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Punit tiwari
याद कभी कभी इतनी सिद्दत से आपकी याद आती है, मैं पलकों को मिलाता हूँ तो आँखे भीग जाती है,,,✍️ पुनीत तिवारी आप की यद्
आप की यद्
read moreSAHIL KUMAR
'वक्त' के भी है रूप कई कभी तो लगता है की ठहरा हुआ है तो कभी यह भी कम पड जाता है जिंदगी की चाहतों में कई बार दिखा देता है कई चेहरे असली जो छिपे रहते है आँखों के सामने ही कही कभी जो रिश्तो में दे दिया तो संभल जाते है कई बंधन, और जो कभी रह जाए अधुरे से तो मोहल्लते भी मिल जाती है कुछ देर की ही सही खुद को बदल कर कभी हकिक्त है दिखा देता जमाने की, तो कभी अकेले भी कहीं खामोशीयों में गुमनाम सा दिखाई देता है कभी एक ही पल में जिंदगी भर की तलाशों को कर देता है पूरी तो कभी जिंदगी भर एक पल की भी आस रह जाती है अधूरी ©SAHIL KUMAR वक्त के रूप
वक्त के रूप #कविता
read moreParasram Arora
मै हमेशा जिंदगी की ठोस सच्चाइयो का पक्षधर रहा हूँ अब मेरी समझ मे आ गया है कि मुहबत एक कभी न खतम होने वाला गीत है. और इसके मायने आसमान पर लिखें जाते है चाँद सितारे सूरज हवाएं आदि सभी मुहब्बत के ही रूप है ©Parasram Arora मुहब्बत के रूप
मुहब्बत के रूप #कविता
read moreनागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
जिन्दगी अनमोल भी है,जंग भी है, क्षणभंगुर भी है और पहेली भी। अनमोल है तो सुरक्षित रखें,जंग है तो जो भी आने वाली समस्या है उससे लड़ें , क्षणभंगुर है तो जो भी काम अधूरा है उसे पूरा करो, और पहेली है तो समझने की कोशिश करो। जीवन है तो हम असाध्य रोग के शिकार हो भी सकते हैं और उससे उबर भी सकते हैं। आज विश्व कैंसर दिवस है।इस असाध्य रोग पर भी अंकुश लगाने का अथक प्रयास जारी है। आएं हम हिम्मत से इसका मुकाबला करें। जो होगा देखा जायेगा। ईश्वर सभी को स्वस्थ जीवन प्रदान करें। जय हिन्द जय भारत। ©नागेंद्र किशोर सिंह #जीवन के रूप
Pradyumn awsthi
तुलसी वृक्ष ना जानिये। गाय ना जानिये ढोर। गुरू मनुज ना जानिये। ये तीनों नन्दकिशोर। ©"pradyuman awasthi" #नंदकिशोर के रूप
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
इस दुनियां में दो तरह के इन्सान होते हैं, वो चाहे नर हो या नारी। एक वो जो सद्गुणों का अलंकृत होता है जिससे मिलने परअजीब खुशी होती है और दूर जाने से बेचैनी। दूसरा ,ठीक इसके विपरीत होता है । उसका दूर रहना ही शकून का सबब होता है और उसका पास होना तकलीफ का कारण। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # इन्सान के रूप
# इन्सान के रूप #विचार
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