Find the Latest Status about गुंजायमान मीनिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गुंजायमान मीनिंग.
Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
Neetu Thakur
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की अनंत शुभकामनाएं!!! सबका जीवन मोरपंखी रंगों से प्रफुल्लित और सुख की मधुर वंशीधुन से गुंजायमान रहे... Made by Disha
prashant Singh rajput
Call Drop मीनिंग इन हिंदी क्या है कॉल ड्रॉप जानिये हिंदी मे ? पूरा पढ़े नीचे दिए गए लिंक पर तुरंत क्लीक करें 👇👇👇👇👇👇👇 https://techadvicesps0
pareek boy
ये सारे खेल तुम्हारे है, जग कहता खेल नसीबों का...मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू , मैंने सुना तु यार गरीबों का ❤️🙌#श्रीकृष्ण_जन्माष्टमी_हार्दिक_शुभकामनाएं ©pareek boy ✮✣┼┼✣✮❤ ✮✣❤✣━━━━━✣❤✣✮ श्री कृष्ण जन्माष्टमी की अनंत शुभकामनाएं!!! आप सबका जीवन मोरपंखी रंगों से प्रफुल्लित और सुख की मधुर वंशीधुन से
Krish Vj
आज लगा मैं बरसों पुरानी अपनी भारतीय संस्कृति मैं लौट आया हूं संध्या हुई और एक साथ अद्भुत शंख और अन्य ध्वनियो के स्वर गुंजायमान ना कोई अजान, ना कोई गुरुवाणी और ना कोई अन्य बस सब तरफ एक अमृतवाणी ना कोई हिंदू रहा ना कोई मुसलमान बस सब हिंदुस्तानी आज लगा मैं बरसों पुरानी अपनी भारतीय संस्कृति मैं लौट आया हूं संध्या हुई और एक साथ अद्भुत शंख और अन्य ध्वनियो के स्वर गुंजायमान ना कोई अजान
||स्वयं लेखन||
मैं गई नहीं हूं! हवाओं में गुंजायमान हूं अभी, मैं गई नहीं हूं! सुरों में विद्यमान हूं अभी, मैं गई नहीं हूं! हृदय में विराजमान हूं अभी। ©Gunjan Rajput मैं गई नहीं हूं! हवाओं में गुंजायमान हूं अभी, मैं गई नहीं हूं! सुरों में विद्यमान हूं अभी, मैं गई नहीं हूं! हृदय में विराजमान हूं अभी।
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
🇮🇳🇮🇳🇮🇳 सदियों से अजर-अमर गुंजायमान अद्भुत अनुपम आर्यवर्त महान ऋषिकुल,गुरुकल परम्परा अपार वैभव-विलास सब साथ-साथ लोक-लाज,मर्यादा,आचार-विचार संतुलित जीवन सब आधार स्तंभ बालक,वृद्ध,नारी,दुर्बल सम्मान सामाजिक व्यवस्था मूल स्वभाव काम,क्रोध,लोभ,मोह तिरस्कार सरल-तरल द्रव्य पारदर्शी जीवन 'सर्वेभवन्तु सुखिनः'मूल वाक्य भारत संस्कृति की अमूल्य पहचान 🌹 Copyright protected ©️®️ Copyright protected ©️®️ #mनिर्झरा 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 सदियों से अजर-अमर गुंजायमान अद्भुत अनुपम आर्यवर्त महान ऋषिकुल,गुरुकल परम्परा अपार
Prabhat Awasthi
"झींगुर और क्रांतिकारी"- हर ओर छाता है अंधेरा, डर का साया पसारने लगता है अपने पैर। हर आवाज़ को निर्वात में बदलने के, किए जाते हैं प्रयास। तब कुछ लोग लेते हैं प्रेरणा, झींगुरों से। करते हैं अपनी आवाज़ को गुंजायमान, फैल गए अंधेरे के विरूद्ध। नहीं ठहरती उनकी ध्वनि, प्रकाश की उजली किरण आ जाने तक। और उजाले के साथ ही, सोये हुए लोग,भूल जाते हैं, क्रांतिकारियों को,झींगुरों की तरह। –बांदा वाला ©Prabhat Awasthi "झींगुर और क्रांतिकारी"- हर ओर छाता है अंधेरा, डर का साया पसारने लगता है अपने पैर। हर आवाज़ को निर्वात में बदलने के, किए जाते हैं प्रयास। त
Alok Vishwakarma "आर्ष"
विरह गूँज अश्रु राज, अस्थिर मन हृदय गाज । प्रियतम अस्ति विभाज, हिय के युज घड़ी आज ।। संशय मत कीजिये, पिव की सुधि लीजिये जगह कम थी दीप.. तो तुम्हारी कविता के आंतरिक भाव से भीत, सारांश लिखा गया.. सुप्रभात.. Much Love 😊🌹😀🌹😊 ••••••••••••••••••••••••••••••• शब्दार