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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- जन्मदिवस की आप , बधाई मेरी ले लो । रोग न आये द्वार , दवाई मेरी ले लो ।। जन्मदिवस की आप बधाई... किया दुआ हर बार , शरण प्रभु की मैं जा #कविता

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गीत :-
जन्मदिवस की आप , बधाई मेरी ले लो ।
रोग न आये द्वार , दवाई मेरी ले लो ।।
जन्मदिवस की आप बधाई...

किया दुआ हर बार , शरण प्रभु की मैं जाकर ।
गया खुशी से फूल , आज उपहार वह पाकर ।।
लाया हूँ सौगात , वहीं मैं तुमको देने ।
जीवन हो खुशहाल , कमाई मेरी ले लो ।
जन्मदिवस की आप, बधाई ....

तुमको करूँ प्रसन्न , गीत वह लिखकर लाया ।
पास न मेरे और , कहीं कोई धन माया ।।
देना था उपहार , जन्मदिन तेरा आया ।
रूठो मत अब आप , मिठाई मेरी ले लो ।।
जन्मदिवस की आप , बधाई.....

जीवन है संग्राम , नही डर कर तुम भागो ।
छोड़ो विस्तर आज , नींद से अब तो जागो ।।
रहें कलम में धार ,  मातु से यह वर माँगूं
सुन लो मेरी बात , खुदाई मेरी ले लो ।
जन्मदिवस की आप , बधाई ...

लड्डू मोती चूर , मिठाई सारे लाये ।
तेरे लिए बहार , गुलाबी हम ले आये ।।
मैं तो रहा अनाथ , धरा के देखे मेले ।
भू पे आयी नींद , चटाई मेरी ले लो ....
जन्मदिवस की आप , बधाई......

राधे-रानी मातु , वचन देकर यह बोली ।
जा खुशियों में झूम , भरी मैं तेरी झोली ।।
हो जीवन आनंद , तुम्हारा वर मैं पाया ।
झूठ न बोलूँ आज , गवाही मेरी ले लो ।।
जन्मदिवस की आप, बधाई.....

जन्मदिवस की आप , बधाई मेरी ले लो ।
रोग न आये द्वार , दवाई मेरी ले लो ।।

 महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :-
जन्मदिवस की आप , बधाई मेरी ले लो ।
रोग न आये द्वार , दवाई मेरी ले लो ।।
जन्मदिवस की आप बधाई...

किया दुआ हर बार , शरण प्रभु की मैं जा

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- ज़िन्दगी पास दिखाई दी है  एक आवाज सुनाई दी है  जिसके ख्यालों में सदा ही खोया  रात ख्वाबों में दिखाई दी है दर्द से कांपता था वह दिन भर #शायरी

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White ग़ज़ल :-

ज़िन्दगी पास दिखाई दी है 
एक आवाज सुनाई दी है 
जिसके ख्यालों में सदा ही खोया 
रात ख्वाबों में दिखाई दी है
दर्द से कांपता था वह दिन भर
मौत ने जिसको रिहाई दी है 
मिलके आया हूँ हकीमों से अब
दर्द की एक दवाई दी है
जन्मदिन पर हमारे वे आकर 
ढेरों खुशियों की बधाई दी है 
बात मत करना वफ़ा की हमसे 
फिर नई चोट दिखाई दी है 
रख के पत्थर कलेजे पर उसने
आज बेटी को विदाई दी है 
फूल ही फूल खिले जीवन में 
बस प्रखर सबने दुहाई दी है 

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :-

ज़िन्दगी पास दिखाई दी है 
एक आवाज सुनाई दी है 
जिसके ख्यालों में सदा ही खोया 
रात ख्वाबों में दिखाई दी है
दर्द से कांपता था वह दिन भर

kinjal mehta

दवाई नही, जाम देदे .. #lefthand_sound #शायरी

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