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Vrishali G

रूक्ष

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उजाड माळरान विस्तीर्ण मोकळ अवकाश 
            धूळ भरले रस्ते 
रुक्ष फांद्याची सुकलेली झाडे 
कुठे जायचे कसे जायचे आणि का जायचे सगळेच अनुत्तरित 
काय आहे या सगळ्याचा अर्थ 
का सगळेच आहे हे व्यर्थ ..? रूक्ष

Santosh Jadhav

#पाऊस.. तो अन् विरहिणी..! पाऊस..तो अन् विरहीणी...! गार झोंबणाऱ्या वाऱ्याचे इशारे.. धारा होऊन थेंबांचे पहारे... चिंब चिंब रात्रीचे रोमरोम

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पाऊस..तो अन् विरहीणी...! 

गार झोंबणाऱ्या वाऱ्याचे इशारे..
धारा होऊन थेंबांचे पहारे... 
चिंब चिंब रात्रीचे रोमरोम शहारे.. 
वचन तू होते मला दिले रे..ये ना प्रियतमा रे...!

आठवणींनी थेंब भिजलेले...
वाट पाहून भाव विझलेले..
रात जागून स्वप्न निजलेले..
त्या स्वप्नांना तुझ्या मिठीने..जागव ना..जिवलगा रे...!

त्या पहिल्या भेटीचा विसर पडला रे.. 
त्या प्रणयगीतांचा शब्द शब्द विरला रे... 
हा एकांत कसा नशिबी आला रे..
माझ्याविना दैना तिथे..अशीच का तुझी सख्या रे...! 

हा भास का होतो तुझा... 
हा ध्यास का मजला तुझा... 
हा श्वास का जपतो तुला... 
मन मोडू नको.. तोडू नको विश्वास प्राणप्रिया रे..! 

का रे अबोल तू...असा पावसा..
असा रूक्ष हा...तुझा स्पर्श कसा... 
तू ही पलटला...पलटला तो जसा...
दोघे मिळून कसा खेळलात..जीवघेणा हा डाव रे..! 

शेवटची माझी एक विनवणी... 
पुन्हा जगू दे ते क्षण फिरूनी... 
फक्त एकदा या दोघे जमूनी... 
व्हा एकरुप जा बरसूनी... माझ्या प्रिया रे...! 
-संतोष लक्ष्मण जाधव. 9890064001. (20.08.20) #पाऊस.. तो अन् विरहिणी..!
पाऊस..तो अन् विरहीणी...! 

गार झोंबणाऱ्या वाऱ्याचे इशारे..
धारा होऊन थेंबांचे पहारे... 
चिंब चिंब रात्रीचे रोमरोम

Divyanshu Pathak

Good morning ji 🍮😍😍☕☕☕☕☕☕🍫🍫🍫😊😊🍦🍨🍕🍯💖💓💘Hv a nice Saturday !😊 :💕😋 लोग अनेक प्रकार के स्वभाव वाले होते हैं। एक शरीर जीवी इनका सुख शरीर के आगे नह

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जिसकी जीवन भर सबको तलाश रहती है
उसी को आनंद कहते हैं।
सम्पूर्ण सुख-समृद्धि का सूचक शब्द है।
और सृष्टि विस्तार का मूल कारक भी है।
आनन्द के बिना सृष्टि नहीं हो सकती।
आनन्द प्राप्त हो जाने के बाद
कुछ और पाने की कामना भी नहीं रह जाती।
आनन्द और सुख एक नहीं हैं।
आनन्द आत्मा का तत्व है
जबकि सुख-दु:ख मन के विषय हैं।
किसी भी दो व्यक्तियों के
सुख-दु:ख की परिभाषा एक नहीं हो सकती।
हर व्यक्ति का मन, कामना,
प्रकृति के आवरण भिन्न होते हैं।
अत: हर व्यक्ति का सुख-दु:ख भी
अलग-अलग होता है।
आनन्द स्थायी भाव है। Good morning ji
🍮😍😍☕☕☕☕☕☕🍫🍫🍫😊😊🍦🍨🍕🍯💖💓💘Hv a nice Saturday !😊
:💕😋
लोग अनेक प्रकार के स्वभाव वाले होते हैं। एक शरीर जीवी इनका सुख शरीर के आगे नह
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