं उड़ती गगन में,गगन को अपना मान बैठी, पता नहीं कब मेरा गगन मुझे झुलसा गया बूरी तरह। #लक्ष्मी_गौतम

read more
 नादान परिंदो सी मैं उड़ती गगन में,गगन को अपना मान बैठी, पता नहीं कब मेरा गगन मुझे झुलसा गया बूरी तरह।
#लक्ष्मी_गौतम

Akki Agarwal

चेहरा ही तो झुलसा है ना, लोग देखेंगे ही तो नहीं ना, क्या वो इश्क में इतने पागल थे, तेजाब लेकर निकले इजहार करने थे.... #Acid_attack#mywordsw #story #writers #Survivors #stopacidattacks

read more
#StopAcidAttacks  चेहरा ही तो झुलसा है ना,
लोग देखेंगे ही तो नहीं ना,
क्या वो इश्क में इतने पागल थे,
तेजाब लेकर निकले इजहार करने थे.... चेहरा ही तो झुलसा है ना,
लोग देखेंगे ही तो नहीं ना,
क्या वो इश्क में इतने पागल थे,
तेजाब लेकर निकले इजहार करने थे....
#acid_attack#mywords#w

Akki Agarwal

#Bonfire#broken_heart#alonenojoto ये जो आग दफन है सीने में.... इसे दफन ही रहने दो ये आग तुम्हें झुलसा देगी... तकलीफ जानना चाहते हो मेरी ज़म

read more
ये जो आग दफन है सीने में....
इसे दफन ही रहने दो
ये आग तुम्हें झुलसा देगी...
तकलीफ जानना चाहते हो मेरी
ज़माना निकल जाएगा जानने में.... #Bonfire#broken_heart#alone#nojoto
ये जो आग दफन है सीने में....
इसे दफन ही रहने दो
ये आग तुम्हें झुलसा देगी...
तकलीफ जानना चाहते हो मेरी
ज़म

Abhishek 'रैबारि' Gairola

उनकी आँखों में ग़म झुलसा हुआ था जिसे लोग काजल कहते थे। The gloom was burnt in their eyes which people called Kohl. ।। love Life कविता

read more
उनकी आँखों में ग़म झुलसा हुआ था जिसे लोग काजल कहते थे।

The gloom was burnt in their eyes which people called Kohl.

©Abhishek 'रैबारि' Gairola उनकी आँखों में ग़म झुलसा हुआ था जिसे लोग काजल कहते थे।

The gloom was burnt in their eyes which people called Kohl.

।।

#love #Life #कविता

prakash Jha

बेवजह बाते हो रही है मुस्कुराने की शर्त लगी है दिल के ज़ख्म छुपाने की कई दफ़ा वफ़ा की आग में झुलसा हूँ फिर भी आस रखता हूँ तुझे पाने की! prakas #Shayari #PrakashShayari #prakashjha #prakashjha_shyari #prakash_jha

read more
बेवजह बाते हो रही है मुस्कुराने की
शर्त लगी है दिल के ज़ख्म छुपाने की
कई दफ़ा वफ़ा की आग में झुलसा हूँ
फिर भी आस रखता हूँ तुझे पाने की!

©prakash Jha बेवजह बाते हो रही है मुस्कुराने की
शर्त लगी है दिल के ज़ख्म छुपाने की
कई दफ़ा वफ़ा की आग में झुलसा हूँ
फिर भी आस रखता हूँ तुझे पाने की!
#prakas

Abhishek 'रैबारि' Gairola

जिसकी याद में हम ख़ुद को झुलसा रहे थे महीनों तक, ज़ेहन में उसके हम ख़्याल भर भी नहीं। जिसे मान बैठे थे हम हमसफ़र, रास्तों में उसके हम ख़ाक #HeartBreak #Shayari #शायरी #couplet #लव #nojohindi

read more
जिसकी याद में हम ख़ुद को झुलसा रहे थे महीनों तक,
ज़ेहन में उसके हम ख़्याल भर भी नहीं। 

जिसे मान बैठे थे हम हमसफ़र, 
रास्तों में उसके हम ख़ाक भर भी नहीं।

©Abhishek 'रैबारि' Gairola जिसकी याद में हम ख़ुद को झुलसा रहे थे महीनों तक,

ज़ेहन में उसके हम ख़्याल भर भी नहीं। जिसे मान बैठे थे हम हमसफ़र, रास्तों में उसके हम ख़ाक
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile